आरक्षक की मौत का मामला उलझा, परिजनों ने लौटाई अनुग्रह राशि

जांजगीर चांपा. जिले के चर्चित आरक्षक पुष्पराज सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। वहीं कलेक्टर ने दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन जांच अधिकारी के होमआइसोलेशन पर होने के कारण जांच शुरू नहीं हो सकी। इधर पुलिस विभाग ने आरक्षक के परिजनों को 50 हजार की अनुग्रह राशि दी, परंतु उन्होंने उसे लौटा दिया।
गौरतलब है कि पुलिस आंदोलन के अलावा अफसरों के खिलाफ फेसबुक पर चुनौती भरे पोस्ट तथा कोरोना कॉल के दौरान मुख्यमंत्री राहत कोष में साल भर की सैलरी देकर चर्चा में आए शक्ति थाना में पदस्थ आरक्षक पुष्पराज सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली थी। वह खेड़ा रोड से लगे कच्ची सड़क पर अस्थाई विद्युत कनेक्शन के लिए लगाए गए खंभे और केवल में फंस गया था। इस घटना के बाद एसपी श्रीमती पारुल माथुर के प्रतिवेदन पर कलेक्टर ने दंडाधिकारी जांच के आदेश देते हुए जांजगीर एसडीएम मेनका प्रधान को जांच अधिकारी नियुक्त किया और जांच के बिंदु तय कर दिए, लेकिन जांच अधिकारी मेनका प्रधान के होम आइसोलेशन में होने के कारण जांच शुरू नही हो पाई है। दूसरी तरफ घटना के चश्मदीद और पुलिस को सर्वप्रथम सूचना देने वाले दारू भट्ठी के गार्ड देवेंद्र धीवर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि घटना से पहले आये आंधी तूफान से बांसों के सहारे खींचे गए तार अधेरे में नीचे झूल गए थे। इसमें फंसकर वहां से गुजरता हुए आरक्षक नीचे गिर पड़ा था।
मृतक के परिजन बता रहे हत्या
इधर, आरक्षक की मौत के बाद से मृतक के घर वाले इसे हत्या बता कर लगातार सोशल मीडिया और मुख्यमंत्री व गृहमंत्री से उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने विभाग द्वारा दी गई 50 हजार की अनुग्रह राशि भी लौटा दी है।
सीबीआई जांच की मांग
आरक्षक के भाई ने वीडियो जारी कर इसे सुनियोजित षड्यंत्र बता कर सीबीआई जांच की मांग की है। बहरहाल आज एसडीएम मेनका प्रधान के होम आइसोलेशन में होने की वजह से जाँच शुरू नही हो सकी है। 2 दिन बाद आइसोलेशन अवधि पूर्ण पर जाँच प्रारंभ की जाएगी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS