आभार सम्मेलन में पहुंचे सीएम बघेल : बोले- ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कोटवार और पटेल का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित आभार सम्मेलन के कार्यक्रम में पहुंचे। यहां सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलन, माल्यार्पण और छत्तीसगढ़ के राज्यगीत के साथ आभार सम्मेलन की शुरुआत की। इस सम्मेलन में गजमाला और खुमरी पहनाकर सीएम भूपेश बघेल का स्वागत किया गया। सम्मेलन में गजमाला और खुमरी पहनाकर मुख्यमंत्री का प्रदेश के होमगार्ड और कोटवार संघ के प्रतिनिधियों ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल, रायपुर विधायक कुलदीप जुनेजा, वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, पूर्व सांसद नंदकुमार साय, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मंच पर उपस्थित हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने आभार सम्मेलन से पूर्व स्व-सहायता समूह की महिलाओं की ओर से उत्पादित वस्तुओं के स्टॉल का अवलोकन कर उत्पादों से जुड़ी जानकारी ली। स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष गीता वर्मा ने मुख्यमंत्री को अजय देशकर की ओर से गोबर के पेंट से बनाई गई सीएम का छायाचित्र भेंट की।
क्या कहा सीएम बघेल ने...
मुख्यमंत्री बघेल ने आभार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, आज ग्राम पटेल, कोटवार, होमगार्ड और गौठान प्रबंधन समिति के सम्मेलन कार्यक्रम में मैं आप सभी का स्वागत, अभिनन्दन करता हूँ। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से मैं आपका आभार व्यक्त करता हूँ। पिछले 4 दिनों से लगातार कार्यक्रम चल रहा है। 30 तारीख को लगभग 70,000 बेरोजगार साथियों को राशि प्रदान की गई। 1 मई को मजदूर दिवस के दिन मजदूरों को विभिन्न योजनाओं के तहत राशि का वितरण और बोरे बासी दिवस मनाया गया। वहीं, 2 मई को महिलाओं का दिन था और आज हमारे कोटवार भाई, नगर सैनिक पटेल और एक नया संगठन छत्तीसगढ़ के अलावा और दूसरी जगह ऐसा संगठन नहीं है, गौठान प्रबंधन समिति अस्तित्व में आया है, आज इस सम्मेलन में सभी शामिल है।
कानून व्यवस्था संभालने में नगर सैनिक की बड़ी भूमिका
उन्होंने कहा कि, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कोटवार और पटेल का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शासन चलाने में कानून व्यवस्था संभालने में नगर सैनिक की बड़ी भूमिका और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संभालने में हमारे किसान समिति की बड़ी भूमिका तय होने वाली है। गोवंश के खुले में चराई से कृषि का रकबा कम होने लगा था। किसानों को ओनहारी की फसल लेना मुश्किल हो चुका था। ऐसे समय में हमने गौठान की संकल्पना शुरू की। अब गौठान में गोबर बनाना, दिया बनाना, गौकाष्ठ, पेंट बनाना और अब तो बिजली बनाने का कार्य शुरू किया गया है। हमने जो व्यवस्था की, उसमें 10 हजार गौठानों में से 5,000 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। जिन गांव के गौठानों में रोजाना 5 क्विंटल गोबर की खरीदी की जाएगी, वहां बिजली बनाने की यूनिट स्थापित की जाएगी।
हर परिवार को मिले शासकीय योजना का लाभ
श्री बघेल ने कहा कि, लगातार हमने प्रयास किया है कि किसी न किसी प्रकार से हर परिवार में शासकीय योजना का लाभ मिले। चाहे 35 किलो चावल हो, चाहे बिजली बिल हाफ योजना हो, चाहे किसान न्याय योजना, सभी योजनाओं का लाभ मिल सके। इसी प्रकार मिलजुल कर हम सभी को छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना है। छत्तीसगढ़ में रहने वाले 2 करोड़ 85 लाख लोगों की ही सेवा छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा है।
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