CG Election : आचार संहिता जल्द, नए सीएम हाउस - मंत्री निवास समेत टाटीबंध ब्रिज का उद्घाटन फंसेगा

CG Election : आचार संहिता जल्द, नए सीएम हाउस - मंत्री निवास समेत टाटीबंध ब्रिज का उद्घाटन फंसेगा
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नवा रायपुर (Nava Raipur )में सीएम हाउस (CM House)का उद्घाटन होना बाकी है, वहीं विधायकों की नई कॉलोनी बसाने की योजना अधर में लटक गई है। इसके अलावा राजधानी की दूसरी बड़ी योजनाएं भी शामिल हैं, जिस पर निर्णय नहीं होने की स्थिति में प्लानिंग पूरी तरह से पिछड़ गई है। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। विधानसभा चुनाव ( Assembly Elections)के चलते कई बड़ी महत्वाकांक्षी योजनाओं पर आचार संहिता का ग्रहण लगना तय है। नवा रायपुर (Nava Raipur )में सीएम हाउस (CM House)का उद्घाटन होना बाकी है, वहीं विधायकों की नई कॉलोनी बसाने की योजना अधर में लटक गई है। इसके अलावा राजधानी की दूसरी बड़ी योजनाएं भी शामिल हैं, जिस पर निर्णय नहीं होने की स्थिति में प्लानिंग पूरी तरह से पिछड़ गई है। इनमें आवासीय योजनाओं से लेकर पीपीपी मॉडल (PPP model)में तैयार होने वाले कांप्लेक्स भी शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक, नवा रायपुर में सीएम हाउस, मंत्री बंगलों एवं विधायकों की कॉलोनी (MLA's Colony)में चुनाव के पहले गृह प्रवेश को लेकर तैयारियां जोरों पर थीं, लेकिन अधूरे कामों की वजह से अब आचार संहिता की तलवार लटकने लगी है। सरकारी कॉलोनी में समय रहते काम पूर्ण नहीं हो पाने की स्थिति में अ नई सरकार के गठन के बाद ही यहां पर शिफ्टिंग की योजना बन रही है। नवा रायपुर के सेक्टर-24 में राजभवन, सीएम हाउस, मंत्रियों व अफसरों के बंगले के साथ ही 164 आवास की योजना प्रस्तावित है। निर्माण कार्य 2 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन साढ़े तीन साल गुजर जाने के बाद भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया जा सका है। अब नई सरकार के कार्यकाल में ही उद्घाटन होने की संभावना है। नवा रायपुर में शासकीय आवासों के लिए करीब 505 करोड़ रुपए की लागत राशि तय की गई है।

14 एकड़ में राजभवन 8 एकड़ में सीएम हाउस

नवा रायपुर में राजभवन का कैंपस 14 एकड़ में बन रहा है, वहीं सीएम हाउस के लिए 8 एकड़ जमीन तय की गई है। एनआरडीए से जमीन लेने के बाद पीडब्ल्यूडी द्वारा यहां पर भवन निर्माण का कार्य किया जा रहा है। राजभवन में दरबार हॉल के साथ सेक्रेट्रिएट बिल्डिंग, स्टाफ क्वार्टर बनाने की योजना है। 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। 8 एकड़ में बनने वाले सीएम हाउस में 6 बेडरूम, फैमिली व लिविंग रूम, प्राइवेट थियेटर, हेल्थ सेंटर और बड़ी लाइब्रेरी का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इसके उद्घाटन को लेकर भी कोई कार्ययोजना नहीं बन सकी है।

टाटीबंध फोरलेन ब्रिज का उद्घाटन अटका

टाटीबंध में 120 करोड़ से अधिक की लागत से फोरलेन फ्लाईओवर ब्रिज बनाया गया है। सरोना रिंगरोड-1, दुर्ग, रायपुर सिटी और बिलासपुर मार्ग की ओर से फ्लाईओवर के जरिए ट्रैफिक डायवर्ट किया जा रहा है, लेकिन करोड़ों रुपए के इस प्रोजेक्ट को आधिकारिक तौर पर उद्घाटन करने की प्रक्रिया लटकी हुई है। ट्रैफिक जाम और जोखिम से बचने के लिए पुलिस विभाग ने भले ही ट्रैफिक डायवर्ट के लिए शुरुआत कर दी है, लेकिन घोषित तौर पर टाटीबंध ब्रिज का उद्घाटन अब तक अटका हुआ है।

निर्देश नहीं मिले

पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता ज्ञानेश्वर कश्यप ने बताया कि, सीएम हाउस और बाकी मंत्री बंगले के उद्घाटन को लेकर फिलहाल शासन से कोई निर्देश नहीं मिले हैं। आचार संहिता लगने के पहले भवनों के उद्घाटन को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता।

आचार संहिता लगी तो बिलासपुर संभाग में एक हजार करोड़ के कामों पर पड़ेगा असर


बिलासपुर। आदर्श आचार संहिता के पहले राज्य सरकार ने लोकार्पण और शिलान्यासों के कार्यक्रमों में तीन महीने में ही 40 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया है। इसी सप्ताह चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव की घोषणा की तो बिलासपुर में ही करीब एक हजार करोड़ रुपए कामों के लोकार्पण और पूरा होने में असर पड़ेगा। बिलासपुर में 150 करोड़ का अरपा प्रोजेक्ट अधूरा पड़ा है तो स्मार्ट सिटी के तहत बन रहे 25 करोड़ के स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के पूरा होने की तिथि आगे बढ़ती जा रही है। कोनी में 200 करोड़ से बन रहा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल भी लोकार्पण की बाट जोह रहा है। रायगढ़ जिले के खरसिया में बन रहे 64 करोड़ रुपए के ओवर ब्रिज का काम भी चुनाव के बाद ही पूरा हो सकेगा। आचार संहिता के पहले राज्य सरकार ने अपने सभी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अमले को मैदान पर उतार दिया है।

कोनी में सिम्स

बिलासपुर के कोनी में बन रहे प्रदेश के सबसे बड़ा सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण अब अपने अंतिम समय पर आ चुका है। मौजूदा स्थिति में आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण लगने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। मई 2023 में इसके पूरा होकर लोकार्पण की बात थी लेकिन यह फिर टल गया।

स्मार्ट सिटी के 300 करोड़ के कामों पर असर

बिलासपुर में 200 करोड़ रुपए के स्मार्ट सिटी के कामों का लोकार्पण भी अब नहीं हो सकेगा। इसमें अरपा के दोनों किनारों पर 150 करोड़ रुपए में बन रही स्मार्ट सड़क खास तौर पर शामिल है। इस सड़क को जून 2023 तक पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया था ठेकेदार ने काम पूरा नहीं किया । इसी तरह पचरी घाट और शिवघाट में 100 करोड़ रुपए में बन रहे बैराज का काम भी अंतिम चरण में हैं। अब इसका लोकार्पण नहीं हो सकेगा। स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा संजय तरण पुष्कर परिसर और मल्टीपरपस स्कूल में 25 करोड़ में बन रहे दो स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का काम भी पूरा होने वाला है लेकिन अब यह लोगों के लिए दिसंबर में ही खुल सकेगा। महिलाओं के लिए 5 करोड़ रुपए में बन रहे प्रदेश के पहले पिंक स्टेडियम की सौगात भी चुनाव के बाद ही मिल सकेगी।

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