कोरोना विस्फोट : BSF 17 बटालियन के 6 जवान कोरोना पॉजिटिव, एक दिन में दोगुने हुए केस...

रायपुर। प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर ने छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल के शिविरों में तगड़ी सेंध लगाई है। मंगलवार को नवा रायपुर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) 17 बटालियन के 6 जवानों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं बीजापुर के बोदली कैंप में रह रहे छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) के 14 जवान भी कोरोना संक्रमण की वजह से बीमार हो गए हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है।
सोमवार को कांकेर जिले के कन्हारगांव कैंप में रह रहे सशस्त्र सीमा बल (SSB) के पांच जवानों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वहीं सुकमा जिले के तिमेलवाड़ा कैंप में कोबरा 202 यूनिट के 38 जवान पॉजिटिव पाए गए थे। बताया जा रहा है, पॉजिटिव पाए गए अधिकतर जवान छुट्टी से वापस लौटे थे। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद जवानों को उनके कैंप में ही आइसोलेट किया गया है। उनके संपर्क में आए जवानों की भी जांच की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि रायपुर से लेकर बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में यह कोरोना विस्फोट सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
40 टैबलेट की डोज तय
कोरोना के इलाज के प्रिस्क्रिप्शन में इस बार अमेरिकी दवा मोलुनुपीरावीर टैबलेट शामिल की जा रही है। इस टैबलेट को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने आपात स्थिति को देखते हुए मंजूरी दे दी है। दिसंबर में लांच हुई इस दवा के 10 हजार से ज्यादा डोज प्रदेश के दवा कारोबारियों को सप्लाई हुए हैं। एक मरीज के लिए 40 टैबलेट की डोज तय है। कंपनियों के हिसाब से इस पूरे डोज का रेट दो से ढाई हजार रुपए होगा। भारत में एक साथ 15 कंपनियां प्रोडक्शन कर रही हैं, इसलिए स्टॉक कम नहीं होगा। अभी भी सामान्य लक्षण वाले मरीजों को पैरासिटामॉल और कफ सिरप से ही इलाज किया जाएगा।
स्कूलों के बच्चे भी आये चपेट में
मंगलवार को छत्तीसगढ़ में 35 हजार 705 नमूनों की जांच हुई। इस बीच 1059 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सबसे ज्यादा 343 केस रायपुर जिले में ही सामने आए हैं। बिलासपुर में 159, रायगढ़ में 141, दुर्ग में 89 मरीज मिले हैं। कोरिया जिले में 60 लोग पॉजिटिव आए हैं। इनमें से दो स्कूलों के 55 बच्चे और 3 शिक्षक भी हैं।
तीन मरीजों की मौत
मंगलवार को छत्तीसगढ़ में कोरोना के 3 मरीजों की मौत हो गई। इनमें से 2 मौतें तो बिलासपुर में ही हुई है। एक मौत रायगढ़ में हुई है। इसमें दो मौतों की एकमात्र वजह कोरोना संक्रमण ही था। मरने वालों में से केवल एक मरीज को कोरोना के अलावा दूसरी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी थीं। इन तीन मौतों को मिलाकर प्रदेश भर में अब तक 13 हजार 604 लोगों की जान इस महामारी की वजह से जा चुकी है।
डॉक्टर भी संक्रमण की चपेट में
महामारी की इस लहर की चपेट में बड़ी संख्या में डॉक्टर भी हो रहे हैं। रायपुर मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल से कई डॉक्टर इसकी चपेट में आए हैं। गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज के एक डॉक्टर भी मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के 14 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रायपुर एम्स में दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए आए कई मरीज पॉजिटिव भी मिले हैं।
एक दिन में दोगुने हुए केस
मंगलवार को मिले 1059 कोरोना मरीजों की वजह से प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 2977 हो गई है। एक दिन पहले ही प्रदेश में केवल 1942 सक्रिय मरीज थे। यह संख्या लगभग दुगुनी है। इस समय से अधिक 847 एक्टिव केस रायपुर में ही हैं। बिलासपुर में 519 और रायगढ़ में 494 मरीजों का इलाज चल रहा है। इस समय केवल कोण्डागांव और नारायणपुर जिले ही संक्रमण के प्रभाव से अछूते बच गए हैं। बेमतरा में भी मंगलवार को कोई नया मरीज नहीं मिला।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS