बजट सत्र: शायराना अंदाज में नेता प्रतिपक्ष का हमला- बोले- बिल्ली कहे चूहे से... डर मत, मैं तो तेरी मौसी हूं... तो समझ लो जंगल में चुनाव आया है

बजट सत्र: शायराना अंदाज में नेता प्रतिपक्ष का हमला- बोले- बिल्ली कहे चूहे से... डर मत, मैं तो तेरी मौसी हूं... तो समझ लो जंगल में चुनाव आया है
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नारायण चंदेल ने कहा कि नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के लिए कोई बजट प्रावधान है क्या? दिल्ली तक पोस्टर लगे हैं लेकिन बजट में कोई प्रावधान नहीं है। पढ़िए पूरी खबर…

गौरव शर्मा-रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट पर सामान्य चर्चा जारी है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि पहली बार बजट से पहले ही हमने विज्ञापन देखा। ऐसा लगा जैसे अंतरिक्ष से कोई परी उतरने वाली है। इसे भरोसे का, विश्वास का बजट बताया गया। क्या पहले 4 साल का बजट अविश्वास का बजट था? क्या वह लोगों को छलने का, धोखे का बजट था?

शायरी से सरकार पर हमला

नारायण चंदेल शायराना अंदाज में कहा कि आज शेर बकरी को शाकाहार के फायदे गिना रहा है। लोमड़ी चोला बदलकर शराफत का पाठ पढ़ा रही है। बिल्ली कहे चूहे से डर मत मैं तो तेरी मौसी हूं तो समझ लो जंगल में चुनाव आया है।

यह धोखे का बजट है

नारायण चंदेल यह छत्तीसगढ़ की जनता को छलने का बजट है. नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के लिए कोई बजट प्रावधान है क्या? दिल्ली तक पोस्टर लगे हैं लेकिन बजट में कोई प्रावधान नहीं है।

गाय को लेकर तकरार

प्रदेश के गोठानों में गाय मर रही है, उनके लिए चारा, डॉक्टर, देखभाल की कोई व्यवस्था नहीं है। नेता प्रतिपक्ष के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने की आपत्ति की। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि भाजपा के लोगों ने गाय के मांस और चमड़े को भी बेच डाला था।

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