मुख्यमंत्री बघेल ने INH हरिभूमि के कार्यक्रम 'किसानों की बात उद्यमियों के साथ' को किया संबोधित

मुख्यमंत्री बघेल ने INH हरिभूमि के कार्यक्रम किसानों की बात उद्यमियों के साथ को किया संबोधित
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सीएम भूपेश बघेल ने आज किसानों की बात उद्यमियों के साथ’ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत और पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन भी शामिल थे, अभिभाषण के दौरान किसान नेता टिकैत, कांग्रेस से सीएम और भाजपा से बृजमोहन को एक साथ मंच पर लाने के लिए INH हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉ० हिमांशु द्विवेदी को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल कहा की ऐसा अद्भुत संगम सिर्फ डॉ० हिमांशु के द्वारा हरिभूमि INH के मंच पर ही मुमकिन था। और किसी में इस बात को सोचने और क्रियान्वित करने का माद्दा नहीं दिखता, इसके साथ ही हरिभूमि और INH के पत्रकारों सहित अन्य विभाग के साथियों को प्रतीक चिन्ह देकर मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया, पढ़िए पूरी ख़बर..

रायपुरः सीएम भूपेश बघेल ने आज किसानों की बात उद्यमियों के साथ' कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। हमने छत्तीसगढ़ में धान, कोदो, कुटकी, गन्ना, मक्का सबके लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ख़रीदी के साथ उचित क़ीमत देना शुरू किया, जिससे राज्य किसान आर्थिक रुप से समृध्द हो रहे हैं।

उन्होनें कहा कि हमने छत्तीसगढ़ में 7 से बढ़ाकर 52 प्रकार के लघुवनोपजों को शामिल किया। इसके अलावा हमने वनोपजों का वैल्यू एडिशन भी किया। हमने छत्तीसगढ़ में धान, कोदो कुटकी, रागी, लघु वनोपज सबके लिए समर्थन मूल्य निर्धारित किया। महुआ से पहले सिर्फ शराब बनती थी, आज लड्डू और एनर्जी ड्रिंक बनाये जा रहे। लोग तीखुर नही जानते थे, आज ड्रिंक्स बनाये जा रहे। पहले बस्तर काजू 50 रुपये में बाहर भेज दिए जाते थे, आज प्रोसेसिंग के कारण 1800 रुपये तक बिक रहा। महिलाओ को रोजगार मिला, प्रतिदिन 250 से 300 रुपये की आमदनी हो रही है।

उन्होनें कहा कि देश में अनाज की कमी को इंदिरा गांधी ने चुनौती के तौर पर लिया और देश के किसानों ने आह्वान किया कि हमें अनाज उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनना होगा। उसके बाद ही कृषि के क्षेत्र क्रांति आई। वहीं दौर है जब 1967 में एमएसपी घोषित हुआ।

लॉकडाउन के दौरान किए गए कार्यों पर चर्चा करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि लॉकडाउन के बाद सबसे पहले उद्योगों का पहिया कहीं घूमा है तो वो छत्तीसगढ़ में घूमा है। हमने उद्योगपतियों से चर्चा के बाद 2019-24 की औद्योगिक नीति बनाई। अब तक 150 MOU हो चुके हैं।

सीएम भूपेश ने कहा कि व्यापारियों ने हमसे कहा आपने किसानों के लिए किया, मजदूरों के लिए किया, महिलाओं के लिए किया, हमारे लिए क्या किया। उद्योग का पहिया तब घूमेगा जब व्यापारी उनसे सामान ख़रीदेंगे और व्यापारी सामान तब बिकेगा जब जनता के जेब में पैसा होगा। मैंने कहा मैंने आप लोगों के लिए कुछ नहीं किया , बल्कि आप के ग्राहकों के जेब मे पैसा डाला है।

केंद्र सरकार को विपक्षी राज्यों की सरकार की बातों को सुनना चाहिए, असहमति के बावजूद भी उनका सम्मान करना चाहिए। जब सब साथ बैठेंगे तब ही किसी भी समस्या का समाधान निकलेगा। उन्होनें कहा कि गांधीवादी तरीके से जब 16 देश आजाद हो सकते हैं तो गांधीवादी तरीके से ही आप किसी को अपनी बात मनवा सकते हो।

सीएम बघेल ने कहा कि देश के किसान कृषि कानूनों को नहीं चाहते थे, फिर भी केंद्र सरकार ने किसानों पर जबरन कृषि कानूनों को लादने की कोशिश की। फिर केंद्र सरकार ने इसे वापस ले लिया। केंद्र सरकार की ओर से पत्रों के जवाब नहीं मिलने पर सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ की समस्याओं को लेकर हमने केंद्र सरकार से लगातार संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा INH और हरिभूमि के सालाना अवार्ड समारोह में आई एन एच और हरिभूमि के पत्रकारों और सहयोगियों का सम्मान किया गया जिसमें इन सभी को मुख्यमंत्री द्वारा श्रीफल और शाल भेंट की गई.

हरिभूमि

  • गोपीचंद जायसवाल
  • विकास शर्मा
  • सुखबहादुर फोटो पत्रकार
  • कौशिक सिंह अकाउंट
  • किशोरी लाल गौतम

आई एन एच

  • प्रशांत तिवारी
  • धीरज मिश्रा
  • विनय त्रिवेदी
  • इकराम कुरैशी कैमरा पर्सन
  • बद्री यादव पीसीआर


















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