गड़बड़झाला : जंगल ट्रेल से जुड़े भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद विभाग का दावा, महीने भर में काम होगा पूरा, 11 महीने तक गहरी निंद्रा में रहा विभाग हरिभूमि डॉट काम की खबर से जागा

पंकज भदौरिया-दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में वन विभाग जंगल ट्रेल बनाने के नाम पर 1 करोड़ 80 लाख रुपए खर्च करने की बात गीदम परिक्षेत्र के हारम पंचायत के पास कर रहा है। इसी निर्माण में रायपुर के ठेकेदार द आर्ट फैक्ट्री को बिना काम शुरू हुए निर्माण राशि का 40% लगभग 62 लाख रुपए वन विभाग ने अग्रिम राशि भी थमा दी। यह पूरा निर्माण वन विभाग दंतेवाड़ा डीएमएफ मद (जिला खनिज न्यास निधि) से करने की बात कर रहा है। हरिभूमि डॉट कॉम ने सबसे पहले इस भ्रष्टाचार को उजागर किया था, उसके बाद से ही वन विभाग आनन फानन में उल जुलूल जबाब देकर मीडिया के सवालों से पल्ला झाड़ रहा हैं।
एसडीएम का दावा हवा हवाई
वनपरिक्षेञ गीदम के एसडीओ जितेंद्र साहू ने कहा कि महीने भर में इस निर्माण कार्य को पूर्ण कर लिया जायेगा। साथ ही पूरी टेंडर प्रक्रिया अपनाकर इस निर्माण में पारदर्शिता बरती गई है, जबकि यह दावा भी उनका हवा हवाई निकला। विभाग द्वारा इस टेंडर में ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की नीयत से शासन के नियमों को दरकिनार करते हुए यह टेंडर लगाया गया, जिसे राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र में भी प्रकाशित नहीं किया गया।
ठेकेदार को दी है अग्रिम राशि 40 प्रतिशत
टेंडर लगते ही ठेकेदार को अग्रिम राशि के रूप में 40%राशि भुगतान कर वन विभाग द्वारा कमीशन का खेल खेला गया। इस वजह से ठेकेदार को किसी तरह का कार्य पूरा करने का दबाव विभाग द्वारा नहीं दिया गया।
प्रशासन ने अब तक नहीं लिया कोई संज्ञान
पर्यटन को विकसित करने की बात करने वाला वन विभाग इस दंतेवाड़ा जिले में जंगल ट्रेल के नाम पर अपने आप को और अपने चहेते ठेकेदार को विकसित करने में लगा हुआ नज़र आ रहा है। दूसरी तरफ अब तक प्रशासन द्वारा इस मामले को संज्ञान में नहीं लिया गया है और न तो कोई जांच कमेटी बिठाई गई है।
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