bridge collapse: माह भर पहले ही बना पुल बह गया, सांसद ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

नंदनवारा। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले (Kanker district) के नंदनवारा (Nandanwara) में भारी वाहनों की आवाजाही के लिए नेशनल हाईवे द्वारा बनाया गया एप्रोच पुल भारी बारिश में बह गया है। नंदनमारा पुल (Nandanmara bridge) के जर्जर होने के बाद भारी वाहनों की आवाजाही के लिए इसे बनाया गया था। मंगलवार को इस पुल से वाहनों (vehicles) की आवाजाही शुरू की गई थी, लेकिन दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने इस एप्रोच पुल की गुणवत्ता पोल खोलकर रख दी है। एप्रोच पुल का एक हिस्सा पानी की मार नहीं झेल पाया और बह गया।
पिछले महीने ही बनी थी पुल
छत्तीसगढ़ के बस्तर की लाइफ लाइन (line of Bastar) कहे जाने वाले कांकेर जिले के ग्राम नंदनवारा में सन 1976 में पुल का निर्माण कराया गया था। इस पुल के सहारे ही भारी वाहनों सहित अन्य वाहनों की आवाजाही हो रही थी, लेकिन जुलाई महीने की 22 तारीख को अचानक पुल का एक हिस्सा झुक गया। दिल्ली नेशनल हाईवे विभाग की ओर से जांच के लिए टीम पहुंची और भारी वाहनों पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया। भारी वाहनों को माकड़ी से डायवर्ट कर ग्राम बरदेवरी, कोकपुर, मालगांव, ठेलकबोड होते हुए बाईपास मार्ग से जगदलपुर की ओर भेजा जा रहा था. इस दौरान पुल के नीचे नदी में नेशनल हाइवे विभाग (National Highway Department) ने एप्रोच पुल का निर्माण शुरू किया।
16 अगस्त को बह गया पुल
बड़े-बड़े पाइप के गोले लगाकर इसे बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। भारी वाहनों की आवाजाही के कारण देवरी मार्ग (Deori road) में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। हादसे का डर लोगो को सताने लगा और उन्होंने 15 अगस्त को सड़क जाम कर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। एप्रोच पुल (approach bridge) तैयार होते ही 16 अगस्त से भारी वाहनों को इसी एप्रोच पुल से एक-एक कर वाहनों को भेजा जाने लगा। लेकिन यह भी बारिश की मार नहीं झेल पाया और एक हिस्सा बह गया।
सांसद ने लगाया सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप
इस बात की जानकारी जब कांकेर सांसद मोहन मंडावी (Kanker MP Mohan Mandavi) तो वह निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, इस सरकार के राज में भ्रष्टाचार चरम पर है, जिस बाईपास मार्ग (bypass road) और पुल को पहले बन जाना था वह 5 साल होने को है अब तक नहीं बन पाया है। इसी तरह केशकाल बाईपास का काम भी अब तक शुरू नहीं हुआ है। केंद्र सरकार (central government)इतना पैसा दे रही है, बावजूद इसके कार्य कुछ भी नहीं, जब मालूम था कि बारिश में इस तरह की स्तिथि निर्मित होगी तो क्यों लापरवाही बरतते हुए निर्माण किया गया। अब जब एप्रोच पुल बह गया है तो इस मार्ग से भारी वाहनों को आने जाने में काफी दिक्कत होगी, क्योंकि देवरी मार्ग व एप्रोच पुल के बंद हो जाने से कांकेर शहर (Kanker city) से होकर गुजरने वाली वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ सकती है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS