भाजपा ने घेरा विधायक कार्यालय : पूर्व मंत्री के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जुटे भाजपाई, प्रदेश सरकार को बताया आदिवासी विरोधी

भाजपा ने घेरा विधायक कार्यालय : पूर्व मंत्री के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जुटे भाजपाई, प्रदेश सरकार को बताया आदिवासी विरोधी
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प्रदेश सरकार सही तरीके से उच्च न्यायालय में अजजा वर्ग का पक्ष रखी होती तो आज ऐसी स्थिति नहीं होती। 19 सितंबर को उच्च न्यायालय बिलासपुर में छत्तीसगढ़ आरक्षण संशोधन अधिनियम 2012 को प्रदेश सरकार की लापरवाही के कारण अपात्र घोषित कर दिया गया है ... पढ़िए पूरी खबर...

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िले में आज भाजपा ने नारायणपुर के कांग्रेस विधायक चन्दन कश्यप के कार्यालय का घेराव किया। इस बीच भाजपा प्रदेश महामंत्री और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस का आदिवासी विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। इसमें तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की भर्ती मे सामान्य, ओबीसी, SC आते है, उस स्थानीयता को खत्म किये जाने का विरोध किया है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा विधानसभा नारायणपुर के सैकडों कार्यकर्ताओं और पदाधिकरियो ने भाजपा प्रदेश महामंत्री और पूर्व मंत्री केदार कश्यप के अगुवाई मे आज आदिवासीयो के आरक्षण मे कटौती और तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की भर्ती मे जिसमें सामान्य, ओबीसी, SC आते है। उस स्थानीयता को खत्म किये जाने के विरोध मे नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक चंदन कश्यप के भानपुरी स्थित कार्यालय का घेराव किया। इसी बीच भाजपा प्रदेश महामंत्री और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश की भुपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस का आदिवासी विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।


कोर्ट में प्रदेश सरकार ने बरती लापरवाही

प्रदेश की सरकार सही तरीके से उच्च न्यायालय में अजजा वर्ग का पक्ष रखी होती तो आज ऐसी स्थिति नहीं होती। उन्होंने कहा कि 19 सितंबर को उच्च न्यायालय बिलासपुर मे छत्तीसगढ़ आरक्षण संशोधन अधिनियम 2012 को प्रदेश की कांग्रेस सरकार की लापरवाही के कारण अपात्र घोषित कर दिया गया है। प्रदेश के जनजाति वर्ग में इस सरकार को लेकर भारी आक्रोश है। आगे कश्यप ने कहा की जनजातियो को देखकर अटल जी अलग राज्य बनाया था। लेकिन इस कांग्रेस सरकार ने लगातार आदिवासियों का उपेक्षा करने का ही कार्य किया है।

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