चिचोला हाई स्कूल स्टाफ ने बच्चों के पैसों से भरी अपनी जेबें, फीस के नाम छात्रों से वसूले 600-600 रुपए

चिचोला हाई स्कूल स्टाफ ने बच्चों के पैसों से भरी अपनी जेबें, फीस के नाम छात्रों से वसूले 600-600 रुपए
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चिचोला हाई स्कूल का मामला। बगैर आदेश ज्यादा शुल्क लिया। जहां 200 रुपया लेना लिखा है। उस फाईल में शाला विकास समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल के हस्ताक्षर मौजूद। विद्यार्थियों ने बताया की करीब सभी विद्यार्थियों द्वारा अपने क्लास टीचर को 605-605 रुपया शुल्क दिया गया है। मामला सामने आते ही प्रदेश भर में आक्रोश की लहर एवं राज्य सरकार में हडकंप मचा हुआ है। पढ़िए बड़ी ख़बर...

चिचोला: शाला विकास समिति एवं शाला के प्राचार्य द्वारा विद्यार्थियों से स्कूल फीस के नाम से अवैध वसुली करने का मामला सामने आया है। यह मामला चिचोला हाई स्कूल है जहां बिना किसी आदेश विद्यार्थियों से 500 से 600 रुपया वसुल किया गया। मामले को लेकर पालकों ने नाराजगी जाहिर की है।

मिली जानकारी के अनुसार चिचोला हाई स्कूल में शाला विकास समिति के अध्यक्ष एवं शाला प्राचार्य ने लोकल फीस के नाम पर शाला के विद्यार्थियों से ज्यादा शुलक लिया जा रहे हैं। राज्य सरकार ने किसी भी विद्यालय में विद्यार्थियों से पैसा नहीं लेने सख्त निर्देश दिए है। लेकिन सरकार की इस मनसा के विरुध छात्र-छात्राओं से स्कूल फीस के नाम पर उगाही की जा रही है। जबकि प्रदेश में किसी भी शासकीय शाला में किसी भी तरह की राशि नही ली जा रही है।

पालकों पर पड़ रहा बोझ

सरकारी स्कूल में गरीब मजदूर परिवार के बच्चे अध्ययन करते हैं। उनके पालक अब भी कोरोना संक्रमण काल की मार झेल रहें है जैसे तैसे वह जीवन यापन करते हैं लेकिन शाला के प्राचार्य द्वारा विद्यार्थियों से शुल्क लेने से पालकों में कौतुहल मचा हुआ है।

विद्यार्थियों से अवैध वसूली

प्रमुख सचिव द्वारा सेक्रेटरी को लिखे शुल्क विवरण के आवेदन की कॉपी के आधार पर बापुटोला हाई स्कूल के प्राचार्य द्वारा विद्यार्थियों से 530 से 605 रुपए शुल्क वसुला गया है। ऐसा कोई आदेश राज्य सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया है। शाला विकास समिति द्वारा भी बैठक में विद्यार्थियों को शुल्क लेने संबधी जानकारी नही दी गई है।

विकास के नाम पर वसूली

शाला विकास समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल ने बताया कि शाला विकास समिति के सदस्य एवं प्राचार्य की उपस्थिति में विगत दिनों बैठक कर यह निर्णय लिया गया था की शाला विकास के नाम पर छात्रों से सिर्फ 50 रुपया लेना है। इसके विपरीत शाला विकास समिति में 50 की जगह 200 रुपया लिया गया एवं 405 रुपया लोकल फीस के नाम से वसुल किया गया।

फाइल में अध्यक्ष के हस्ताक्षर

जहां 200 रुपया लेना है उस फाईल में शाला विकास समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल का हस्ताक्षर भी है। पूछने पर कहा गया कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। शाला के विद्यार्थियों ने बताया की करीब सभी विद्यार्थियों द्वारा अपने क्लास टीचर को 605 रुपया शुल्क दिया गया है। चिचोला हाई स्कूल स्टाफ बच्चों के पैसों से अपनी जेब भर रहा है।

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