जब राजबब्बर के साथ पिथौरा पहुंचे थे अमर सिंह, जानिए उनका छत्तीसगढ़ कनेक्शन

जब राजबब्बर के साथ पिथौरा पहुंचे थे अमर सिंह, जानिए उनका छत्तीसगढ़ कनेक्शन
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उन दिनों राज बब्बर समाजवादी पार्टी से ही सांसद थे, जबकि अमर सिंह उन दिनों पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हुआ करते थे, जिनकी बॉलीवुड में काफी पकड़ थी। पढ़िए पूरी खबर-

रायपुर। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह का आज 64 वर्ष की आयु में निधन हो गया। राजनीति के अलावा फिल्म इंडस्ट्री और औद्योगिक क्षेत्र में भी खासी धाक रखने वाले देश के नामचीन राजनेता अमर सिंह का छत्तीसगढ़ से भी एक खास नाता रहा है।

वाकया 2003 के विधानसभा चुनाव का है। तब समाजवादी पार्टी ने भी प्रदेश के कई विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। महासमुंद जिले के बसना विधानसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी के रूप में क्षमानिधि मिश्रा के नाम पर मुहर लगाई थी। क्षमानिधि मिश्रा सिर्फ छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाना-पहचाना चेहरा होने के कारण ही ओडिशा सीमा के बसना विधानसभा के लिए मुफीद प्रत्याशी नहीं थे, बल्कि उन्हें इसलिए भी चुना गया, क्योंकि बसना क्षेत्र से उनके पारिवारिक ताल्लुकात थे। वे ओड़िशा के भी लोक कला से जुड़े रहे हैं, उस इलाके में उनकी पहचान ऐसे कलाकार की है, जो दोनों राज्यों की लोक कला को समझता है और लोगों के बीच लोकप्रिय भी है।

बताया जाता है कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने बसना सीट के लिए क्षमानिधि मिश्रा के नाम पर बगैर विचार किए मुहर लगा दी थी, और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को कह दिया था, कि क्षमानिधि को हरसंभव मदद की जाए।

बकौल क्षमानिधि मिश्रा, बसना सीट के लिए सपा ने अपने प्रत्याशी के रूप में क्षमानिधि के नाम की घोषणा कर दी। नामांकन भी दाखिल कर दिया गया। उसके बाद क्षमानिधि मिश्रा ने सीधे मुलायम सिंह से मांग रख दी कि चूंकि वे खुद एक कलाकार हैं, इसलिए उनके विधानसभा क्षेत्र में किसी बड़े कलाकार को ही स्टार प्रचारक के रूप में भेजें।

क्षमानिधि जानते थे कि उन दिनों राज बब्बर समाजवादी पार्टी से ही सांसद थे, जबकि अमर सिंह उन दिनों पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हुआ करते थे, जिनकी बॉलीवुड में काफी पकड़ थी। मुलायम सिंह क्षमानिधि की बात मान गए।


चुनावी सभा को संबोधित करते हुए क्षमानिधि मिश्रा, साथ ही मंच पर दिख रहे हैं अमर सिंह और राजबब्बर

8 नवंबर 2003 को पिथौरा में समाजवादी पार्टी की एक चुनावी सभा हुई। प्रत्याशी क्षमानिधि की मांग के अनुरूप सपा के पक्ष में वोट मांगने यहां दो बड़े नेता पहुंचे। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह और सांसद राजबब्बर। पिथौरा में हजारों की भीड़ को दोनों नेताओं ने संबोधित किया।

क्षमानिधि चुनाव तो हार गए, लेकिन अमर सिंह से उनके संबंध बन गए। क्षमानिधि राजनीति से धीरे-धीरे दूर होते चले गए।

क्षमानिधि बताते हैं, कि 2007 में जब वे मुंबई में थे तब होटल जुहूतारा में उनकी दोबारा मुलाकात अमर सिंह से हो गई। पहले तो उन्होंने पहचाना नहीं, लेकिन विधानसभा चुनाव की याद दिलाने के बाद उन्होंने याद कर लिया और गदगद होकर मिले।

क्षमानिधि मिश्रा कहते हैं कि अमर सिंह की शारीरिक कद-काठी भले साधारण थी, लेकिन उनकी शख्सियत का कद बेहद आसाधारण था। मुंबई में उन्होंने क्षमानिधि से पूछा कि सिनेमा लाइन में किसी तरह के सहयोग की जरूरत हो, तो बताएं। क्षमानिधि बोल गए कि काम तो मिल ही रहा है, बस अमिताभ बच्चन से एक भेंट करा दें।

अमर सिंह से मुलाकात के दो घंटे के भीतर 'प्रतीक्षा' यानी कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के निवास से क्षमानिधि मिश्रा को अपॉइंटमेंट मिल गया। क्षमानिधि मिश्रा कहते हैं, कि अमर सिंह ही ऐसे व्यक्तित्व हो सकते थे, जिनकी बदौलत दो घंटे के भीतर अमिताभ बच्चन जैसी हस्ती के साथ बैठकर चाय पीने का सौभाग्य मिल गया।

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