भाजपा का आरोप : अपनों को फायदा पहुंचाने बिना वर्मी कंपोस्ट लिए 50% राशि एडवांस देकर कर किया गया सैकड़ों करोड़ का घोटाला, मंत्री से मांगा इस्तीफा

रायपुर। भाजपा के रायपुर संभाग प्रभारी और अकलतरा से विधायक सौरभ सिंह ने शनिवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए गोबर एवं वर्मी कंपोस्ट घोटाले में कृषि मंत्री से इस्तीफा मांगा। श्री सिंह ने कहा- वैसे तो कांग्रेस के मंत्री, लोगों द्वारा किसी चीज की मांग किए जाने पर यह कह देते हैं कि हमारे पास पैसा नहीं है, हमारी औकात नहीं है। लेकिन अपने लोगों को फायदा पहुंचाने बिना वर्मी कंपोस्ट लिए लगभग 50 प्रतिशत अग्रिम भुगतान कर एक बड़ा घोटाला किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, जो तथ्य हम प्रस्तुत कर रहे हैं वह केवल एक बैंक के हैं। प्रदेश में ऐसे लगभग ढाई सौ बैंक संचालित हैं, इससे आकलन लगाया जा सकता है कि है घोटाला कितना बड़ा है?
गोबर खरीदी व उससे वर्मी कंपोस्ट बनाने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:
1. जैसा की सबको ज्ञात हैं प्रदेश सरकार विभिन्न ग्राम पंचायतों में निर्मित गौठानो से गोबर खरीदी कर रही है।
2. उपरोक्त खरीदी किये गये गोबर को गौठानों में कार्यरत गौठान समितियों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है।
3. जो वर्मी कम्पोस्ट इन समितियों द्वारा निर्माण किया जा रहा है उस वर्मी कम्पोस्ट को सेवा सहकारी समिति के माध्यम से किसानो को जबरदस्ती बेचा गया है।
4. इस पूरी प्रक्रिया में जितनी गोबर खरीदी एक गौठान में किया गया उसके अनुपात में जो गोबर खरीदी की गई उसका भुगतान ऑनलाईन किया गया। खरीदी गई गोबर के अनुपात को लेकर गौठान समितियों ने यह सूचित किया कि वहां पर कितना वर्मी कम्पोस्ट निर्मित हैं। ऑनलाइन पत्र के हिसाब से।
5. निर्मित वर्मी कम्पोस्ट के विरूद्ध में सेवा सहकारी समिति के माध्यम से सहकारिता विभाग द्वारा जितना उपलब्ध वर्मी कम्पोस्ट ऑनलाइन के अनुसार था उसका बिना भौतिक सत्यापन व बिना जमा कराये पूरे के पूरे तथा कथित निर्मित वर्मी कम्पोस्ट का अग्रिम भुगतान संबंधित गौठान समितियों को कर दिया गया।
6. वास्तविकता में जब गौठान समितियों को वर्मी कम्पोस्ट जमा करने के लिए बोला गया तो वर्मी कम्पोस्ट में लगातार कमी आई। अकलतरा विकासखण्ड का एक नमूना आपके सामने पेश है और ऐसा पूरे प्रदेश में हुआ है।
7. किसी भी समिति से जिनको अग्रिम भुगतान किया गया, पूरा वर्मी कम्पोस्ट जमा नहीं कराया। आज दिनांक तक इन समितियों द्वारा पूरा वर्मी कम्पोस्ट जमा नहीं कराया गया है, जिनको सरकार द्वारा अग्रिम भुगतान कर दिया गया है, न कोई वसूली की गई।
8. अग्रिम भुगतान क्यों किया गया और अग्रिम भुगतान में जो अतिरिक्त बिना भौतिक सत्यापन के किया गया यही बहुत बड़ा घोटाला है। इन गौठान समितियों से कोई भी वसूली की कार्यवाही नहीं जा रही है। इसका मतलब किसी अपने को अनुग्रहित करने लिए राज्य सरकार के पैसे का अतिरिक्त भुगतान किया गया है।
9. अकलतरा बैंक ब्रांच के तहत कुल 9748 बोरी का अतिरिक्त भुगतान पाया गया है और कुल घोटाला कर लगभग 29,24,400 का अब तक संज्ञान में आया है। ध्यान रहे ये केवल एक ब्रांच का है। पूरे प्रदेश की गणना करें तो यह राशि अल्पकाल में 70 करोड़ से ज्यादा आएगी। अब तक कुल राशि की गणना करे तो 600 करोड़ से ज्यादा का घोटाला माना जा सकता है।
10. ऐसा भी हो सकता है कि गोबर खरीदी की ही नही गई और उसका फर्जी भुगतान कर दिया गया। फर्जी भुगतान के कारण गौठानों में इतना गोबर था ही नहीं उतना वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा सके।
11. भौतिक सत्यापन न करके सीधा भुगतान करना सरकार का घोटाला हैं और राजस्व की क्षति हैं, इस पर कार्यवाही होना चाहिए।
कृषि मंत्री से मांगा इस्तीफा
और अंत में सौरभ सिंह ने कहा कि, उपरोक्त बातों से यह स्पष्ट है यह कार्य कृषि मंत्री के संरक्षण में हो रहा है। यदि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं तो इतना निष्क्रिय कृषि मंत्री होने पर उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा की इस प्रेस वार्ता में किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी, संदीप शर्मा प्रदेश प्रवक्ता, केदार गुप्ता, भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल उपस्थित रहे।
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