च्वाईस सेंटर का फर्जीवाड़ा: आईडी किसी की, फोटो किसी का, पता दोनों को नहीं, बन गए अपराध का हिस्सा

च्वाईस सेंटर का फर्जीवाड़ा: आईडी किसी की, फोटो किसी का, पता दोनों को नहीं, बन गए अपराध का हिस्सा
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च्वाईस सेंटर का संचालक व्यापम परीक्षा के फर्जी एडमिट कार्ड तैयार करने के प्रकरण में गिरफतार। ऐसा फर्जीवाड़ा की सुन के दिमाग चकरा जाए। आरोपी द्वारा व्यवसायिक परीक्षा मंडल की संयुक्त सहायक ग्रेड 3 डाटा एंट्री आपरेटर की परीक्षा में फर्जी रूप से किसी की एडमिट कार्ड में किसी और की फोटो डाल कर परीक्षा हेतु एडमिट कार्ड तैयार किया गया था। पढ़िए पूरी ख़बर..

रायपुर: मामला तब सामने आया जब तेलीबांधा रायपुर की साक्षी खरे नामक प्रभारी प्राचार्य (जिन्हें व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित सहा ग्रेड 3 डाटा एंट्री ऑपरेटर की परीक्षा हेतु केंद्राध्यक्ष नियुक्त किया गया था) ने एक लिखित शिकायत पेश किया कि आयोजित "सहायक ग्रेड -3 डाटा एन्ट्री आपरेटर परीक्षा" में AGDO21 मे रोल नंबर 25270236 पर किसी दुसरे अभ्यर्थी के द्वारा परीक्षा दिलाया जा रहा था जिसकी जानकारी होने पर कार्यवाही हेतु शिकायत पेश किया गया। इस शिकायत की जांच करने पर जो फर्जीवाडा सामने आया वो हैरान करने वाला था।

परीक्षा केन्द्र के अधिकारियो तथा जिस च्वाईस सेंटर से उक्त एडमिट कार्ड निकाला गया था उसके संचालक की जांच में पाया गया कि साई कम्प्युटर च्वाईस सेंटर खुज्जी जिला राजनांदगांव के संचालक नीलेश देवांगन ने परीक्षार्थी चन्द्रकांत यादव के एडमिट कार्ड को अपने सिस्टम के डेस्क टाप मे सुरक्षित रखा था। जिसकी जानकारी चन्द्रकांत यादव को भी नहीं थी। इस बात का फायदा उठा कर आरोपी द्वारा एडिटींग (फर्जीवाडा) कर एक अन्य अभ्यर्थी वीणा साहू का नाम एवं अन्य जानकारी को एडिट कर फर्जी एडमिट कार्ड तैयार किया। उस फर्जी एडमिट कार्ड का पीडीएफ बनाकर वीणा गंगबेर ऊर्फ वीणा साहू को व्हाटसएप्प के माध्यम से भेजा दिया। जब कि वीणा को भी इस फर्जीवाड़े के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। उसने तो काफी पहले ही परीक्षा में फॉर्म भरने च्वाईस सेंटर के संचालक को परीक्षा हेतु अपनी संपूर्ण दस्तावेज व जानकारी दे के रखी थी। ऐसे में परीक्षा के नजदीक आते ही च्वाईस सेंटर के संचालक से वीणा ने अपना एडमिट कार्ड मांगा। लेकिन च्वाईस सेंटर के संचालक ने वीणा का परीक्षा फॉर्म भरा ही नहीं था। परीक्षा नजदीक आने पर बार-बार वीणा द्वारा अपने एडमिट कार्ड मांगे जाने पर अपने सिस्टम में पहले से अन्य परिछार्थी (चन्द्रकांत यादव) के एडमिट कार्ड में एडिट कर पीड़िता के फोटो व अन्य जानकारी डाल कर फर्जी एडमिट कार्ड तैयार कर पीड़िता को दे दिया।

चॉइस सेंटर संचालक के इस फर्जीवाड़े से अनजान वीणा परीक्षा देने चली गई। जहां QR Code Scan करने पर एडमिट कार्ड में अन्य अभ्यर्थी का फोटो होने से फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। बाद में पीडिता वीणा और परीक्षा केंद्राध्यक्ष साक्षी खरे द्वारा मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज की गई। प्रकरण पंजीबद्ध होते ही तेलीबांधा पुलिस ने आरोपी को राजनांदगांव से गिरफ्तार कर लिया। प्रकरण में फर्जी एडमिट कार्ड तैयार करने में प्रयुक्त इलेक्ट्रानिक सामाग्री कम्प्युटर, मानीटर, सीपीयू, कलर प्रिंटर, की-बोर्ड, माउस, यूपीएस जप्त किया गया है। देखिए वीडियो..



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