CG Election : प्रचार थमा, रात गहराई, गली-गली में लिफाफों की चर्चा

CG Election : प्रचार थमा, रात गहराई, गली-गली में लिफाफों की चर्चा
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हरिभूमि ने रायपुर की चार विधानसभा सीटों, (assembly seats)रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण, रायपुर पश्चिम और रायपुर ग्रामीण में रात का जायजा लिया। बड़ी कालोनियों में ज्यादा असर नजर नहीं आया। लेकिन बस्तियों में खूब माहौल दिखा। रात गहराई और गली-गली में लिफाफा बंटने की चर्चा चली।पढ़िए पूरी खबर...
  • नुक्कड़ों पर लोग हार-जीत के आंकड़ों पर चर्चा करते रहे, रात में घूमी टीम हरिभूमि

रायपुर। शाम को चुनाव प्रचार (election campaign) का शोर थमा तो रात गहराते ही राजनीतिक चर्चाओं से रायपुर (Raipur)की चारों विधानसभाएं(assemblies)गर्म हो गई। बस्तियों में लोग जमा हुए, कालोनियों में सन्नाटा पसर गया। नुक्कड़ों पर लोग हार जीत के आंकड़ों पर चर्चा करते रहे। हरिभूमि ने रायपुर की चार विधानसभा सीटों, (assembly seats)रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण, रायपुर पश्चिम और रायपुर ग्रामीण में रात का जायजा लिया। बड़ी कालोनियों में ज्यादा असर नजर नहीं आया। लेकिन बस्तियों में खूब माहौल दिखा। रात गहराई और गली-गली में लिफाफा बंटने की चर्चा चली।

रायपुर दक्षिण का हाल

कड़क लिफाफे में 1 हजार रुपए करारेनोट की शक्ल में इलाके में बंटे, पूरा काम साइलेंट मोड में चला। कुछ इलाके में लिफाफे नहीं पहुंचे, वहां के वोटर फुसफुसाते रहे, हमारे इलाके ने क्या बिगाड़ा। दूसरे इलाके में वोटर कहते दिखे कि चुनाव में हमें गिफ्ट नहीं चाहिए, वोट देकर चुनाव में जीत का गिफ्ट हम देंगे। छत्तीसगढ़ नगर के नुक्कड़ पर चुनावी चर्चा में मशगूल जनता जनार्दन के बीच यह चर्चा छिड़ी, मोलभाव वाली राजनीति उन्होंने जिंदगी में पहली बार देखी। धान के समर्थन मूल्य पर बीजेपी के 3200 रुपए समर्थन मूल्य की घोषणा से चुनाव में फर्क पड़ने की बात वोटरों ने स्वीकारी। चुनाव से शराबबंदी का मुद्दा दोनों ही पार्टी के एजेंडे से गायब होने पर बुजुर्ग जन ये कहते दिखे कि पार्टी कोई भी हो, ये कभी नहीं चाहेगी कि शराब बिक्री से मिलने वाली मोटी कमाई बंद हो ।

उत्कल बस्ती माने बृजमोहन

कांग्रेस समर्थक महिला वोटर ने दो टूक शब्दों में कहा, दक्षिण की उत्कल बस्ती माने बृजमोहन को वोट देंगे। नुक्कड़ पर चर्चा ये भी रही कि इस बार हिंदुत्व वाला मुद्दा सर चढ़कर बोलेगा। कांग्रेस पार्टी को इसी मुद्दे पर वोट बोनस के रूप में मिलेगा। भले ही बीजेपी वाले जयश्री राम का नारा उछालते रहें।

जय श्रीराम, जय-जय श्रीराम

कैलाशपुरी दाल में भाजपा के तत्पर कार्यालय में चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद कार्यकर्ता, समर्थकों की भीड़ उमड़ी। पार्टी प्रत्याशी के आते ही नारा गूंजा जयश्रीराम जवाब में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा जय जय श्रीराम चुनावी माहोल को लेकर महिला कार्यकर्ता, युवाओं की टोली बाहर इत्मीनान से चर्चा करती देखी गई।

दक्षिण विधानसभा में 19 वार्ड शामिल

19 वार्ड को समाहित किए रायपुर दक्षिण में इस बार भाजपा के धाकड़ नेता व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का मुख्य मुकाबला कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास से है। इस विधानसभा क्षेत्र में चुनाव इसलिए ज्यादा दिलचस्प है, क्योंकि महापौर, सभापति और 3 एमआईसी के सदस्य सहित 2 जोन अध्यक्ष इसी विधानसभा से आते। हैं। 11 पार्षद यहां कांग्रेस से हैं, जबकि 8 पार्षद बीजेपी से।

चुनाव का समय गलत है वोटिंग पर फर्क पड़ेगा

महिला वोटर ने ये भी कहा, छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव गलत समय पर हो रहा है। दीपावली त्योहार और छठ पूजा का असर मतदान पर पड़ेगा। धर्मनगर चौक पर चुनावी चर्चा करते युवा वोटर इस बात से नाराज रहे. टिकिट वितरण में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी ने अपनी मनमानी की। इसका असर विधानसभा चुनाव के परिणाम में देखने को मिलेगा। सुभाषनगर, सोझवापारा, टैगोरनगर महिलाओं की रैली के बारे में भी लोग चर्चा करते रहे।

महंत नाम मोहन

दक्षिण के वोटरों का कहना है, कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास उनके इलाके में जनसंपर्क और रैली में लोगों से मिलने आए, भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल भी पहुंचे हैं। भले ही पार्टी के नेता, पदाधिकारी रैली, जुलूस और डंडा झंडा के साथ गली मोहल्लों में वोटरों से मिलने आए।

ग्रामीण में त्योहार का असर, गलियों में सन्नाटा व नुक्कड़ पर ही चर्चा

ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में त्योहार इसी ट का असर देखने को मिला। गलियों और- में त्योहार के कारण सन्नाटा पसरा मिला। कई जगह नुक्कड़ पर युवाओं और बुजुगों के ग्रुप चर्चा में मशगूल मिले। इनके बीच किसी तीसरी पार्टी को लेकर किसी भी तरह की चर्चा भी नहीं रही, यानी अन्य प्रत्याशी पब्लिक के बीच अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। मंथन के दौरान बुजुर्ग भाजपा तो युवाओं के बीच कांग्रेस के कार्यों को लेकर चर्चा सुनने को मिली। विधानसभा चुनाव का प्रचार थमने के बाद ग्रामीण क्षेत्र में जब हरिभूमि की टीम स्थिति जांचने के लिए निकली, तो बोरियाखुर्द में लोग भाई दूज के चलते गलियों में कम ही नजर आए। इससे ज्यादातर इलाके में सन्नाटा पसरा मिला। सेजबहार, कचना में भी कुछ इसी तरह का नजरा देखने को मिला।

चुनावी शोर थमते ही युवाओं बुजुर्गों के ग्रुप में कांग्रेस भाजपा को लेकर मंथन

इसी तरह बीरगांव, सरोरा, उरकुरा और रावांभाठा में पार्टियों के समर्थक ही कुछ स्थानों पर चर्चा करते नजर आए। विनोद निषाद सहित कई लोग सरोरा में चर्चा करते मिले। इनके बीच दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों के चुनावी घोषणापत्र को लेकर मंथन किया जा रहा था। बोरियाखुर्द में गौतम कुमार व आशीष अपने दोस्तों के साथ चर्चा करते मिले। इनके बीच भाजपा के पिछले कार्यकाल और कांग्रेस द्वारा पांच साल में किए गए कार्यों को लेकर अपने-अपने तर्क दिए जा रहे थे। युवा बेरोजगारी भत्ते के साथ क्षेत्र की समस्याओं के समाधान को लेकर भी अपने-अपने तर्क के साथ चर्चा में मशगूल मिले। इनका तर्क यह भी रहा कि महिलाओं का वोट चुनाव में निर्णायक होगा, क्योंकि उन्हें साधने के लिए घोषणापत्र में भी दावा किया गया है।

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