संविदा कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, 5 दिन की हड़ताल का किया आगाज

संविदा कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, 5 दिन की हड़ताल का किया आगाज
X
छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय आव्हान पर नियमितीकरण की मांग को लेकर रायपुर जिले के संविदा कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

रायपुर: छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय आव्हान पर नियमितीकरण की मांग को लेकर रायपुर जिले के संविदा कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को संविदा कर्मचारियों ने कोल्हू के बैल व्यंग्य के माध्यम से 5 दिवसीय हड़ताल का आगाज कर अपनी आवाज बुलंद की। प्रदेश के दूरदराज इलाकों से चारपहिया वाहनों की सवारी कर महिला, पुरुष कर्मचारी राजधानी पहुंचे और बूढ़ापारा धरनास्थल पर प्रदर्शन किया।

विभिन्न सरकारी विभागों में सेवा दे रहे संविदा अधिकारी-कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर राजधानी में प्रदर्शन किया। इसके अलावा अलग-अलग जिला मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की। आंदोलन कर रहे संविदा कर्मियों, अधिकारियों का कहना है, 4 साल से सरकार संविदा अनियमित कर्मचारियों को सिर्फ धोखा देती आ रही है। न तो एक रुपए वेतन बढ़ा और न ही इसके लिए बनी कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इससे प्रदेशभर के संविदा कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।

5 दिन हड़ताल, कामकाज ठप

नियमितीकरण की मांग को लेकर लामबंद हुए छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेंद्र तिवारी, जिला संयोजक शेख मुस्तकीम, अन्य विभाग से साजिद अली, चंद्रभूषण पटेल, मानसिंह चौहान, दुष्यंत जंघेल, संतोष साहू, करिश्मा तिवारी, भगवती शर्मा ने बताया, 16 से 20 जनवरी तक प्रदेशभर के समस्त संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं। 16 से 19 जनवरी तक जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन और 20 जनवरी को प्रांत स्तर पर प्रदेश मुख्यालय में एकजुट होकर नियमितीकरण की आवाज बुलंद करेंगे।

हर दिन अलग होगा विरोध का स्वरूप

5 दिवसीय आंदोलन को अलग-अलग स्वरूप में प्रस्तुत करने जा रहे संविदा कर्मचारियों ने बताया, आंदोलन के पहले दिन कोल्हू का बैल कार्यक्रम कर लामबंद कर्मचारियों ने राज्य सरकार के समक्ष अपनी व्यथा बताई। 17 जनवरी को प्रार्थना पूजा, सद्बुद्धि यज्ञ और चालीसा पाठ किया जाएगा। मंचीय भाषण, गीत व कविता के माध्यम से नियमितीकरण के लिए आव्हान करेंगे। इस दिन कुंभकर्ण का प्रतीकात्मक पुतला बनाकर सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने का प्रयास किया जाएगा। इसी तरह भैंस के आगे बीन बजाकर विरोध प्रदर्शन, 18 जनवरी को मनोकामना श्रीफल व मंचीय भाषण का कार्यक्रम होगा।

19 जनवरी को आंदोलन के चौथे दिन रैली निकाली जाएगी। इस रैली में बूढ़ापारा धरनास्थल से संयुक्त जिला कार्यालय तक पैदल मार्च कर ज्ञापन सौंपने कूच किया जाएगा।

उमड़ा हुजूम, बूढ़ेश्वर चौक से पैदल पहुंचे

धरना-प्रदर्शन में भाग लेने जिलेभर से विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारी बड़ी संख्या में राजधानी पहुंचे। बिजली आफिस बूढ़ापारा से गणेश मंदिर होते हुए धरनास्थल और पुलिस लाइन से नेहरू नगर, वीरभद्रनगर, न्यू ब्रह्मपुरी मार्ग पर सुबह से देर शाम तक हड़ताली कर्मचारियों की आवाजाही से रौनक रही। महिला व पुरुष कर्मचारी हाथ में थैला, पीने के पानी की बाेतल लेकर बूढ़ेश्वर चौक से धरनास्थल तक पैदल पहुंचे। प्रदर्शनकारियों की भीड़ के कारण जगह-जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।

वीरभद्र नगर के मैदान में पार्किंग

संविदा कर्मचारियों और मितानिनों की हड़ताल व धरना-प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे हड़ताली कर्मचारियों के चारपहिया वाहनों को चालकाें ने वीरभद्रनगर के मैदान में पार्किंग कर लाइन से खड़ा किया। परिक्रमा पथ पर सड़क के दोनों ओर लाइन से चारपहिया गाड़ियां खड़ी होने से इस मार्ग में जाम लगता रहा। सड़क की खुदाई होने से ऊबड़-खाबड़ जगह पर धूल के गुबार से भी लोग परेशान दिखे। रही सही कसर ठेले-खोमचे वालों ने पूरी कर दी। बूढ़ा गार्डन के सामने से लेकर बूढ़ेश्वर चौक, हनुमान मंदिर, स्मार्ट सिटी दफ्तर के सामने वाली सड़क से श्याम टाकीज रोड पर सड़क के दोनों ओर ठेला-खोमचे वालों ने कब्जा जमाए रखा।

मितानिनों ने भरी हुंकार, 5 सूत्रीय मांग

चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादे को पूरा न किए जाने से नाराज मितानिनों ने 5 सूत्रीय मांग को लेकर राजधानी में प्रदर्शन किया। प्रदेशभर से जुटीं मितानिनों के धरना-प्रदर्शन में गहमागहमी देखी गई। दूरदराज से पहुंचीं मितानिनों ने सुबह से देर शाम तक सामूहिक रूप से विरोध-प्रदर्शन कर अपने हक के लिए आवाज बुलंद की। संघ की प्रदेश अध्यक्ष सरोज सेंगर, सचिव नंदकुमार ठाकुर ने संयुक्त रूप से बताया, उनकी पांच सूत्रीय मांगें हैं, जिसे सरकार ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी शामिल किया था। मितानिनों ने राज्यांश को 75 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी करने प्रोत्साहन राशि के अतिरिक्त प्रतिमाह 5-5 हजार प्रतिमाह दिए जाने, मितानिन, प्रशिक्षक, ब्लाक समन्वयक जैसे कर्मचारियों को पीएफ जमा किए जाने, इसी तरह मितानिन की मृत्यु पर नए चयन में परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता देने की मांग इसमें शामिल है।

नारेबाजी, प्रदर्शन कर जताया विरोध

धरनास्थल पर मितानिनों ने एकजुटता का परिचय देते हुए राज्य सरकार से चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादे को जल्द पूरा कराने की मांग करते हुए नारेबाजी की और मांगों की अनदेखी पर रोष जताया। मितानिनों के धरना-प्रदर्शन के दौरान उनका समर्थन करने आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी पहुंचे। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजीव झा, प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी, जिला सचिव विजय कुमार झा ने आंदोलनकारियों की मांगों का समर्थन किया।

Tags

Next Story