CG NEWS : खाते से एक पखवाड़े में दो करोड़ का ट्रांजेक्श कारोबारी के उड़े होश, पता चला पैसा सट्टे का

- महादेव सट्टा एप से जुड़े भिलाई, मरवाही के आधा दर्जन गिरफ्तार
- हड़बड़ाए कारोबारी ने पुलिस में करा दिया केस दर्ज
रायपुर। ऑनलाइन महादेव सट्टा एप (online Mahadev Satta app)संचालित करने वाले झांसेबाजों ने इस बार कारोबारी से एकाउंट खुलवाकर पखवाड़ेभर में ही उनके खाते से दो करोड़ की लेनदेन कर उनके होश उड़ा दिए। पता चला कि उनके खाते का इस्तेमाल सट्टे की रकम की अफरातफरी के लिए किया गया है। हड़बड़ाए कारोबारी (businessman)ने पुलिस (police)में केस दर्ज करा दिया है।
पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी (CCTV)तथा उससे जुड़े कारोबार करने वाले दुर्गेश जायसवाल की शिकायत पर भिलाई निवासी देवेश सिंह चौहान, शैलेन्द्र सिंग उर्फ सन्नी, सियोन पाल, कृपाल साहू, हरीश वर्मा, मारवाही निवासी कौशल प्रसाद लहरे को गिरफ्तार किया है। दुर्गेश ने पुलिस को बताया है कि उसके पास देवेश ने संपर्क किया। देवेश ने दुर्गेश को सरकारी कार्यालयों में सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा शेयर ब्रोकर होने का झांसा दिया।
बेनामी लेन-देन की जानकारी मिलने पर अकाउंट फ्रीज कराया
दुर्गेश ने पुलिस को बताया है कि, अकाउंट में दो करोड़ रुपए के बेनामी लेन-देन होने की जानकारी मिलने पर उसने बैंक के कस्टमर केयर में कॉल कर अपना अकाउंट फ्रीज कराया। अकाउंट फ्रीज कराने के बाद दुर्गेश ने देवेश से संपर्क कर बेनामी लेन-देन के बारे में जानकारी मांगी, तो उसने दुर्गेश को गोल-मोल जवाब देते हुए पूरे मामले में चुप रहने के लिए कहा और उसे उसके कमीशन की राशि देने का झांसा दिया। इसके बाद दुर्गेश को देवेश द्वारा उसके अकाउंट से महादेव सट्टा एप के लिए लेन- देन करने की जानकारी मिली। इस पर उसने देवेश के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पूछताछ के आधार पर पुलिस ने देवेश के अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है।
ऐसे लिया झांसे में
देवेश ने दुर्गेश को बताया कि, उसके पास उसका कोई प्राइवेट प्रोपराइटर फर्म नहीं है। इसकी वजह उसने बैंक का पुराना लोन पेंडिंग होने के कारण सीआर खराब होने से फर्म संबंधित दस्तावेज नहीं मिलना बताया। इस वजह से देवेश ने अपना कामकाज प्रभावित होने की बात कही। इसके बाद देवेश ने दुर्गेश को अपने साथ कारोबार करने तथा इसके एवज में उसे लाभ का 10 प्रतिशत कमीशन देने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया जाल में फंसाने के बाद देवेश ने दुर्गेश की फर्म के नाम से सिविल लाइंस स्थित यश बैंक में करंट अकाउंट खुलवाया। अकाउंट खुलवाने के बाद देवेश ने बैंक पासबुक, चेकबुक तथा एटीएम अपने पास रख लिया। दुर्गेश ने पुलिस को बताया है कि उसके नाम से सात अगस्त को अकाउंट खुलवाया गया, इसके बाद उसके मेल में 26 अगस्त को एटीएम पिन जनरेट करने बैंक मैसेज आया। इसके बाद दुर्गेश ने ई-मेल से अपना बैंक अकाउंट चेक किया, तो उसमें एक पखवाड़े के भीतर बेनामी लोगों के नाम से दो करोड़ रुपए के लेन-देन करने की जानकारी मिली।
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