CG Election : भाजपा ने ओबीसी पर लगाया दांव, 31 को बनाया प्रत्याशी

CG Election :  भाजपा ने ओबीसी पर लगाया दांव, 31 को बनाया प्रत्याशी
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पार्टी ने राज्य की 51 सामान्य सीटों (general seats)में सबसे अधिक 31 प्रत्याशी ओबीसी समुदाय से बनाए हैं। यही नहीं, अभी जो पांच उम्मीदवारों के नाम आने बाकी हैं, उनमें भी ओबीसी प्रत्याशी शामिल हो सकते हैं। इस आधार पर माना जा सकता है कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए ओबीसी पर दांव लगाया है। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा (BJP)ने 90 में से 85 सीटों(seats) पर दो किस्तों में प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। खास बात ये है कि, पार्टी ने राज्य की 51 सामान्य सीटों (general seats)में सबसे अधिक 31 प्रत्याशी ओबीसी समुदाय से बनाए हैं। यही नहीं, अभी जो पांच उम्मीदवारों के नाम आने बाकी हैं, उनमें भी ओबीसी प्रत्याशी शामिल हो सकते हैं। इस आधार पर माना जा सकता है कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए ओबीसी पर दांव लगाया है।

ये हैं भाजपा के ओबीसी प्रत्याशी

श्याम बिहारी जायसवाल मनेंद्रगढ़, भैय्यालाला राजवाड़े बैकुंठपुर, ओपी चौधरी रायगढ़, प्रेमचंद पटेल कटघोरा, अरुण साव लोरमी, धरमलाल कौशिक बिल्हा, नारायण प्रसाद चंदेल जांजगीर चांपा, डॉ. खिलावन साहू सक्ती, कृष्णकांत चंद्रा जैजेपुर, योगेश्वर राजू सिन्हा महासमुंद, टंकराम वर्मा बलौदाबाजार, मोतीलाल साहू रायपुर ग्रामीण, अजय चंद्राकर कुरूद, रंजना डीपेंद्र साहू धमतरी, राकेश यादव संजारी बालोद, वीरेंद्र कुमार साहू गुंडरदेही, ललित चंद्राकर दुर्ग ग्रामीण, गजेंद्र यादव दुर्ग शहर, रिकेश सेन वैशाली नगर, ईशवर साहू साजा, भरतलाल वर्मा डोंगरगांव, महेश साहू खरसिया, लखनलाल देवांगन कोरबा, अलका चंद्राकर खल्लारी, इंद्र कुमार साहू अभनपुर, रोहित साहू राजिम, विजय बघेल पाटन, गीता घासी साहू खुज्जी ।

बची सीटों पर भी ओबीसी की दावेदारी

भाजपा ने पहली किस्त में 21 प्रत्याशी घोषित किए थे, दूसरी किस्त में 64 प्रत्याशी। इसके बाद अब पांच सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जाने बाकी हैं। ऐसी संभावना है कि बाकी बची सीटों में एक-दो प्रत्याशी ओबीसी समुदाय से हो सकते हैं। बाकी बची सीटों में बेलतरा, अंबिकापुर, बेमेतरा, पंडरिया और कसडोल। इनमें से पंडरिया और कसडोल से ओबीसी समुदाय के उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है।

कांग्रेस भी लगाती है इसी वर्ग पर दांव

छत्तीसगढ़ की सियासत में ओबीसी समुदाय प्रभावशाली है। राज्य में सरकार द्वारा बनाए गए आरक्षण विधेयक में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की वकालत की गई थी। हालांकि इस विधेयक को राज्यपाल की मंजूरी नहीं मिली। भाजपा की सियासत में देखा जाए, तो प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ओबीसी समुदाय से हैं। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल भी ओबीसी हैं। कांग्रेस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ओबीसी समुदाय से हैं। कांग्रेस भी ओबीसी समुदाय पर दांव लगाती है। राज्य में ओबसी समुदाय में साहू और कुर्मी, लोधी, निषाद, अघरिया, सेन, यादव सहित कुछ अन्य जातियां आती हैं।

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