कोरोना में मां-बाप खोने वाले बच्चों को प्राइवेट स्कूल में भी मिलेगी स्कॉलरशिप

कोरोना में मां-बाप खोने वाले बच्चों को प्राइवेट स्कूल में भी मिलेगी स्कॉलरशिप
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सरकार ने जारी की अधिसूचना, राशि बच्चों के बैंक खातों में भेजी जाएगी

रायपुर. कोरोना में अपने माता-पिता या पालक को खोने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई महतारी दुलार योजना के तहत अब प्रायवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी स्कॉलरशिप मिलेगी। राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में राजपत्र में अधिसूचना का प्रकाशन कराया है।

ये बदलाव हुआ : महतारी दुलार योजना- 2021 की कंडिका- 9 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस योजना की कंडिका 5 की उप कंडिका (6) के बाद यह जोड़ा गया है। योजना के तहत राज्य में संचालित शासकीय स्कूल अथवा मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में अध्यनरत हों, उन्हें छात्रवृत्ति की पात्रता होगी।

सरकार देगी फीस

महतारी दुलार योजना के तहत संचालित शासकीय स्कूलों के अतिरिक्त निजी स्कूलों में पिछले एक साल से पढ़ रहे ऐसे बच्चे, उसी निजी स्कूल में या स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अपनी इच्छानुसार पढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा उनकी स्कूल फीस का वहन किया जाएगा। यह अधिसूचना सामान्य प्रशासन विभाग ने 28 जून को जारी की है।

कलेक्टरों की जिम्मेदारी कोई पात्र बच्चा न छूटे

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इसके लिए संबंधित अधिकारियों को व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं। निर्देश में कहा गया है कि सामान्य प्रशासन विभाग से तत्काल इस योजना में छात्रवृत्ति देने के लिए बजट आवंटन प्राप्त करें। योजना के क्रियान्वयन के लिए सभी कलेक्टरों को पात्र हितग्राही बच्चों की सूची तैयार करने के निर्देश पूर्व में दिए जा चुके हैं। कलेक्टरों से कहा गया है कि यह सुनिश्चित करें कि योजना के पात्र बच्चों की सूची तैयार हो जाए और कोई बच्चा छूटे नहीं। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मिलकर कार्य करें।

500 से लेकर 1000 रुपए मिलेगी छात्रवृत्ति

राज्य शासन द्वारा ऐसे बच्चों के लिए महतारी दुलार योजना प्रारंभ की गई है, जिनके परिवार के कमाने वाले सदस्य की मृत्यु कोरोना के कारण हुई है। ऐसे बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने की व्यवस्था की जा रही है। जो बच्चे स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ना चाहते हैं, उन्हें इन स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप इस योजना के अंतर्गत शासकीय और निजी सभी प्रकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को लाभान्वित किया जाएगा। इस योजना में कक्षा पहली से आठवीं के लिए छात्रवृत्ति की दर 500 रुपए प्रतिमाह और कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए छात्रवृत्ति की दर 1000 रुपए प्रतिमाह है। छात्रवृत्ति के लिए फंड का प्रावधान सामान्य प्रशासन विभाग के बजट में किया जा रहा है।

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