कलेक्टर का अनूठा अंदाज : दिव्यांगों के साथ जमीन पर बैठे, सर्टिफिकेट के साथ रोजगार भी दिलायेंगे

कलेक्टर का अनूठा अंदाज : दिव्यांगों के साथ जमीन पर बैठे, सर्टिफिकेट के साथ रोजगार भी दिलायेंगे
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कुछ नि:शक्त युवतियां कलेक्टर के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचीं, तो कलेक्टर अपनी कुर्सी से उतरकर नि:शक्तजनों के साथ जमीन पर बैठ गए।

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिला कलेक्टोरेट कार्यालय में मंगलवार को कलेक्टर का नया अंदाजा लोगों को खूब पसंद आया। उनसे मिलने पहुंचे नि:शक्तजनों के साथ वे जमीन पर बैठ गए और उनकी समस्याएं सुनी। जिलाधीश का यह अंदाज नि:शक्जनों को खूब पंसद आया।

विदित हो कि मंगलवार को नि:शक्तजन अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रोरेट पहुंचे थे, जहां वे अधिकारियों की बैठक ले रहे थे और लोगों की समस्याएं भी सुन रहे थे। इसी दौरान कुछ नि:शक्त युवतियां कलेक्टर के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचीं, तो कलेक्टर अपनी कुर्सी से उतरकर नि:शक्तजनों के साथ जमीन पर बैठ गए।

कलेक्टर कुलदीप शर्मा का यह अंदाज लोगों को खूब पसंद आया। लोगों ने कहा कि, कलेक्टर जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं और उन्हें अपने पद का घमंड नहीं है। वहीं दिव्यांगों की समस्याओं पर कलेक्टर ने उपसंचालक समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने तुरंत नि:शक्तजनों की दिक्कतों को हल करने के लिए कहा।

सिलाई प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र की मांग करने पहुंचे थे नि:शक्तजन

नि:शक्तजनों ने कलेक्टर को बताया कि समाज कल्याण विभाग के माध्यम से उन्होंने 3 महीने तक सिलाई कार्य का प्रशिक्षण लिया था। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद सिलाई मशीन और इसका प्रमाणपत्र देने का उनसे वादा किया गया था। साथ ही स्कॉलरशिप देने की बात भी कही गई थी, लेकिन 3-4 महीने बीत जाने के बाद भी दिव्यांगों को किसी तरह का कोई भी लाभ नहीं मिल पाया है। दिव्यांग अपनी इसी समस्या को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे हुए थे। उन्होंने बताया कि उन्हें यहां तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

संस्था दिल्ली की है, जिसका नोडल समाज कल्याण विभाग को बनाया गया है

दिव्यांगों को प्रशिक्षण देने वाली संस्था दिल्ली की है और समाज कल्याण विभाग को इसका नोडल बनाया गया था। पीड़ितों ने बताया कि वे जब समाज कल्याण विभाग से इस बारे में पूछते हैं, तो वे दिल्ली वालों का नाम लेते हैं, वहीं जब दिल्ली वालों से बात करते हैं, तो वे समाज कल्याण विभाग का नाम लेते हैं। इस तरह हमें लगातार घुमाया जा रहा है, जिससे हम परेशान हो चुके हैं।

कलेक्टर ने उप संचालक को लगाई फटकार

कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने दिव्यांगों की समस्याओं को सुनकर तुरंत संज्ञान में लिया और समाज कल्याण विभाग के जिला अधिकारी को कक्ष में सबके सामने ही फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि इतने दिनों तक आखिर इन दिव्यांगों को क्यों भटकना पड़ रहा है, क्या ऐसी मजबूरी है, जिसमें अधिकारी बार-बार दिल्ली का नाम लेते रहे। कलेक्टर ने कहा कि जल्द से जल्द इन सबका काम किया जाए।

कलेक्टर ने रोजगार का दिया आश्वासन

जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, नि:शक्तजनों के लिए कलेक्टर ने तुरंत सिलाई मशीन उपलब्ध कराने की बात कही, साथ ही सभी को रोजगार देने की भी बात कही है, जिसे लेकर तत्काल कार्य शुरू कर दिया गया है। इसे लेकर उपसंचालक समाज कल्याण विभाग के अधिकारी वहां दिव्यांगों से चर्चा करने भी आए।

कलेक्टर साहब हमारे साथ जमीन पर बैठ गए

नि:शक्त कुमारी रोहिणी, लक्ष्मी, मनभोतिन प्रधान, पूर्णिमा, लुकेश्वरी, लता साहू, सीता सहित सभी दिव्यांगों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हम तो अपनी समस्या लेकर आए थे, लेकिन कलेक्टर साहब हमारे साथ जमीन पर ही बैठ गए। उन्होंने हमारी समस्याओं को बेहद गंभीरता से सुना और तुरंत निराकरण करने की बात कही, हमारे लिए यह अनुभव बहुत ही अच्छा था।



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