रेलवे स्टेशन के बाद अब बार्डर पर सख्ती, कोरोना जांच के साथ निगरानी भी बढ़ेगी

रायपुर के रेलवे स्टेशन पर यात्रियाें की जांच के बाद अब पड़ोसी राज्यों से छत्तीसगढ़ की सीमा में प्रवेश करना आसान नहीं होगा। बार्डर पर कोरोना की जांच की जाएगी। रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद ही मुसाफिरों को छग की सीमा प्रवेश दिया जाएगा। पॉजिटिव आने पर उन्हें कोविड सेंटर में रखकर इलाज किया जाएगा।
सभी बार्डर पर जांच कैंप बनाने की कवायद शुरू हो गई है। दरअसल छत्तीसगढ़ में कोरोना खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। रोज हजारों पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं और मरने वालों की संख्या भी रोज 50 तक पहुंच रही है। इसे देखते हुए बार्डर पर चौकसी के साथ ही जांच करने का सिस्टम बनाया गया है।
डॉक्टर्स और पुलिस टीम रहेगी तैनात
जानकारी के मुताबिक उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड, आंध्रप्रदेश और ओडिशा राज्य से छग में प्रवेश करने वाले बार्डर पर कोरोना जांच कैंप बनाया जाएगा। यहां प्रत्येक कैंप में डॉक्टरों और नर्सों की टीम रहेगी। कैंप के पास ही पुलिस चेकपोस्ट होगी। पड़ाेसी राज्यों से आने वालों की तत्काल कोरोना जांच की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर उनके प्रवेश पर फैसला होगा।
जिले के कोविड सेंटर में रखेंगे
जानकारी के मुताबिक पड़ोसी राज्यों से आने वाले लोगों की बार्डर पर एंटीजन से कोरोना जांच की जाएगी। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव मिलती है तो जिले के कोविड सेंटर में मरीज को रखा जाएगा। 14 दिन तक उनका इलाज किया जाएगा। इसके बाद उसकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है तब उन्हें जाने दिया जाएगा।
महाराष्ट्र और ओडिशा पर फोकस
जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र और ओडिशा में वर्तमान में कोरोना संक्रमण बेतहाशा फैल रहा है। इन राज्यों से छग आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इन दोनों बार्डर पर जांच करने डॉक्टरों की एक-एक स्पेशल टीम रहेगी। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों से जो रास्ता छग की सीमा तक पहुंचता है उसे टोटल ब्लॉक किया जाएगा।
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