CG Election : संत के मैदान में उतरने से बिगड़ेगा कांग्रेस-भाजपा का समीकरण

श्याम किशोर शर्मा - राजिम। राजिम विधानसभा (Rajim Assembly)के लिए कांग्रेस (Congress ), भाजपा (BJP)और आप पार्टी (AAP party)ने अपना पत्ता खोल दिया है अलबत्ता जोगी कांग्रेस और बसपा (BSP)के उम्मीदवारी की प्रतीक्षा यहां बेसब्री से हो रही है। अगर पिछले विधानसभा चुनाव (assembly elections)का रिकार्ड देखे तो कांग्रेस,भाजपा,छजकां, कम्युनिष्ट पार्टी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (Communist Party Gondwana Gantantra Party), पिछड़ा समाज पार्टी(Aam Aadmi Party), भार शक्ति चेतना पार्टी,आम आदमी पार्टी सहित चार निर्दलीय प्रत्याशी खड़े थे। इन 12 प्रत्याशियो में यदि कांग्रेस, भाजपा और छजकां को छोड़ दें तो बाकी के अन्य पार्टी और निर्दलियों से ज्यादा वोट तो नोटा में पड़ा था। मतलब इस विधानसभा में अब तक कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवार के बीच ही सीधी टक्कर होते आई है।
उल्लेखनीय है कि, भारतीय जनता पार्टी ने दो महीना पांच दिन पहले अर्थात 65 दिन पहले अपने प्रत्याशी की घोषणा की थी। जैसे ही ये घोषणा हुई तो पार्टी के पुराने नेता जो इस चुनाव में टिकट मिलने के उम्मीद के साथ आशा पाल रखे थे उन्हें गहरा झटका लगा। वे तमाम नेता जो करीब दर्जन भर है अपनी दावेदारी ठोके रहते वे सब आपस में लामबंद हो गए। उनके विरोध के स्वर उबलने लगे। हालांकि खुलकर किसी ने सार्वजनिक रूप से ऐसा नही किए पर भीतर ही भीतर उनकी बैठके कुछ विशेष जगह, एक नहीं कई बार होती रही। बहरहाल 65 दिन पूर्व से घोषित प्रत्याशी रोहित साहू अपना प्रचार-प्रसार स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर जारी रखा। उनके प्रचार- प्रसार और जनसंपर्क में विरोध का स्वर प्रगट करने वाले बड़े नेता अब तक शामिल नहीं हुए है।
कांग्रेस में विरोध नहीं
कांग्रेस ने अमितेश शुक्ल को पुनः पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस में भी 33 लोगो ने अपनी दावेदारी रखा था। श्री शुक्ल के नाम के घोषणा होने के बाद कांग्रेस के भीतर बाकी लोगों द्वारा जिन्होने टिकट मिलने की आशा पाल रखी थी इस तरह का विरोध का स्वर उनके बीच देखने को नही मिला। देखने वाली बात यह रहेगी कि भाजपा के नाराज नेता पार्टी के प्रत्याशी को सही तरीके साथ देंगे कि विरोध करते रहेंगे।
विस में है अच्छा खासा प्रभाव
आप पार्टी ने यहां अपना प्रत्याशी साहू उम्मीदवार ही खड़ा किया है मगर वे संसाधन के अभाव में जूझते हुए नजर आ रहे है। इस बीच क्षेत्र के एक सुप्रसिद्ध आश्रम के संत भी चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए है। इस संत का राजिम विधानसभा क्षेत्र में काफी प्रभाव है। यदि ये मैदान में उतर गए तो दोनो पार्टी कांग्रेस और भाजपा का समीकरण बिगड़ सकता है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS