CG Election : करोड़पतियों की जंग में वे भी ठोंक रहे ताल, जिनकी कुल संपत्ति 500 या हजार!

CG Election : करोड़पतियों की जंग में वे भी ठोंक रहे ताल, जिनकी कुल संपत्ति 500 या हजार!
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विकास चौबे - बिलासपुर। विधानसभा चुनाव(assembly elections) के लिए प्रत्याशियों (candidates)द्वारा घोषित संपत्ति में जहां करोड़पति अधिक हैं तो कुछ ऐसे भी उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी कुल संपत्ति 500, 1000 और 1500 रुपए है। यह आश्चर्यजनक जरूर है लेकिन निर्वाचन विभाग (Election Department)के समक्ष इन प्रत्याशियों ने जो हलफनामा जमा किया, उसमें कुल इतनी ही चल- अचल संपत्ति बताई गई है। 17 नवंबर को चबर होने वाले दूसरे चरण के मतदान में सबसे कम संपत्ति वाले तीन उम्मीदवारों पर नजर डाले तो मुंगेली विधानसभा (Mungeli Assembly)(एससी) सीट से राष्ट्रीय युवा पार्टी (Rashtriya Yuva Party)के उम्मीदवार राजरत्न उइके ने 500 रुपए, रायगढ़ विधानसभा (Raigarh Assembly)से आजाद जनता पार्टी के कांति साहू ने 1000 रुपए और बेलतरा (Beltara Assembly )विधानसभा सीट से मुकेश कुमार चंद्राकर ने अपनी कुल जमा पूंजी 1500 रुपए बताई है। इसके अलावा तीन उम्मीदवारों ने शून्य संपत्ति घोषित की है। एडीआर की रिपोर्ट में दो निर्दलीय उम्मीदवार जिसमें भटगांव से कलावती सारथी और बेलतरा से गौतम प्रसाद साहू के साथ खरसिया से जौहर छत्तीसगढ़ पार्टी के यशवंत कुमार निषाद ने शून्य संपत्ति घोषित की है।

मुकेश हैं मजदूर, चुनाव लड़ने लिया कर्ज

बेलतरा विधानसभा सीट से मुकेश कुमार चंद्राकर ने बतौर निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। वे मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के दरीघाट के पास ग्राम कर्रा निवासी है। उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 1500 रुपए बताई है। हरिभूमि की टीम ने उनके गांव पहुंची तो अपने परिवार सहित मुकेश चंद्राकर घर में ही मिल गए । झोपड़ीनुमा उस घर में कमरे के नाम पर दो भाग हैं जो खपरैल वाले हैं। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटा और एक बेटी है। परिवार में किसी के पास स्मार्टफोन नहीं है। सिर्फ मुकेश के पास की पैड वाला मोबाइल है। चंद्राकर ने बताया कि मस्तूरी विधानसभा आरक्षित सीट है तो बेलतरा सामान्य सीट । इसलिए ही कर्रा में रहने के बाद भी उन्होंने बेलतरा से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

मुकेश चंद्राकर ने बताया कि वह पांचवी पास है और घर की पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण आगे नहीं पढ़ सके लेकिन बेटे और बेटियों को जरूर सरकारी स्कूल में पढ़ा रहे हैं। चुनाव लड़ने के बारे में वे बताते हैं कि एक दिन यू हीं पत्नी और दोस्तों से इस बारे में चर्चा चल रही थी कि आखिर इसमें होता क्या है और वोट कैसे मिलता है तो बस अनुभव के लिए चुनाव में उतरने का फैसला कर लिया। 1500 रुपए की कुल संपत्ति होने के बाद 10 हजार रुपए का नामांकन कैसा भरा गया पूछने पर मुकेश चंद्राकर ने कहा कि 2 हजार रुपए एक दोस्त से लिया। 2 हजार रुपए जहां मजदूरी करते हैं वहां से लिया और इस तरह सहयोग के आधार पर नामांकन मरा गया। मुकेश के मुताबिक उनके पास कुछ नहीं है और जहाँ काम मिल गया वहां चले जाते हैं। जहां पर झुग्गी नुमा घर है वह जमीन उनके पिता के नाम पर है। मुकेश बताते हैं कि कर्ज को मजदूरी करके ही चुकाएंगे।

राजरतन की कुल संपत्ति 500 की, उधार लिया 5000

मुंगेली विधानसभा सीट से नेशनल यूथ पार्टी से चुनाव मैदान में उतरे राजरतन उईके मूलत बिलासपुर निवासी है। उन्होंने मुंगेली को अपना कार्य क्षेत्र बनाने के लिए यहां से नामांकन दाखिल करते हुए चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने चुनावी हलफनामा में अपनी कुल संपत्ति 500 रुपए बताई है। एनडीआर की इस रिपोर्ट में जानकारी लेने के बाद हरिभूमि ने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी के पास उस समय 500 रुपए ही थे इसलिए कुल चल-अचल संपत्ति की इतनी ही घोषणा की। राजरतन के मुताबिक उन्होंने पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी से बीए किया है और सामाजिक कार्यों में आगे बढ़ने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने बताया कि वे बिलासपुर में जिस मकान में रहते हैं वह उनके पिता के नाम पर है इसलिए हलफनामें में इस संपत्ति को शामिल नहीं किया। स्मार्ट फोन रखने वाले राजरतन के मुताबिक वे बिलासपुर रेलवे स्टेशन में अपने एक दोस्त की मोबाइल की दुकान में कुछ देर बैठकर काम करते हैं। चुनावी नामांकन के लिए उन्होंने दोस्तों और परिवार से 5 हजार रुपए का उधार लिया है। राजरतन कहते हैं कि यह चुनाव उन्होंने जीतने के लिए नहीं बल्कि अनुभव के लिए लड़ने का फैसला लिया है। चुनाव में उतरने से पहले उन्होंने परिजन और दोस्तों से चर्चा भी की थी।

तीन उम्मीदवार जिनकी सबसे अधिक देनदारी

इसके साथ ही एनडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में में घोषित संपत्ति वाले करोड़पति उम्मीदवारों ने अपनी करोड़ों की देनदारियां भी बताई है। सबसे अधिक तीन देनदारियों वाले प्रत्याशियों पर नजर डालें तो इसमें रामानुजगंज (एसटी) से कांग्रेस के उम्मीदवार डा. अजय तिर्की ने अपनी कुल संपति 21 करोड़ 97 लाख बताई है। साथ ही 8 करोड़ 25 लाख रुपए की देनदारी भी बताई है। ध्यान रहे कि डा. अजय तिक बलरामपुर के रहने वाले हैं। इसी तरह रायगढ़ सीट से बतौर निर्दलीय लड़ रहे शंकरलाल अग्रवाल ने अपनी कुल संपत्ति 14 करोड़ 49 लाख का विवरण चुनावी हलफनामें दिया है। साथ ही 7 करोड़ 94 लाख रुपए की देनदारी भी बताई है। मनेन्द्रगढ़ सीट से भाजपा प्रत्याशी श्याम बिहारी जायसवाल के पास कुल 12 करोड़ 9 लाख रुपए की संपत्ति है तो उनकी देनदारी भी 5 करोड़ की है।

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