CG Election : कोटा की जनता मुझे जरूर स्वीकार करेगी: प्रबल

CG Election : कोटा की जनता मुझे जरूर स्वीकार करेगी: प्रबल
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  • अभेद्य गढ़ को भेदकर,बनाएंगे भाजपा सरकार

विकास चौबे - बिलासपुर। भाजपा (BJP)के कद्दावर नेता रहे जशपुर कुमार स्व. दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव पिता की तरह चरण पखारकर जनजातीय समाज के लोगों की सनातन धर्म में वापसी करवाते हैं। 10 सालों में उन्होंने लगभग 15 हजार लोगों की घर वापसी कराई है। जशपुर और रायगढ़ क्षेत्र में उनका प्रभाव माना जाता है। लेकिन इस बार भाजपा ने बिलासपुर जिले की कोटा विधानसभा सीट से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। जाहिर तौर पर सवाल उठ रहे हैं कि अभी तक आजादी के बाद से जो सीट भाजपा नहीं जीत सकी है उस अभेद्य गढ़ को भाजपा और प्रबल प्रताप कैसे भेद पाएंगे। बिलासपुर में हरिभूमि ने उनसे बात की तो प्रबल प्रताप विश्वास से लबरेज नजर आए और कहा कि ना सिर्फ कोटा बल्कि छत्तीसगढ़ में बदलाव की लहर है। इस बार परिवर्तन होकर रहेगा और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनकर रहेगी।

हरिभूमि - कोटा तो आपकी कर्मस्थली रही नहीं तो यहां की जनता स्वीकार कैसे करेगी ?

प्रबल प्रताप - ऐसा बिलकुल नहीं है। बिलासपुर और आसपास का पूरा क्षेत्र पिता दिलीप सिंह जूदेव जी का कार्यक्षेत्र रहा है। यहां उनका पूरा प्रभाव है। जनता ने उन्हें स्वीकार किया था इसलिए वे बिलासपुर से सांसद बने थे। यहां के कार्यकर्ताओं की पूरी टीम हमारे पास है। कोटा में भी पूरा समर्थन मिल रहा है। यहां जनता के बीच पहुंचकर काम करने में मजा आएगा क्योंकि लोगों से समर्थन अभी से मिलना शुरू हो गया है। इसके साथ ही खुद मैं इस क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय हूं। लगातार मेरे कार्यक्रम होते रहे। धर्म जागरण के साथ ही हिंदुत्व के कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिला पंचायत चुनाव में सक्रिय रहते हुए काफी काम किया। इसी कारण कोटा में लोगों का प्यार और सम्मान मिल रहा है।

हरिभूमि - भाजपा हमेशा परिवारवाद पर सवाल उठाती है, जूदेव परिवार से दो लोगों को टिकिट देना परिवारवाद नहीं है क्या ?

प्रबल प्रताप- इसमें बात परिवारवाद की नहीं है। बात उस विधानसभा सीट से जीत की है। पार्टी और संगठन को लगा होगा कि दोनों प्रत्याशियों की जीत हो सकती है इसलिए टिकिट दी गई है। और यह अब हमारी और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि पार्टी के विश्वास को कायम रख सकें। इसके लिए पूरी जान लगा देंगे।

हरिभूमि - कोटा सीट से पर क्या चुनावी तैयारी है?

प्रबल प्रताप- तैयारी पूरी है। टिकिट तो अभी मिली है, मेहनत तो काफी समय से की जा रही थी । कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। बूथ लेवल को मजबूत कर रहे हैं। धरातल पर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम और भाजपा के15 साल में किए गए काम को लेकर जनता के बीच जाएंगे। पिछले 5 सालों में कांग्रेस ने जो कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार किया है उसके बारे में घर-घर जाकर लोगों को बताएंगे।

हरिभूमि - कोटा में ही पूरा समय बिता देंगे या जशपुर भी प्रचार के लिए जाएंगे ?

प्रबल प्रताप- कोटा सीट से चुनाव लड़ना है तो वहां पूरी ताकत से लड़ेंगे लेकिन जशपुर को कभी अकेला नहीं छोड़ सकते। वह हमारी कर्मस्थली है। जशपुर में पार्टी के कार्यकर्ता अभी से नहीं शुरू से सक्रिय हैं। उनसे लगातार बात होती रहती है। मार्गदर्शन दिया जाता है। जरूरत पड़ी तो जशपुर जरूर जाएंगे।

हरिभूमि - सरकार बनने की क्या उम्मीद है, किन मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जाएंगे ?

प्रबल प्रताप - भाजपा की सरकार बनने में तो कोई शक वाली बात ही नहीं है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बहुमत से बन रही है। परिवर्तन की लहर हर तरफ दिख रही है। कार्यकर्ताओं में उत्साह है तो दूसरी ओर लोग कांग्रेस से परेशान हैं। जहां तक बात मुद्दों की है तो कोटा में अभी तक कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। सड़क, पानी, नाली, बिजली की सुविधा से लोग दूर हैं। यही मुख्य मुद्दा होगा। आदिवासियों के बीच जाकर काम किया जाएगा।

हरिभूमि - भाजपा के लिए कोटा सीट हमेशा से अभेद्य गढ़ रही है, इस बार क्या होगा ?

प्रबल प्रताप- इस बार नया है कार्यकर्ताओं और संगठन का उत्साह और ऊर्जा। यह तय मानकर चलिए इस बार वह होगा जो कोटा में इससे पहले कभी नहीं हुआ। कार्यकर्ता और कोटा के लोग बता रहे हैं कि इस बार बदलाव होकर रहेगा और भाजपा की जीत इस सीट से होगी।

हरिभूमि - कोटा विधानसभा में क्या धर्मांतरण भी एक मुद्दा हो सकता है?

प्रबल प्रताप- धर्मांतरण सिर्फ जशपुर या किसी एक जगह का मुद्दा नहीं है। पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस इसे बढ़ावा दे रही है। कांग्रेस शुरू से ही हिंदू विरोधी पार्टी रही है। उसे हराना जरूरी है। साथ ही जो भी कोई हिंदू पिछड़ा वर्ग का साथी या अन्य कोई सनातन धर्म से जुड़ना चाहेगा उसे सम्मानपूर्वक पैर धोकर घर वापसी कराएंगे जैसा हमारे पिता दिलीप सिंह जूदेव करते थे।

हरिभूमि - भाजपा में स्थानीय प्रत्याशी की मांग उठी थी, आपको समर्थन मिल रहा क्या ?

प्रबल प्रताप - टिकिट की मांग हर कोई कर सकता है। यह उसका हक है। कई बार नाराजगी भी होती है। फिलहाल कोटा में मुझे विरोध का कोई सामना नहीं करना पड़ा है। कुछ नाराजगी होगी तो उसे मिलकर दूर कर लेंगे। यह हम सभी का काम है सभी को गले लगा करके सभी के साथ मिलकर काम किया जाएगा। यहा कोई यहां बाहरी नहीं है सभी छत्तीसगढ़ से हैं सभी भारतीय हैं।

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