बढ़ते अपराधों पर भाजपा के तीखे तेवर : कहा- अपराधगढ़ बन रहा छत्तीसगढ़, मोहन मरकाम के पार्टी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर भी उठाए सवाल

बढ़ते अपराधों पर भाजपा के तीखे तेवर : कहा- अपराधगढ़ बन रहा छत्तीसगढ़, मोहन मरकाम के पार्टी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर भी उठाए सवाल
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भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि राज्य में अपराध अपनी चरम सीमा को पार कर गया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस को युवक की गुमशुदगी के बाद संदेहियों के नाम भी बताए थे, लेकिन पुलिस ने किसी भी प्रकार की की कोई पूछताछ नहीं की। पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है। इसके कारण अब छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बनता जा रहा है। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराधों को लेकर बीजेपी ने राज्य सरकार को घेरे में लिया है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि, छत्तीसगढ़ में अपराध अपनी चरम सीमा लांघ चुका है। प्रदेश सरकार चौतरफा घिर चुकी है, ऐसे में अब पुलिस पर शिकायत दर्ज न करने का दबाव डाला जा रहा है। जिन महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से गैंगरेप हो रहा है, उन्हें भी बिना नहाए चार-चार दिन तक रिपोर्ट लिखाने पुलिस के सामने भीख मांगनी पड़ रही है। यह कैसी सरकार है?

राजधानी रायपुर से लगे बिरगांव नगर निगम के एमआईसी सदस्य इकराम अहमद के भतीजे की हत्या मामले को लेकर भी भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने प्रदेश सरकार को घेरा है। केदार गुप्ता ने कहा कि राज्य में अपराध अपनी चरम सीमा को पार कर गया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस को युवक की गुमशुदगी के बाद संदेहियों के नाम भी बताए थे, लेकिन पुलिस ने किसी भी प्रकार की की कोई पूछताछ नहीं की। पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है। इसके कारण अब छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बनता जा रहा है।

आदिवासियों के साथ हो रहा अत्याचार

वहीं, मंत्री अमरजीत भगत के बयान पर भी बीजेपी ने पलटवार किया है। अमरजीत भगत के बयान पर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि शगुन-अपशगुन के चक्कर में इनकी सरकार चली जाएगी। कांग्रेस की सरकार में बलात्कार, हत्या, उठाईगिरी की कार्रवाई लगातार हो रही है। आदिवासियों के साथ अत्याचार हो रहा है। इन सब बातों को ये अपशगुन कहकर टालने की कोशिश कर रहे हैं। आज इनकी स्थिति धरातल पर आ गई है। इस सरकार जाना तय है। ईसिस दौरान पीएल पुनिया के दौरे पर भी केदार कश्यप ने तंज कसते हुए कहा कि पीएल पुनिया वहां पर ये देखने गए हैं कि आदिवासियों का आरक्षण कम कर दिया गया है, स्थानीय भर्तियां रुकवा दी गई और आदिवासियों को और क्या प्रताड़ित कर सकते हैं।



बुलाए नहीं गए या नाराज हैं मारकाम?

कांग्रेस पॉलीटिकल अफेयर्स की बैठक में मोहन मरकाम के शामिल नहीं होने पर भी केदार कश्यप ने अपने बयान में कहा कि, मोहन मरकाम को या तो बुलाया नहीं गया या तो वे नाराज हैं। पूरे प्रदेश में जो हालात हैं, आदिवासियों के साथ जो हालात है, छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ जो अत्याचार हो रहा है, उसे स्थिति को लेकर अलग ही स्थिति बनती जा रही है। आदिवासियों का सम्मान, कहने की बात कहते है। बैठक में मोहन मरकाम को नहीं बुलाते हैं। मुख्यमंत्री स्वयं दुर्व्यवहार करते हैं। देखें वीडियो..


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