बस संचालकों को 15 नवंबर तक नए बस अड्डे में शिफ्टिंग का अल्टीमेटम : 16 नवम्बर से सिटी में बसें मिली तो होंगी जब्त

रायपुर। प्रशासन ने बुधवार को नए टर्मिनल से एक-एक कर 32 बसें जगदलपुर रूट पर पचपेड़ीनाका तक तथा 33 बसें भिलाई रूट पर टाटीबंध की ओर रवाना की थी, ताकि टर्मिनल से बसों के शहर से बाहर निकलने में आने वाली दिक्कतों को चेक किया जा सके। 15 नवंबर से तमाम बसें पंडरी के बजाय नए टर्मिनल से छूटेंगी। पुलिस अफसरों के मुताबिक इसी तारीख से जो भी बस शहर में मिलेगी, उसे जब्त कर लिया जाएगा।
बुधवार को 50 बसों का ट्रायल रन किया गया। इस दौरान एंट्री और एग्जिट से लेकर आवाजाही के रास्तों को लेकर दर्जनभर खामियां सामने आई हैं। सबसे बड़ी समस्या पचपेड़ी नाका ओवरब्रिज के नीचे से गाड़ियों की आवाजाही को लेकर है, अगर इस रूट में एक साथ दो तरफ से गाड़ियाँ आई तो दोनों को एक साथ प्रवेश करने में खासी दिक्कत आएगी। साथ ही इस एरिया में 24 घंटे ट्राफिक कंट्रोल करने के लिए ट्राफिक अमला तैनात करना होगा।
इस सबके बाद भी उच्चपदस्थ सूत्रों ने संकेत दिए कि प्रशासन शहर में बसें बैन करने का आदेश 12 नवंबर निकालेगा। उस तारीख से शिफ्टिंग के लिए ऑपरेटरों को रविवार तक यानी दो दिन दिए जाएंगे। 15 नवंबर से तमाम बसें पंडरी के बजाय नए टर्मिनल से छूटेंगी। पुलिस अफसरों के मुताबिक इसी तारीख से जो भी बस शहर में मिलेगी, उसे जब्त कर लिया जाएगा।
ट्रायल के दौरान नए टर्मिनल से शाम 5 बजे पहली बस पचपेड़ी नाका के लिए निकली। इसके बाद एक-एक कर 31 बसों को छोड़ा गया। भाठागांव से पचपेड़ी नाका की दूरी लगभग ढाई किलोमीटर है। टर्मिनल से निकलकर बस भाठागांव चौक गई, जहां भारी ट्रैफिक दबाव से सामना हुआ। पुलिस ने एक ओर ट्रैफिक रोका, तब जाकर बसें बढ़ीं और सर्विस रोड से होकर रिंग रोड-1 पर आ पाईं। भाठागांव से टाटीबंध की दूरी लगभग 7 किलोमीटर है। नए टर्मिनल से छूटी बसें भाठागांव ब्रिज के नीचे से सर्विस रोड पर पहुंची और वहां से सीधे रिंग रोड-1 पर आ गईं। इस दौरान बसों के रास्ते में कोई दिक्कत नहीं आई। लेकिन इसके बाद सारी बसें टाटीबंध चौक पर जाकर फंसती गईं। वहां फ्लाईओवर निर्माण चल रहा है, इस वजह से दिनभर जाम रहता है।
अफसरों के मुताबिक बसों को 7 किमी के इस पैच में टाटीबंध चौक के आसपास भारी दिक्कत हुई। यह परीक्षण इसलिए हुआ था, क्योंकि रायपुर से दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव, धमधा समेत कई दिशाओं की बसें इसी चौराहे से होकर गुजरती हैं। टाटीबंध की ओर रवाना की गई अधिकांश बसों को 5 से 8 मिनट का अतिरिक्त समय इसी चौराहे पर लगा।
संतोषीनगर ब्रिज पार करने के बाद बस फिर सर्विस रोड पर उतरी तो फिर से जाम लग गया और बस फिर पचपेड़ी नाका ब्रिज के नीचे करीब 5 मिनट फंसी। वहां से बसें इसी मार्ग से भाठागांव लौटीं। सर्विस रोड पर भी बहुत दिक्कत थी, क्योंकि दोनों ओर गाड़ियां पार्क थीं। हर 100 मीटर पर बिजली खंभे और ट्रांसफार्मर से व्यवधान हुआ किसी तरह से बसें भाठागांव टर्मिनल लौट आईं। पुलिस ने बताया कि ट्रायल के दौरान सर्विस रोड पर बिजली खंभे और ट्रांसफार्मर सबसे बड़ी बाधा के रूप में सामने आए। खंभे हटाने के लिए पुलिस बिजली विभाग को चिट्ठी लिख रही है। इसके बाद सड़क चौड़ी होगी और इसे नो-पार्किंग जोन घोषित कर दिया जाएगा। यही नहीं, कुछ जगह नालियां भी बंद की जाएंगी, ताकि बसों के रास्ते में रुकावट न आए। इधर, ट्रायल के दौरान रायपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने रिंग रोड-1 व 2 का निरीक्षण किया और हीरापुर-भनपुरी के बीच सड़कों पर पार्क ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करवा दी।
नया रूट ऐसा होगा-
• बिलासपुर-कवर्धा रूट से आने वाली बसें सिलतरा से भनपुरी तिराहा, रिंग रोड-2, टाटीबंध, सरोना होते हुए भाठागांव आएंगी।
• बलौदबाजार-बिलाईगढ़ की बसें विधानसभा ओवरब्रिज से रिंग रोड-3, मंदिर हसौद, जोरा, तेलीबांधा चौक से भाठागांव जाएंगी।
• ओडिशा-महासमुंद की बसें तेलीबांधा तक आएंगी, यहां से रिंग रोड-1 से होती हुई सीधे भाठागांव बस टर्मिनल तक पहुंचेंगी।
• बस्तर-धमतरी से आने वाली बसें पचपेड़ी नाका से सर्विस रोड पर लेफ्ट टर्न लेकर रिंग रोड-1 पर पहुंचेंगी और भाठागांव जाएंगी।
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