CG Election : राजिम में घाट खाल्हे क्षेत्र के वोट होते हैं निर्णायक

CG Election : राजिम में घाट खाल्हे क्षेत्र के वोट होते हैं निर्णायक
X
राजिम के मैदान में कुल जमा 11 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे है पर मुकाबला स्पष्ट रूप से कांग्रेस (Congress)और भाजपा (BJP )के बीच ही नजर आ रहा है। दोनों राष्ट्रीय पार्टी (National Party) के प्रत्याशी माहोल को अपने पक्ष में करने के लिए रात और दिन एक किए हुए हैं। पढ़िए पूरी खबर ...

श्याम किशोर शर्मा - राजिम। राजिम क्षेत्र (Rajim area)में फतह करने के लिए घाट खाल्हे क्षेत्र (Ghat Khalhe area)के वोट निर्णायक होते हैं। चूंकि इस क्षेत्र के वोट एकतरफा पड़ते हैं और ऐसा शुरू से होता चला आ रहा है। जिस पार्टी ने घाट खाल्हे क्षेत्र को साध लिया मानो उसकी विजय सुनिश्चित है। राजिम के मैदान में कुल जमा 11 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे है पर मुकाबला स्पष्ट रूप से कांग्रेस (Congress)और भाजपा (BJP )के बीच ही नजर आ रहा है। दोनों राष्ट्रीय पार्टी (National Party) के प्रत्याशी माहोल को अपने पक्ष में करने के लिए रात और दिन एक किए हुए हैं। पढ़िए पूरी खबर ...

कांग्रेस (Congress)से जहां अमितेश शुक्ल का पूरा परिवार बहन, बेटे, बहु और साला चुनावी कमान को संभाले हुए है वहीं भाजपा प्रत्याशी रोहित साहू को कर्मठ कार्यकर्ताओं का भरपूर साथ मिल रहा है। दोनो पार्टी के भीतर खुलाघात और भीतर घात का खेल चल रहा है। आज की तारीख में पक्के दावे से कोई नही बोल पा रहा है कि पलड़ा किसका भारी है? भाजपा प्रत्याशी के लिए अड़चन वाली बात यह है कि उन्हें आर्थिक रूप से कठिनाइयों के दौर से गुजरना पड़ रहा है जबकि कांग्रेस के लिए ऐसी कोई बात नही है ।

मतदान करीब किसान व्यस्त

वोटिंग के लिए अब मात्र 8 दिन का समय शेष रह गया है इस बीच दीपावली का बड़ा पर्व भी सामने है। फसल कटाई भी जोर पकड़ा हुआ है। मतलब गांव सूने है और चुनाव सर पे । किसान मजदूर खेतो में फसल काटने में मशगुल है। विधानसभा क्षेत्र में तीन विकासखंड है और तीनो के तासीर अलग- अलग। कहीं कांग्रेस आगे नजर आ रहा है तो कहीं भाजपा ।

निर्दलीय से ज्यादा नोटा में वोट

राजिम क्षेत्र में निर्दलीय चाहे कोई भी हो वोट काटु सिद्ध नहीं हो पाए है। इससे ज्यादा वोट तो नोटा में पड़ जाता है। क्षेत्र के किसान मजदूर धान कटाई में व्यस्त है। आने वाले दिनों में गांव सुने रहेंगे। किसान खेत में। ऐसे में जनसंपर्क • और सभाएं कैसे होगी इस चिंता में दोनो दल के नेता पड़े हुए है।

प्रचार ने नहीं पकड़ा जोर

छत्तीसगढ़ के 90 सीटो में राजिम के सीट को हाइप्रोफाइल माना जाता रहा है पर चुनावी रंगत को देखते हुए कहीं से भी यह नही लग रहा कि यह वही राजिम क्षेत्र है जहां प्रदेश ही नही पूरे देश भर की नजरे टिकी हुई रहती थी। दीवाल सुने दिख रहे है। कहीं चुनावी नारे नही है। पोस्टर और फलैक्स का भी अता-पता नही है। चुनाव में लगी गाड़यिां पोंगा बजाते गांवो का चक्कर लगा रही है।

भाजपा का दौरा, कांग्रेस में बैठकें

भाजपा प्रत्याशी रोहित साहू के टिकट का घोषणा 17 अगस्त को हुआ था। वे तब से आज तक विधानसभा क्षेत्र के पूरे 320 गांव का भ्रमण कर चुके है। एक-एक गांव के एक-एक गलियो में इन्होने पैदल ही जनसंपर्क किया है। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अमितेश शुक्ल एक रणनीति के तहत काम कर रहे है। किरवई स्थित उनके निवास में लगातार बैठकों का दौर जारी है।

Tags

Next Story