भीड़ की बेरहमी : बच्चा चोरी के महज संदेह में ही 3 साधुओं को बुरी तरह पीटा... प्रदेश भाजपाध्यक्ष बोले- छत्तीसगढ़ में कोई सुरक्षित नहीं

भीड़ की बेरहमी : बच्चा चोरी के महज संदेह में ही 3 साधुओं को बुरी तरह पीटा... प्रदेश भाजपाध्यक्ष बोले- छत्तीसगढ़ में कोई सुरक्षित नहीं
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भीड़ ने तीन साधुओं को लात-घूंसों और डंडों से इतना मारा कि एक साधू का सिर फट गया, जबकि 2 और साधू बुरी तरह से घायल हो गए हैं। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आखिर क्यों कि साधुओं की पिटाई पढ़िए पूरी खबर...

दुर्ग/भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बच्चा चोरी के शक में साधुओं की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। यहां भीड़ ने तीन साधुओं को लात-घूंसों और डंडों से इतना मारा कि एक साधू का सिर फट गया, जबकि 2 और साधू बुरी तरह से घायल हो गए हैं। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साधू भेषधारियों की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मामला भिलाई-03 थाना क्षेत्र का है। भिलाई तीन थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि यह घटना बुधवार सुबह 11-12 बजे के बीच की है। लेकिन हैरानी की बात है कि ये मामला सामने नहीं आया था और पुलिस ने भी केस दर्ज नहीं किया था। गुरुवार को जब इस पिटाई का वीडियो वायरल हुआ तब पूरे घटनाक्रम की जानकारी सामने आई है।

भीड़ ने कि साधुओं की पीटनाई

पुलिस ने बताया कि चरोदा क्षेत्र में कहीं से तीन साधू आ रहे थे। उसी दौरान किसी ने हल्ला करना शुरू कर दिया कि ये साधु बच्चा चोरी करते हैं। इसके बाद कुछ युवकों ने उन साधुओं को पीटना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे लोगों की भीड़ वहां जुट गई। कई लोग एक साथ दौड़ते हुए मौके पर पहुंच गए और साधुओं को जमकर पीट दिया। इसी दौरान किसी ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी। फिर पुलिस का एक जवान मौके पर पहुंचा और उसने किसी तरह से तीनों साधुओं को एक टैक्सी में बिठा दिया। दूसरे पुलिस कर्मियों को मौके पर बुलाया गया। तब तक भीड़ उस टैक्सी तक भी पहुंच गई और वहां भी साधुओं की पीटाई कर दी।

शराब के नशे में पीटाई

मामले में एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने मामले की पूरी जानकारी ली है। उन्होंने टीआई मनीष शर्मा को फटकार लगाते हुए मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट और बलवा का केस दर्ज किया है। पुलिस इस केस में 30 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि बेवजह ही साधुओं पर शराब के नशे में हमला किया गया है। कुछ लोग चरोदा में दशहरे के मौके पर पार्टी कर रहे थे। इस बीच उन्होंने साधुओं को देखा, वहीं पर किसी ने ये हल्ला कर दिया कि ये लोग बच्चा चोरी करते हैं। इसके बाद शराब के नशे में इन्हीं लोगों ने पहले साधुओं को पीटना शुरू किया। फिर धीरे-धीरे भीड़ जुट गई और साधुओं को बच्चा चोर कहते हुए बुरी तरह मारा गया। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

राजस्थान के हैं तीनों साधु

मिली जानकारी के अनुसार जिन साधुओं की पिटाई की गई है वह राजस्थान के रहने वाले हैं। इनका नाम राजबीर सिंह, अमन सिंह और श्याम सिंह है। तीनों रेलवे क्षेत्र चरोदा में काफी समय से किराए का मकान लेकर रह रहे थे। यहां वे राशन और कपड़े मांग कर अपना जीवन गुजारा कर रहे थे। टीआई का कहना है कि उन्हें इन साधुओं की कोई संदिग्ध गतिविधि अब तक नहीं मिली है। पब्लिक ने बच्चा चोरी का आरोप लगाकर इन्हें क्यों मारा इसकी जांच की जा रही है।

CG में कोई सुरक्षित नहीं : अरुण साव

वहीं इन साधुओं की बेरहमी से पिटाई पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कोई सुरक्षित नहीं है। मैंने छत्तीसगढ़ में ऐसा अराजकता का माहौल कभी नहीं देखा।मुख्यमंत्री के गृह जिले दुर्ग में साधुओं की हुई बेरहमी से पिटाई पर प्रदेश अध्यक्ष साव ने कांग्रेस से सवाल किया है कि प्रदेश में अगर कोई अफवाह फैला रहा है तो सरकार समय रहते उस पर लगाम क्यों नहीं लगा पाई? ऐसा क्या हो गया है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में जब मुख्यमंत्री स्वयं वहां मौजूद थे उनकी मौजूदगी में इतनी बड़ी घटना छत्तीसगढ़ में हो गई और पुलिस कुछ भी कहने से बचती रही? श्री साव ने सवाल किया कि मंदिरों के पुजारी, मंदिरों के बाहर बैठने वाले भिक्षुक, साधू संत, पूजा पाठ करने वाले लोगों की सुरक्षा के प्रति सरकार उदासीन क्यों है? उन्होंने चिंता जताई कि कही ऐसा न हो कि अफवाह के चलते किसी निर्दोष व्यक्ति की जान चली जाए।

प्रदेश में हर ओर अराजकता का माहौल

अरुण साव ने कहा कि प्रदेश में हर ओर अराजकता का माहौल है। हर दिन बड़ी-बड़ी घटनाएं हो रही है, लेकिन प्रशासन, सरकार इस पर मौन रहती है। ऐसे में जनता की सुरक्षा करने का जिम्मा आखिर कौन संभाल रहा है?उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले से ही मुख्यमंत्री और गृह मंत्री आते हैं, आखिर इतने दिग्गज नेताओं के रहते कानून व्यवस्था का हाल इतना बुरा क्यों है? यह घटना हुए 24 घंटे बीत रहे हैं ऐसे में अब तक सरकार क्यों सोती रही?एसपी ने खुद पुष्टि कर दी है कि बच्चा चोरी का कोई मामला नहीं है तो फिर इतनी बड़ी घटना कैसे हो गई?

साधुओं के साथ मारपीट की घटना निंदनीय : कांग्रेस

कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने साधुओं के साथ मारपीट की घटना पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि साधुओं के साथ मारपीट की घटना निंदनीय है, अस्वीकार्य है। पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जन सामान्य से अपील है कि अफवाहों में आ कर कानून न तोड़े। राजनैतिक दलों से अनुरोध है, घटना का गलत प्रस्तुतिकरण न करें। अनर्गल बयानबाजी से समाज का माहौल खराब होता है। देखिए वीडियो-



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