CG News : आयुष्मान प्रोत्साहन राशि बंदरबांट की जांच पूरी, कुछ ने जताई अनभिज्ञता तो कुछ ने मानी भूल

CG News : आयुष्मान प्रोत्साहन राशि बंदरबांट की जांच पूरी, कुछ ने जताई अनभिज्ञता तो कुछ ने मानी भूल
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोखोपारा (Khokhopara)में पदस्थ कतिपय चिकित्सकों को आयुष्मान योजना (Ayushman Scheme)के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का आवंटन किया जा रहा था। पढ़िए पूरी खबर ...
  • रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही एक-दो लोगों पर कार्रवाई के आसार

रायपुर। स्वास्थ्य योजना (health scheme)के तहत मरीजों (patients)के इलाज के बदले मिलने वाली प्रोत्साहन राशि की बंदरबांट मामले की जांच पूरी हो चुकी है। जांच के दौरान कुछ चिकित्सकों ने राशि के संबंध में अनभिज्ञता जताई है तो कुछ ने गलती स्वीकार की है। प्रकरण में जल्द ही प्रोत्साहन राशि विशेष लोगों के खाते में जमा करने की सहमति देने वाले कुछ किए जाने के आसार हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोखोपारा (Khokhopara)में पदस्थ कतिपय चिकित्सकों को आयुष्मान योजना (Ayushman Scheme)के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का आवंटन किया जा रहा था। इस मामले में दिलचस्प बात ये थी कि एक महिला लोगों के खिलाफ कार्रवाई चिकित्सक के अवकाश में होने के बाद भी मरीजों का इलाज करने के नाम उसके खाते में राशि ट्रांसफर कर दी गई।

स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ असंतुष्ट कर्मचारियों द्वारा इस मामले की शिकायत पिछले माह जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष की गई थी। मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया। कमेटी ने दिवाली के दो दिन पहले संबंधित प्रकरण में कटघरे में खड़े किए गए पांच डॉक्टरों सहित छह लोगों को तलब कर उनका पक्ष जाना। मामले में कुछ ने खाते में राशि जमा होने से खुद को अनभिज्ञ बताया तो कुछ अपनी गलती स्वीकार की है। जांच रिपोर्ट सीएमएचओ को दिए जाने की खबर है, जिसके अध्ययन के बाद कुछ पर कार्रवाई किए जाने के आसार हैं।

19 सौ मरीजों के इलाज से संबंधित

प्रोत्साहन राशि में गड़बड़ी का मामला 19 सौ मरीजों के इलाज एवं डिलीवरीसे संबंधित है। इसमें तीन चिकित्सकों द्वारा छह माह के भीतर स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती लगभग बारह सौ मरीजों में से सात सौ मरीजों का • इलाज करने आयुष्मान पोर्टल में एंट्री कर करीब 3.37 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि अपने खाते में ट्रांसफर करा ली गई थी ।

लीक होती रही जानकारी

इस प्रकरण में विभागीय अधिकारियों द्वारा जानकारी लीक होने पर भी असंतोष जताया गया है। जांच कमेटी द्वारा प्रकरण में मांगी गई कई तरह की जानकारियां दूसरों को शेयर की जाती रही हैं। इसके अलावा संबंधित अधिकारियों को दिए जाने वाले नोटिस भी सोशल मीडिया में वायरल होते रहे। साथ ही मामले की जांच के दौरान कुछ चिकित्सकों द्वारा रिकार्ड से भी छेड़छाड़ की बातें सामने आती रहीं।

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