प्रसव के माहभर बाद भी रक्तस्राव, महिला का जटिल ऑपरेशन आंबेडकर अस्पताल में कर बचाई जान

प्रसव के माहभर बाद भी रक्तस्राव, महिला का जटिल ऑपरेशन आंबेडकर अस्पताल में कर बचाई जान
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प्रसव के माहभर बाद भी लगातार रक्तस्राव की वजह से गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी महिला को डाॅक्टरों की टीम ने जटिल आपरेशन के जरिए बचा लिया। उसे प्लेसेंटा परक्रेटा नामक समस्या थी जिसका आपरेशन आंबेडकर अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के चिकित्सकों ने किया।

प्रसव के माहभर बाद भी लगातार रक्तस्राव की वजह से गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी महिला को डाॅक्टरों की टीम ने जटिल आपरेशन के जरिए बचा लिया। उसे प्लेसेंटा परक्रेटा नामक समस्या थी जिसका आपरेशन आंबेडकर अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के चिकित्सकों ने किया।

विभागाध्यक्ष डाॅ. ज्योति जायसवाल ने बताया कि बलौदाबाजार निवासी 24 वर्षीय महिला ने माहभर पहले जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। जन्म के दौरान महिला को काफी रक्तस्त्राव हुआ इसके साथ ही गर्भाशय से आंवल गर्भनाल नहीं निकला। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल के बाद उसे गंभीर हालत में आंबेडकर अस्पताल रेफर किया गया था।

जब यहां भर्ती किया गया, तब भी उसका रक्तस्त्राव जारी था जिसके कारण यहां उसे तीन यूनिट रक्त चढ़ाया गया। जांच में गर्भाशय में प्लेसेंटा परक्रेटा होना पाया गया जिसके बाद डॉ. रुचि किशोर गुप्ता, डॉ. स्मृति नाईक और डॉ. श्वेता ध्रुव के साथ मिलकर विभागाध्यक्ष ने सर्जरी पूरी की। चिकित्सकों के मुताबिक महिला अब पूरी तरह स्वस्थ है और जल्द ही उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा।

डाॅ. जायसवाल के मुताबिक सामान्यतः आंवल या गर्भनाल या प्लेसेंटा बच्चेदानी या गर्भाशय की दीवार से हल्की सी चिपकी रहती है और जैसे ही बच्चे की डिलीवरी होती है संकुचन के फलस्वरूप आंवल भी बाहर निकलकर आ जाती है लेकिन इस केस में आंवल का कुछ हिस्सा बच्चेदानी में ही धंसा हुआ था जिससे महिला को लगातार रक्तस्त्राव हो रहा था। इस तरह की समस्या में समय पर उपचार नहीं मिलने से जान भी जा सकती है।


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