दिव्यांग बच्चे बनने लगे हुनरमंद : मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना का उठा रहे लाभ, टाइपिंग और कम्प्यूटर की बारीकियां भी सीख रहे

दिव्यांग बच्चे बनने लगे हुनरमंद : मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना का उठा रहे लाभ, टाइपिंग और कम्प्यूटर की बारीकियां भी सीख रहे
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छत्तीसगढ़ सरकार व समाज कल्याण विभाग मिलकर दिव्यांग बच्चों को कौशल प्रधान शिक्षा-दीक्षा दे रहे हैं, जिसका लाभ इस योजना में शामिल बच्चे उठा रहे हैं। पढ़िए पूरी स्टोरी...

रायपुर। भूपेश सरकार और समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग बच्चों में कौशल विकास के उद्देश्य से कई कदम उठाए जा रहे हैं। इस अभियान में नेत्र बाधित दिव्यांग बच्चों के लिए ऐसा सॉफ्टवेयर डेवलप किया गया है, जिसके माध्यम से नेत्र बाधित दिव्यांग बच्चे आसानी से टाइपिंग व कंप्यूटर की बारीकियां सीख पा रहे हैं।

डॉमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर, यह एक ऐसा कोर्स है, जिसके माध्यम से ब्लाइंड बच्चे भी आसानी से टाइपिंग कर पा रहे हैं। नॉन विज़ुअल डेस्कटॉप एक्सेस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ब्लाइंड बच्चों को भी पढ़ाया जा रहा है। यह एक टॉकिंग सॉफ्टवेयर है।

आधुनिक तरीके से दी जा रही शिक्षा

इस योजना के अंतर्गत इन दिव्यांग बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा दी जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना का लाभ ले रहे राकेश कुमार ने छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि, यहां प्रशिक्षण लेने के बाद हम कहीं भी जॉब के लिए एलिजिबल हो सकते हैं, चाहे तो हम अपने निजी काम भी कर सकते हैं।

योजना का लाभ लेकर हुनरमंद बन रहे बच्चे

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना से दिव्यांग बच्चे काफी लाभान्वित हो रहे हैं। भविष्य में इनको आगे बढ़ने के लिए एक अच्छा अवसर मिल रहा है। दिव्यांग युवाओं को हुनरमंद बनाने ‘मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना’ के तहत दिव्यांग युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे उन्हें न सिर्फ बेरोजगारी से निजात मिलेगी, बल्कि वो आर्थिक रूप से मजबूत होते हुए अपना जीवन-यापन कर पायेंगे। देखिए वीडियो...



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