CG NEWS : 13 घाटों का ठेका, उत्खनन की अनुमति नहीं, रेत के दाम आसमान छू रहे

CG NEWS : 13 घाटों का ठेका, उत्खनन की अनुमति नहीं, रेत के दाम आसमान छू रहे
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बारिश सीजन से पहले एक हाईवा रेत की कीमत 9 से 10 हजार रुपए थी, जो अब बढ़कर वर्तमान में 17 हजार रुपए तक पहुंच गई है। रेत के चिल्हर कारोबारियों का कहना है कि रेत के दाम में आई इस बढ़ोतरी का कारण घाटों में उत्खनन का काम शुरू नहीं हो पाना है। पढ़िए पूरी खबर ...

रायपुर। जिले में इस बार 13 रेत घाटों (sand ghats)को ठेके (contracts)पर दिया गया है, लेकिन इन घाटों पर अब तक रेत उत्खनन (sand excavation)का काम शुरू नहीं हो पाया है, जिसका असर रेत के दामों पर दिखाई दे रहा है। बारिश सीजन से पहले एक हाईवा रेत की कीमत 9 से 10 हजार रुपए थी, जो अब बढ़कर वर्तमान में 17 हजार रुपए तक पहुंच गई है। रेत के चिल्हर कारोबारियों का कहना है कि रेत के दाम में आई इस बढ़ोतरी का कारण घाटों में उत्खनन का काम शुरू नहीं हो पाना है।

हालांकि खनिज विभाग (Mineral Department)के अधिकारियों का कहना है कि जिन्हें ठेका मिला है, वे अब तक पर्यावरण विभाग से उत्खनन का अनुबंध नहीं कर पाए हैं, जिसके कारण उत्खनन की अनुमति भी नहीं मिल पाई है। अधिकारियों का यह भी कहना है कि आचार संहिता लागू है, ऐसे में चुनाव होने के बाद ही अब अनुबंध की प्रक्रिया हो पाएगी।

6 घाटों का 9 महीने पहले हुआ था टेंडर

दिसंबर 2022 में रेत घाटों का अनुबंध खत्म होने के बाद 13 रेत घाटों के लिए दो चरण में टेंडर निकाला गया था। पहले चरण में 6 घाटों को फरवरी में ठेका दिया गया था, वहीं 7 घाटों का ठेका सितंबर में दिया गया है। इस तरह पहले चरण में 6 घाटों को ठेका दिए लगभग 9 महीने बीत चुके है। इसके बावजूद इन घाटों पर उत्खनन के लिए पर्यावरण विभाग से अनुबंध नहीं हो पाया है।

दिवाली त्योहार में रेत की डिमांड ज्यादा, मजबूरी में खरीद रहे लोग

दीपावली त्योहार के कारण इन दिनों रेत की डिमांड बढ़ी हुई है। शहर के कई इलाकों में इन दिनों मकान, दुकान और फ्लैट का निर्माण कार्य चल रहा है। दिवाली के मुहूर्त में कई लोग गृह प्रवेश एवं दुकानों की ओपनिंग करना चाहते है. इसके लिए निर्माणाधीन मकान, फ्लेट एवं दुकान का निर्माण दिवाली से पहले कंप्लीट कराने में हर कोई लगा हुआ है। इसके लिए लोगों को महंगे दाम पर रेत खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

घाटों पर उत्खनन शुरू होने से घटेंगे दाम

कुछ चिल्हर रेत विक्रेताओं ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ठेके पर दिए गए घाटों पर रेत का उत्खनन का काम अभी बंद है। इसके कारण रेत के दाम भी बढ़े हुए हैं। घाटों पर उत्खनन का काम शुरू होते ही रेत के दाम में भी गिरावट आनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि सितंबर में छत्तीसगढ़ हाईवा परिवहन एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चला गया था, उस समय हाईव गाड़ियों के पहिए थम गए थे। इस दौरान प्रति हाईवा रेत का दाम 20 हजार रुपए तक पहुंच गया था। हड़ताल खत्म होने के बाद दाम में 3 हजार रुपए की गिरावट आई है।

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