CG NEWS : महादेव, रेड्डी अन्ना सहित 22 एप ब्लॉक

CG NEWS : महादेव, रेड्डी अन्ना सहित 22 एप ब्लॉक
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  • केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के निर्देश पर हो रही कार्रवाई

रायपुर। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Union Ministry of Information Technology) ने अनाधिकृत तौर पर संचालित महादेव (Mahadev)सहित अन्य 22 ऑनलाइन सट्टा एप ब्लॉक(Online Satta App Block) करने रविवार को आदेश जारी किया है। उक्त ऑनलाइन सट्टा एप ब्लॉक करने की कार्रवाई केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajiv Chandrashekhar)के निर्देश पर की गई है। इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel)ने इस मामले में कहा है कि उन्होंने पहले ही महादेव एप पर केंद्र सरकार द्वारा कार्रवाई न किए जाने को लेकर सवाल उठाए थे। अब जाकर केंद्र ने कार्रवाई करने और एप ब्लॉक करने के आदेश जारी किए हैं। केंद्रीय मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि महादेव एप ब्लॉक करने की कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर की गई है।

केंद्रीय मंत्रालय के मुताबिक छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत वेबसाइट बंद करने की सिफारिश करने की पूरी शक्ति थी। केंद्रीय राज्यमंत्री के मुताबिक महादेव सट्टा एप को लेकर ईडी से पहला और एकमात्र अनुरोध प्राप्त हुआ है। केंद्रीय मंत्रालय के अनुसार महादेव सट्टा एप के अलावा रेड्डी अन्ना, प्रिस्टो-प्रो एप तथा वेबसाइट को ब्लॉक करने के आदेश दिए गए हैं। ईडी ने केंद्रीय मंत्रालय को जानकारी देते हुए बताया था कि महादेव बुक के कई संचालक वर्तमान में हिरासत में हैं, उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 19 के तहत कमीशन लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

आखिरकार केंद्र सरकार को होश आया

महादेव समेत कई सट्टा एप पर ब्लॉक के संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मैं कई महीनों से सवाल पूछ रहा हूं कि सट्टा खिलाने वाले इस एप को केंद्र सरकार बंद क्यों नहीं कर रही है। मैंने तो यहां तक कहा था कि शायद 28 प्रतिशत जीएसटी के लालच में प्रतिबंध नहीं लग रहा है या फिर भाजपा का एप संचालकों से लेन-देन हो गया है । आश्चर्य है कि ईडी महीनों से इस मामले की जांच कर रही है और फिर भी ऐप का संचालन लगातार होता रहा। श्री बघेल ने आगे कहा कि अब केंद्र सरकार को होश आ ही गया है तो अच्छा है कि इस एप के संचालकों को भी दुबई से यथाशीघ्र गिरफ़्तार कर भारत लाया जाए। छत्तीसगढ़ पुलिस ने ही सबसे पहले उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। उन्हें छत्तीसगढ़ पुलिस भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करना चाहेगी, क्योंकि यहां तो सबसे पहले उनके खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं।

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