CG NEWS : ईडी का दावा- महादेव एप के प्रमोटर्स ने दिए भूपेश को 508 करोड़, सीएम बोले- बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास

- बघेल ने कहा - किसी को पकड़कर दबाव डालकर बयान दिलवाने का कोई मतलब नहीं।
- दो दिन पूर्व ईडी ने एक कार चालक के कब्जे से 5 करोड़ 39 लाख रुपए जब्त किए थे।
- सुपेला थाने में तैनात आरक्षक तथा ड्राइवर को गिरफ्तार कर सात दिनों रिमांड पर लिया।
रायपुर। महादेव सट्टा एप मामले (Mahadev Satta App case)में ईडी (ED)की प्रेस रिलीज ने छत्तीसगढ़ में सियासी भूचाल ला दिया है। ईडी ने अपने प्रेस नोट में दावा किया है कि, महादेव सट्टा एप प्रमोटर्स के ने भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)को 508 करोड़ रुपए दिए। इस बयान के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी भूचाल आ गया। जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को पकड़ पकड़कर, दबाव में बयान दिलाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि यह लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है। खुद पर लगे आरोपों पर सीएम बोले- इससे बड़ा मजाक क्या हो सकता है। उल्लेखनीय है कि बीते दिन भिलाई के कार चालक असीम दास उर्फ बप्पा दीवान के कब्जे से 5 करोड़ 39 लाख रुपए जब्त किए गए थे। इसके साथ ही अलग-अलग बैंक अकाउंट में जमा 15 करोड़ 59 लाख रुपए ईडी ने फ्रीज कर दिया है।
ईडी ने कार चालक असीम दास उर्फ बप्पा दीवान तथा सुपेला थाने में तैनात आरक्षक भीम सिंह यादव को गिरफ्तार कर अजय सिंह राजपूत की पीएमएलए कोर्ट में पेश कर पूछताछ करने सात दिनों की 10 नवंबर तक रिमांड पर लिया है। ईडी के वकील डॉ. सौरभ पाण्डेय के मुताबिक महादेव सट्टा एप मामले में असीम की इनोवा कार, होटल तथा उसके भिलाई स्थित निवास से रकम जब्ती की गई थी। साथ ही महादेव सट्टा एप से संबंधित अलग-अलग बैंक खातों में जमा 15 करोड़ 59 लाख रुपए फ्रीज कर दिया है। ईडी के अफसरों ने जिस कार चालक से रुपए जब्त किए थे, उसे तथा सुपेला थाने में तैनात सिपाही भीम सिंह को गिरफ्तार कर शुक्रवार को अजय सिंह राजपूत की पीएमएलए कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए सात दिनों के लिए 10 नवंबर तक रिमांड पर लिया है।
जब्त रकम नेताओं तक पहुंचाने के लिए दिए गए
महादेव सट्टा एप मामले में रकम जब्ती के बाद ईडी ने शुक्रवार को एक प्रेस नोट जारी किया है। ईडी द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक रकम जब्ती के बाद असीम से बर पूछताछ की गई तो, उसने स्वीकार किया कि उसे महादेव सट्टा एप से जुड़े प्रमोटरों ने उक्त रकम चुनाव में राजनेताओं तक पहुंचाने के लिए दिए हैं। सीधे सीधे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम का उल्लेख किया गया।
शुभम सोनी की मेल में रकम पहुंचने का उल्लेख
ईडी द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक असीम से पूछताछ करने के साथ ही उसके मोबाइल की फोरेंसिक जांच की गई, जिसमें किसी शुभम सोनी द्वारा भेजे गए ई-मेल में कई नेताओं को महादेव सट्टा एप की रकम दिए जाने की बात का उल्लेख है। शुभम द्वारा भेजे गए मेल में महादेव सट्टा एप के प्रमोटरों द्वारा रकम नेताओं तक रकम भेजे जाने की बात का उल्लेख है।
आरक्षक तीन साल में तीन दफा दुबई पहुंचे
ईडी द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक आरक्षक भीम सिंह ने अनाधिकृत तौर पर तीन साल में तीन बार दुबई की यात्रा की है। वहां उसकी महादेव सट्टा एप के किंग पिन रवि उप्पल तथा सौरभ चंद्राकर से मुलाकात की है। भीम सिंह के दुबई जाने का खर्च मनी लांड्रिंग के जरिए आहूजा ट्रैवल्स की मेसर्स रैपिड ट्रैवल्स द्वारा वाहन किया गया है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
जैसा कि मैंने पहले कहा है कि, भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास "किया है। यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है। महादेव ऐप की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है। ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान जाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है। अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी जाहिर करता है। इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं। सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है पुलिस के अलावा सीआरपीएफ के जवान जांच कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से तो नहीं पहुंची है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं। ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है। वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है। कांग्रेस तैयार है. कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है। ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुकाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
पकड़े जाने के डर से सीआरपीएफ पर लगा रहे थे आरोप : डॉ. रमन
आज ईडी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर महादेव एप घोटाले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर लगे 508 करोड़ के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ- सट्टे वालों से भी 508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है। छत्तीसगढ़ की तिजोरी में डाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएँ - सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ भूपेश बघेल ? अब समझ आया कि आप ईडी से इतना क्यों डरते थे क्योंकि आप सिर्फ अपराधियों के संरक्षक नहीं बल्कि खुद में इस जुर्म में शामिल रहे हैं। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को पकड़े जाने का डर पहले से था इसलिए ईडी और सीआरपीएफ पर आरोप लगा रहे थे और ध्यान भटकाकाने तथा पकड़े जाने के बाद के बहाने तैयार कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहले से ही लगातार महादेव सट्टा एप के तार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय से जुड़ रहे थे और अब तो स्पष्ट हो गया कि इन सब में भूपेश की सीधी सलिप्तता है और यह भी स्पष्ट हो गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इतना अति आत्मविश्वास क्यों रहता है कि चुनाव जीत जाऊंगा क्योंकि यह तो एक महादेव एप है जहां से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 508 करोड़ की अवैध राशि इकट्ठा की है न जाने ऐसे ही और कितने जगहों से उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने के लिए पैसा इकट्ठा किया है।
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