CG Election : रायपुर संभाग में कांग्रेस को पड़ा उल्टा दांव 20 में से पहले 12 जीते थे, इस बार 12 हार गए

- भाजपाई जीते भी और जीत का अंतर बढ़ाया, बृजमोहन ने रिकार्ड बनाया
- भाजपा ने पिछली सीटें छीनी, 8 सीटों में 6 पर कांग्रेस कब्जा बनाए रखा
रायपुर। विधानसभा चुनाव (assembly elections)में रायपुर जिले (Raipur district)की सात सीटों पर भाजपा (BJP)ने क्लीन स्वीप किया। कांग्रेस रायपुर जिले की सभी सीटें हार गई। वहीं रायपुर संभाग (Raipur division)में कांग्रेस (Congress)का हर दांव उल्टा ही पड़ा। बीते चुनाव में रायपुर संभाग की 20 सीटों में से 12 सीटें जीती थीं। वहीं भाजपा को 8 सीटें हासिल हुई थीं। इस बार आंकड़ा पलट गया। भाजपा ने 12 सीट पर जीत हासिल की, वहीं कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज किया। कांग्रेस पिछले चुनाव का प्रदर्शन इस बार नहीं दोहरा पाई। पिछली बार जीती हुई 6 सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखा वहीं धमतरी और भाटापारा सीट भाजपा से जीत ली। पिछली बार जीती हुई 6 सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।
रायपुर में कांग्रेस साफ
रायपुर जिले में सात विधानसभा सीट हैं इनमें रायपुर पश्चिम, रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण, रायपुर ग्रामीण, धरसींवा, आरंग और अभनपुर में भाजपा ने एक तरफा जीत दर्ज की है। महासमुंद जिले की चार विधानसभा सीट में बसना और महासमुंद भाजपा के खाते में गई हैं। सरायपाली और खल्लारी में कांग्रेस अपना वर्चस्व बनाए रखा है। बलौदाबाजार जिले में 4 विधानसभा सीट हैं, पिछले चुनाव में दो सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इनमें बिलाईगढ़, कसडोल शामिल था, इस चुनाव में भी उन पर प्रत्याशी बदलने के बाद भी कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है। भाजपा से भाटापारा सीट छीनी है। वहीं भाजपा ने यहां से बलौदाबाजार सीट पर कब्जा जमाया है। गरियाबंद जिले में दो विधानसभा सीट हैं, इनमें राजिम से भाजपा के रोहित साहू ने जीत दर्ज की है। बिंद्रानवागढ़ सीट जहां पर भाजपा विधायक की टिकट काट दी थी वहां पर कांग्रेस के जनक ध्रुव ने जीत दर्ज की है।
धमतरी जिले में सिहावा और धमतरी में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। वहीं कुरूद सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर ने जीत दर्ज की है। प्रत्याशी बदलने का फायदा कांग्रेस को मिला धमतरी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने पिछले कई चुनाव के बाद प्रत्याशी बदला है। कांग्रेस ने यहां से ओंकरा साहू को टिकट दिया था। यहां पर भाजपा ने विधायक रंजना साहू को फिर मैदान में उतारा था। रंजना अपना प्रदर्शन नहीं दोहरा पाई और चुनाव हार गई। कसडोल विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने फिर अपना कब्जा बरकरार रखा। कांग्रेस यहां से विधायक शकुंतला साहू की टिकट काट कर संदीप साहू को यहां से उतारा था। उन्होंने यहां पर जीत दर्ज कर कांग्रेस का कब्जा कायम रखा।
आरंग के मतदाताओं ने फिर बदला विधायक
आरंग विधानसभा सीट में कांग्रेस ने इस बार मंत्री डॉ. शिव डहरिया को सतनामी समाज के गुरु खुशवंत साहेब से हार का सामना करना पड़ा। एससी वर्ग के लिए आरक्षित सीट कांग्रेस की गढ़ के रूप में जानी जाती है। यहां पर राज्य बनने के बाद कोई भी विधायक रिपीट नहीं हुआ है, इस बार भी आरंग के मतदाताओं ने विधायक बदल दिया।
मूणत ने लिया पिछली हार का बदला
रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर दो परंपरागत प्रतिद्वंदी विकास उपाध्याय और राजेश मूणत के बीच कड़े मुकाबले में श्री मूणत ने अपनी पिछली हार का बदला लिया है। यहां पर मूणत ने उन्हें 36 हजार से अधिक मतों से पराजित किया। मूणत ने इस बार चुनाव जीतने के लिए काफी मेहनत की।
रिकार्ड मतों से जीते बृजमोहन
रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां से बृजमोहन ने आठवां चुनाव जीता है। यहां पर हर बार उनके खिलाफ कांग्रेस नया प्रत्याशी उतारती है। दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास को इस बार 67851 हजार मतों से हराया, जो अब तक की रिकार्ड मतों से जीत है।
बागी ने बिगाड़ा कांग्रेस का गणित
रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप जुनेजा और भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा के बीच मुकाबला था। 30 हजार 962 वोट कुलदीप को मिले, अजीत कुकरेजा को 22 हजार 898 वोट मिले दोनों को मिलाया जाए तो 53860 होते हैं। पुरंदर को 53953 मिले। माना जा रहा है कि बागी ने कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप जुनेजा का गणित बिगाड़ दिया। श्री मिश्रा को 23064 मतों से जीत मिली।
धरसींवा में फिर भाजपा का कब्जा
धरसीवा विधानसभा में कांग्रेस ने अपनी महिला विधायक अनिता शर्मा का टिकट काटकर यहां से राज्यसभा की पूर्व सांसद छाया वर्मा को प्रत्याशी बनाया था। वहीं भाजपा ने छत्तीसगढ़ी फिल्म के एक्टर अनुज शर्मा को उतारा था। उन्होंने यहां पर 35 हजार मतों के अंतर से चुनाव जीता।
पंकज नहीं बचा पाए पिता की सीट
रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से दो बार कांग्रेस के विधायक रहे सत्यनारायण शर्मा ने अपने पुत्र पंकज शर्मा को इस सीट पर उतारा था। यहां पर जातिगत समीकरण के कारण भाजपा के मोती लाल साहू ने 35 हजार 750 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। पंकज यह सीट बचाने में असफल रहे।
भाटापारा से हारे शिव
भाजपा के संगठन में काम करने वाले शिवरतन शर्मा को भाटापारा से तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने पिछले तीन चुनावों में यहां से जीत दर्ज किया पर इस बार इंद्र साव ने उन्हें चुनाव हराया।
राजिम से अमितेष फिर हारे
राजिम विधानसभा में जब-जब साहू प्रत्याशी को भाजपा टिकट देती है वहां का नतीजा उनके पक्ष में जाता है। अमितेष शुक्ला को इस बार रोहित साहू ने हराया। यह एक अननोन नाम था जो टिकट देने के बाद चर्चा में आया।
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