collectorate building: पेंड्रा- गौरेला- मरवाही जिले की कलेक्ट्रेट बिल्डिंग तीनों शहरों के बीच बनाने की मांग ने पकड़ा जोर, गांव से मिल रहा समर्थन

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ के जीपीएम जिले का कंपोजिट बिल्डिंग, कलेक्ट्रेट मध्य क्षेत्र में बनाने की मांग जिले के सबसे बड़े ब्लाक मरवाही के गांवों में अब भावनात्मक रूप ले चुका है। इस मुद्दे में सर्वदलीय मंच को व्यापक जन समर्थन मिल रहा है, क्योंकि लोगों को भौगोलिक रूप से समानुपातिक दूरी में मध्य में जिला मुख्यालय बनाने की मांग न्यायोचित लग रहा है। कलेक्ट्रेट मध्य क्षेत्र में बनाने की मांग को लेकर 11 अगस्त को मरवाही व दानीकुंडी साप्ताहिक बाजार बंद रखने के निर्णय से शुक्रवार 4 अगस्त को दोनों बाजार में आए व्यापारियों एवं ग्रामीणों को जब अवगत कराया गया तो उन्होंने भी मांग को न्यायोचित बताया और अपना समर्थन दिया।
सभी दलों ने दिया अपना समर्थन
इन दिनों जिले में सर्वाधिक चर्चा का विषय हुआ जिला मुख्यालय के लिए भूमि चयन का मामला बना हुआ है। इस संबंध में मरवाही में सर्व दलीय समिति गठित किया गया है। वहीं इसे सर्व आदिवासी समाज, व्यापार संघ, सरपंच संघ सहित विभिन्न संगठनों का समर्थन मिला हुआ है। सभी मिलकर गांव गांव भ्रमण कर चौपाल लगा रहे हैं। सभी का कहना है कि, सेनेटोरियम अस्पताल व गुरुकुल परिसर को स्वास्थ एवं शिक्षा का आदर्श स्थान बनाने के लिए संरक्षित रखा जाना चाहिए और जीपीएम जिले का कलेक्ट्रेट जिले के मध्य क्षेत्र में बनाया जाना चाहिए। इनकी मांग है कि गौरेला, पेण्ड्रा, मरवाही जिले की सबसे बड़ी आबादी मरवाही ब्लाक में निवास करती है इसलिए जिला कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण मरवाही ब्लाक के लोगों की मांग के अनुसार भौगोलिक दृष्टि से जिले के मध्य में ऐसी जगह होनी चाहिए जहां आने जाने में सभी को लगभग समांतर दूरी पड़े।
मांग को लेकर एक दिन रहेंगे प्रतिष्ठान बंद
यही कारण है कि अपनी मांग को मजबूती से रखकर शासन का ध्यानाकर्षण करने के लिए आने वाले शुक्रवार 11 अगस्त को मरवाही एवं दानीकुंडी साप्ताहिक बाजार एवं दुकानों को बंद रखा जायेगा, जिसके लिए लोगों से संपर्क करने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक पहलवान सिंह मराबी, सरपंच संघ जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह अर्मो, ब्लाक अध्यक्ष गजरूप सलाम, सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष दया वाकरे, जिला पंचायत सदस्य पुश्वेश्वरी सिंह, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नारायण शर्मा, सांसद प्रतिनिधि राकेश मसीह, प्रताप सिंह भानु, विशाल उरेति, चैन सिंग सरोता, जमुना जायसवाल, राम शंकर राय, सुनील गुप्ता, जनपद सदस्य आयुष मिश्रा, दयाराम पाव, ओंकार ओट्टी, लालचंद सोनवानी, शिव शंकर तिवारी, अर्जुन सिंह ठाकुर, सुमन सिंह वाकरे, मनोज महाराज, सतीश शर्मा, कृष्णकुमार साहू, विवेक पोर्ते आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष को गुरुकुल की भूमि संबंधी सच्चाई से अवगत कराएंगे जनप्रतिनिधि
इस मुद्दे को लेकर मरवाही के जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत से मिलकर अवगत कराएंगे कि स्वास्थ व शिक्षा के लिए दान में मिले सेनेटोरियम गुरुकुल परिसर की भूमि के संबंध में उन्हें सही जानकारी दिए बिना वर्चुअल शिलान्यास उनसे करा दिया गया। जन प्रतिनिधियों को विश्वास है कि शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए संवेदनशील भूपेश सरकार उनकी मांग को पूरा कर आदिवासियों के गुरुकुल को संरक्षित करते हुए मध्यक्षेत्र में जिला मुख्यालय का निर्माण कराएगी। जन प्रतिनिधि भूमि संबंधी सच्चाई से उन्हें अवगत कराएंगे कि मिशनरी ने यह भूमि स्वास्थ एवं शिक्षा के लिए सेनेटोरियम को दान में दिया था लेकिन इस भूमि के खसरा में भूमि स्वामी का नाम सेनेटोरियम को नियम विरूद्ध तरीके से हटा दिया गया है।
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