CG Politics : धान खरीदी पर राजनीतिक घमासान, भाजपा ने कहा- झूठ बोल रहे भूपेश...अगर नहीं...तो खाएं गंगाजल की कसम

CG Politics : धान खरीदी पर राजनीतिक घमासान, भाजपा ने कहा- झूठ बोल रहे भूपेश...अगर नहीं...तो खाएं गंगाजल की कसम
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भाजपा नेता चौधरी ने धान खरीदी को लेकर कहा कि, राज्य सरकार ने धान खरीदी को लेकर सबसे बड़ा झूठ बोला है। इसका सबूत राज्य के बजट से समझ आ जाएगा...और क्या कुछ कहा...पढ़िए पूरी खबर

रायपुर- सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने राज्य का 6000 करोड़ रुपए बकाया राशि को देने की मांग पीएम मोदी से की है। जिसके बाद भाजपा ने कांग्रेस पर सवाल दागते हुए कहा कि, जब केंद्र सरकार राज्य से चावल खरीदी नहीं कर रही तो किस चीज का पैसा बकाया रह गया है। भाजपा ने कहा कि, अगर सीएम बघेल ने चावल की खरीदी-बिक्री के लिए झूठ नहीं बोला, तो उन्हें हाथों में गंगाजल लेकर कसम खानी चाहिए।

धान खरीदी को लेकर बोला झूठ...

भाजपा नेता ओपी चौधरी (OP Chaudhary) ने धान खरीदी को लेकर कहा कि, राज्य सरकार ने धान खरीदी को लेकर सबसे बड़ा झूठ बोला है। इसका सबूत राज्य के बजट से समझ आ जाएगा, अगर सरकार अपनी योजना के हिसाब से धान खरीदी करेगा तो उसे पैसे की व्यवस्था करनी पड़ेगी। आपूर्ति विभाग का कुल बजट 5158 करोड़ रुपए है। ऐसे में धान खरीदने के लिए 21 हजार 828 करोड़ रुपए कहां से आएंगे ? मुख्यमंत्री ने धान खरीदी पर झूठ की दुकान खोली है। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय पूल के चावल का कोटा इतना बढ़ा दिया कि, छत्तीसगढ़ के किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी हुई है। जबकि सच यह है कि छत्तीसगढ़ के किसानों की पूरी धान खरीदी करने के लिए केंद्र सरकार ने कोटा बढ़ाया है।

इतना भुगतान केंद्र सरकार करती है...

सीएम ने राज्य की बकाया राशि को लेकर पीएम को पत्र लिखा तो भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कहा कि, वे खुद स्वीकार कर रहे हैं कि धान की खरीदी की राशि की भरपाई भारत सरकार और उसकी एजेंसी भारतीय खाद्य निगम करता है। साल 2022-23 की बात करें तो छत्तीसगढ़ ने केंद्र को 58.65 लाख मीट्रिक टन चावल सेंट्रल पूल के लिए दिया है। इसे धान के हिसाब से देखें तो लगभग 90 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी राज्य ने की है।

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