CG NEWS : चोरों ने ऐसा नोचा कि 45 करोड़ की बिल्डिंग अब खंडहर खिड़की-दरवाजे ही नहीं, टोटी-ग्रिल समेत सब गायब

रायपुर। ईडब्ल्यूएस कॉलोनी (EWS Colony)में चोरों ने ऐसा उत्पात मचाया है कि अब अफसर भी भौंचक रह गए हैं। चोरों ने न सिर्फ मकानों में चोरी की है, बल्कि उसे पूरी तरह से खंडहर में तब्दील कर दिया है। चोरी की वारदात को ऐसे अंजाम दिया है कि 1374 फ्लैट में लगाई गई खिड़की और दरवाजे तक नहीं बचे हैं। लोहे की ग्रिल को काटकर चोरों ने पार कर दिया है। व्यवस्थापन के उद्देश्य से इस कॉलोनी को नगर निगम ने हाऊसिंग बोर्ड से 45 करोड़ रुपये में खरीदा था। चोरों की वजह से अब हालत जर्जर है।
गुरुवार को हरिभूमि की टीम ने बोरियाकला हाउसिंग बोर्ड ईडब्ल्यूएस कॉलोनी (Boriyakala Housing Board EWS Colony)की पड़ताल की। यहां पर चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं। गरीबों के लिए बनाई गई ईडब्ल्यूएस कॉलोनी के सभी ब्लॉक खंडहर नजर आए। हाऊसिंग बोर्ड द्वारा फ्लैट में लगाए गए दरवाजे, ग्रिल, बेसिंग से लेकर नल और फिर टंकियां सभी गायब मिलीं। चोरों ने बाकायदा ड्रील मशीन चलाकर लोहे के सामान और दरवाजे को चुराया, बल्कि ब्लॉक के हर हिस्से को खंडहर में तब्दील कर दिया। चोरी की वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया है, जब बाजू में लोग रह रहे थे। वर्तमान में भी कॉलोनी में कई लोग रहते हैं, लेकिन उनके मुताबिक चोरी के बारे में उन्हें भी कुछ पता नहीं चल सका। जिस तरह के हालात दिख रहे हैं, संगठित तरीके और फिर नगर निगम,हाऊसिंग बोर्ड की बेपरवाही की वजह से चोरी की घटना को अंजाम देने की आशंका है।
तेलीबांधा से 800 परिवार की शिफ्टिंग
निगम की शिकायत, 1 लाख की चोरी
पुलिस छापे में मिला 60 हजार का माल
बोरियाकला में चोरों द्वारा चुराई गई सामग्री की तफ्तीश खरोरा और तेलीबांधा इलाके में पूरी हुई है। चार आरोपियों को पुलिस ने अभी तक पकड़ा है, जबकि पूरी वारदात में और लोगों के संलिप्त होने के बाद नाम सामने आए हैं। जिला सायबर क्राइम ब्रांच यूनिट के मुताबिक एक राजा कबाड़ी नामक व्यक्ति को हाल में गिरफ्तार किया है, जिसने चोरी करने वालों ने लोहे की सामग्री की खरीदारी की थी। लगभग 60 हजार का सामान बरामद किया जा चुका है।
कई साल से चोरी
क्राइम डीएसपी दिनेश सिन्हा ने बताया कि, मौके पर जिस तरह के हालात दिख रहे हैं, चोरी सालों से हो रही थी। जब हमारे पास शिकायत मिली, तो चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से चोरी की सामग्री बरामद की गई। अभी कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं।
व्यवस्थापन उद्देश्य
रायपुर नगर निगम के योजना प्रभारी राजेश शर्मा ने बताया कि,नगर निगम ने व्यवस्थापन के उद्देश्य से फ्लैट की खरीदारी की थी। इसके एवज में हाऊसिंग बोर्ड को लगभग 45 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया था। फ्लैट खाली होने के बाद चोरों ने नुकसान पहुंचाया है, इसकी जांच करने को कहा गया है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS