अमृत धारा में बनेगा बायो डायवर्सिटी पार्क : प्रकृति सुंदरता होगी लोगों के आकर्षण का केन्द्र

अमृत धारा में बनेगा बायो डायवर्सिटी पार्क : प्रकृति सुंदरता होगी लोगों के आकर्षण का केन्द्र
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वन एंव जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से अमृत धारा में बायो डायवर्सिटी पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। पार्क के अंदर प्रकृति की सुंदरता को निहारने के लिए विभाग ने दो नए वाच टावर का निर्माण कराया है। पढ़िए पूरी खबर...

रविकान्त सिंह राजपूत/मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में वन एंव जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से अमृत धारा में बायो डायवर्सिटी पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। पार्क के अंदर प्रकृति की सुंदरता को निहारने के लिए विभाग ने दो नए वाच टावर का निर्माण कराया है। इससे यहाँ पहुँचने वाले पर्यटकों को इसका काफी लाभ मिलेगा और इस क्षेत्र में दूर दराज से आने वाले लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। दरअसल बस्तर के चित्रकोट की तरह मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड के अंर्तगत आने वाला अमृत धारा जल प्रपात पर्यटकों के आकर्षक का केन्द्र है, जहाँ दूर दराज से लोग आते हैं। बरसात के समय जल प्रपात का नजारा और भी लुभावना हो जाता है। इस बायो डायवर्सिटी पार्क का संचालन स्थानीय स्तर पर समिति की ओर से किया जाएगा।

ततली पार्क आकर्षक का केन्द्र

वहीं वन विभाग की ओर से अमृत धारा के पास बनाए गए तितली पार्क में कई प्रकार की रंग-बिरंगी तितली देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर्यटकों के लिए इंटर प्रिटेशन सेंटर बना है, जहाँ पर्यटक आ कर सजीव चित्रों का अवलोकन कर सकते हैं। वन मण्डल मनेंद्रगढ़ के बिहारपुर परिक्षेत्र में बनी चंदन नर्सरी पूरे छत्तीसगढ़ में केवल यही देखने को मिलती है, जो हसदेव नदी के किनारे की काली मिट्टी इस तरह के चंदन लिए अनुकूल होती है। बिहारपुर वन परिक्षेत्र बीट-अमृतधारा उत्तर के सर्किल-हसदेव में 111 हेक्टेयर में निर्मित पार्क के 25 हेक्टेयर में 27 हजार 500 चंदन के पौधों का रोपण किया गया है।

तालाब और एनिकेट जंगली जानवरों का विचरण क्षेत्र

बायो डायवर्सिटी पार्क में बने तालाब और एनिकेट जंगली जानवरों जैसे भालू, तेंदुआ, नीलगाय, चीतल, जंगली खरगोश, जंगली सुअर, लकडबग्गा, सियार, कोटरी, मोर सहित विभिन्न पशु-पक्षियों और हाथी का विचरण क्षेत्र है। देखिए वीडियो-




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