सीएम भूपेश बघेल ने टि्वटर पर शेयर किया 18 साल का एमएसपी का आंकड़ा, किसान विरोधी भाजपा की नीयत

सीएम भूपेश बघेल ने टि्वटर पर शेयर किया 18 साल का एमएसपी का आंकड़ा, किसान विरोधी भाजपा की नीयत
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धान की बिक्री के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित किए जाने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को जमकर घेरा है।

रायपुर। धान की बिक्री के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित किए जाने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को जमकर घेरा है। श्री बघेल ने ट्वीटर पर आंकड़े जारी कर कहा है कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में 9 साल के दौरान धान का समर्थन मूल्य 134 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि भाजपा सरकार के 9 साल के कार्यकाल में धान के मूल्य में केवल 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

भाजपा का दावा खोखला

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यूपीए और एनडीए (भाजपा) सरकार द्वारा दिए गए एमएसपी के आंकड़ों के आधार पर कहा है कि ये आंकड़े किसान विरोधी भाजपा की नीयत को दिखाते हैं, जिससे भाजपा के कथित रूप से किसान हितैषी होने का दावा खोखला सिद्ध हो जाता है।

यूपीए कार्यकाल में 134 प्रतिशत

सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट में कहा है कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में वित्तीय वर्ष 2004-05 से 2013-14 के दौरान 9 वर्षों में धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 560 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1310 रुपए किया गया। यह वृद्धि लगभग 134 प्रतिशत होती है। इस संबंध में उन्होंने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान धान की कीमत के आंकड़े जारी किए हैं।

भाजपा सरकार में केवल 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी

इसी क्रम में श्री बघेल ने कहा कि दूसरी ओर भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2014-14 से 2022-23 तक 9 वर्षों में धान के समर्थन मूल्य में सिर्फ 730 रुपए की वृद्धि कर 2040 रुपए प्रति क्विंटल यानी सिर्फ 55 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दी चुनौती

भाजपा को किसान विरोधी सरकार बताने पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा, कांग्रेस हमेशा से भ्रामक राजनीति करती रही है, वह कभी सही आंकड़े जनता तक नहीं रखती। मैं कांग्रेस की सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनौती देता हूं कि जैसे उन्होंने 2004 से अब तक के मिनिमम सपोर्ट प्राइस की जानकारी साझा की, वैसे ही 2004 से 2014 तक कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने किसानों को मिनिमम सपोर्ट प्राइस पर खरीदी कर कितना भुगतान किया और भाजपा ने 2014 से अब तक कितना भुगतान किया, इस राशि के आंकड़े जारी करें। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, कौन किसान हितैषी है।

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