CG Election : चुनाव का असर... स्कूलों में पाठ्यक्रम अधूरे, छहमाही में 70 फीसदी सिलेबस से ही सवाल

CG Election : चुनाव का असर... स्कूलों में पाठ्यक्रम अधूरे, छहमाही में 70 फीसदी सिलेबस से ही सवाल
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वस्तुस्थिति पता करने के लिए जब हरिभूमि (Haribhoomi)ने विभिन्न शासकीय विद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षकों व छात्रों से बात की तो यह ज्ञात हुआ कि निर्धारित पाठ्यक्रम अब तक पूर्ण नहीं हो सका है। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। चुनाव (election) कार्य में शिक्षकों (teachers)की ड्यूटी लगाए जाने का असर पढ़ाई(education) पर भी दिखने लगा है। हालात यह है कि दिसंबर में होने वाली छहमाही परीक्षा (examination)में इस बार 80% की जगह 70% पाठ्यक्रम से ही सवाल आएंगे। दिसंबर से प्रथम सप्ताह से स्कूलों (schools )में छमाही परीक्षाएं शुरू होंगी। इसके लिए समय-सारिणी जिला शिक्षा कार्यालय (District Education Office)द्वारा जारी कर दी गई है। वस्तुस्थिति पता करने के लिए जब हरिभूमि (Haribhoomi)ने विभिन्न शासकीय विद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षकों व छात्रों से बात की तो यह ज्ञात हुआ कि निर्धारित पाठ्यक्रम अब तक पूर्ण नहीं हो सका है।

इन स्थितियों में जितना पाठ्यक्रम पूर्ण हो सका है, उतने में ही परीक्षाएं ली जाएंगी। कई स्कूल छमाही परीक्षाओं के बाद अतिरिक्त कक्षाएं लगाने की भी तैयारी में हैं, ताकि वार्षिक परीक्षाओं के पर्याप्त समय पहले कोर्स पूर्ण किया जा सके और छात्रों को रिवीजन के लिए भी वक्त मिले। बोर्ड कक्षाओं की प्रायोगिक परीक्षा जनवरी माह में प्रारंभ होने की संभावना है। वहीं सैद्धांतिक परीक्षाएं मार्च के प्रथम सप्ताह से शुरू होंगी।

बोर्ड कक्षाओं में भी 20% सिलेबस कम

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा सत्र के प्रारंभ में ही यह निर्धारित कर दिया जाता है कि माहवार प्रत्येक विषय के कितने यूनिट पूर्ण हो जाने चाहिए। इसके आधार पर ही छात्रों की परीक्षाएं ली जाती रही हैं। सामान्यतः नॉन बोर्ड कक्षाओं में छमाही परीक्षाओं में 80% सिलेबस से सवाल पूछे जाते रहे हैं। वहीं बोर्ड कक्षाओं में लगभग 100% पाठ्यक्रम से सवाल पूछे जाते हैं, ताकि बोर्ड परीक्षाओं के पूर्व ही छात्र संपूर्ण सिलेबस पर आधारित एक और परीक्षा दिला सकें और उनका अभ्यास हो सके। इस बार बोर्ड कक्षाओं में भी 20 प्रतिशत सिलेबस कम रहेगा। अर्थात दसवीं-बारहवीं के छात्रों से 80% पाठ्यक्रम से ही सवाल पूछे जाएंगे।

जहां पिछड़ रहे हैं, वहां ध्यान

रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती ने बताया कि,चुनाव तथा पाठ्यक्रम सहित अन्य चीजों को देखते हुए नवंबर के स्थान पर दिसंबर में छमाही परीक्षाएं ले रहे है। हम दिसंबर तक छमाही में पूछे जाने वाले पाठ्यक्रम पूर्ण कर लेंगे। जहां पिछड़ रहे है, वहां ध्यान रखे हुए है।

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