CG NEWS : क्या ऐसे ही चलेगा सिस्टम...समय को लेकर कुछ थोड़ा सुधरे, कुछ अभी भी बेफिक्र

रायपुर। कलेक्टोरेट (Collectorate), तहसील एवं नगर निगम मुख्यालय (Tehsil and Municipal Corporation headquarters)में 10 बजे के सिस्टम का 12 बजे के खबर का कितना असर पड़ा, इसकी पड़ताल करने हरिभूमि की टीम (Haribhoomi's team)गुरुवार को सुबह 10 बजे से 11 बजे तक तीनों सरकारी बिल्डिंग (government buildings)के विभिन्न विभागों के दफ्तरों में एक बार फिर पहुंची।
इस पड़ताल से कुछ विभागों के दफ्तरों पर खबर का असर भी देखा गया, जिससे उन विभागों में लगभग आधे कर्मचारी 10 से सवा दस बजे के दौरान ड्यूटी करने दफ्तर पर पहुंच गए थे, जबकि अन्य विभागों में लेटलतीफी का दौर जारी रहा। उन विभागों में साढ़े दस बजे से लेकर 11 बजे तक कर्मचारी दफ्तर पहुंचते रहे। यह स्थिति कलेक्टोरेट, तहसील कार्यालय के साथ निगम मुख्यालय में भी रही। इस तरह जिला प्रशासन में 80 प्रतिशत से ज्यादा और नगर निगम प्रशासन में 60 प्रतिशत अधिकारी- कर्मचारी अभी भी तय समय की जगह आधे से एक घंटे विलंब से पहुंच रहे हैं।
दफ्तरों पर लटके ताले नहीं मिले
टीम ने 21 नवंबर को कलेक्टोरेट एवं तहसील कार्यालयों की लाइव रिपोर्टिंग की थी। इस दौरान कलेक्टोरेट के विभिन्न विभागों के दफ्तरों में सुबह साढ़े बजे तक गिनती के कर्मचारी ही ड्यूटी करने पहुंचे थे। तहसील कार्यालय में दो दफ्तरों के दरवाजे पर साढ़े दस बजे तक ताले लटके हुए मिले थे, लेकिन टीम ने दोबारा जब तहसील कार्यालय पहुंची, तो सवा दस बजे तक सभी दफ्तरों के दरवाजे खुले मिले, वहीं कुछेक दफ्तरों में तहसीलदार के साथ कुछ कर्मचारी भी पहुंच गए थे। इस तरह तहसील कार्यालय में भी खबर का कुछ असर देखा गया। हालांकि अन्य दफ्तरों में साढ़े दस बजे तक सन्नाटा पसरा रहा। इन दफ्तरों में न ही तहसीलदार, नायब तहसीलदार पहुंचे थे और न कर्मचारी।
पौने ग्यारह बजे तक एक भी अधिकारी नहीं पहुंचा
कलेक्टोरेट में सुबह पौने ग्यारह बजे तक एक भी अधिकारी अपने दफ्तर में नहीं दिखा। पौने ग्यारह बजे के बाद ही अधिकारियों का दफ्तर आने का सिलसिला शुरू हुआ। हालांकि इनमें भी कई अधिकारी 11 बजे तक के बाद दफ्तर पहुंचे।
केस - 1
10.20 बजे तक खनिज, ट्रेजरी, समाज कल्याण विभाग के दफ्तरों में पसरा रहा सन्नाटा, खाद्य का दरवाजा बंद मिला कलेक्टोरेट के खनिज, ट्रेजरी एवं समाज कल्याण विभाग के दफ्तरों 10.20 मिनट तक सन्नाटा पसरा रहा। इन विभागों के दफ्तर में लगभग 20 से 30 कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन उस समय पर वहां केवल एक-दो कर्मचारी ही मिले, जबकि इसी समय पर खाद्य विभाग के दफ्तर का दरवाजा ही बंद मिला। उसे खोला ही नहीं गया था।
केस - 2
निगम मुख्यालय में भी 60 फीसदी अधिकारी-कर्मचारी लेट से पहुंचे
हरिभूमि की खबर के बाद निगम मुख्यालय के विभिन्न विभागों में भी 40 प्रतिशत अधिकारी- कर्मचारी समय का पालन करने लगे हैं, जबकि 60 प्रतिशत अभी भी लेट से दफ्तर पहुंच रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि अपर आयुक्त से लेकर कार्यपालन अभियंता, अधीक्षण अभियंता समय पर दफ्तर ही नहीं पहुंचते, जिसके कारण विभाग के कामकाज पर भी असर पड़ता है।
अन्य विभागों के दफ्तर में भी 80 प्रतिशत से कम रही उपस्थिति
कलेक्टोरेट के अन्य विभागों में आबकारी, नजूल, भाड़ा नियंत्रण, भू-अभिलेख, आदिमजाति विकास विभाग, आवक-जावक, रिकॉर्ड रूम सहित तहसील कार्यालय के दफ्तरों में भी साढ़े दस बजे 80 प्रतिशत से कम कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंच पाए थे।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS