कोरोना का ऐसा खौफ कि CG से 5 राज्यों की बार्डर सील, यात्री बसों पर बैन, बिना जांच रिपोर्ट नो एंट्री

कोरोना का ऐसा खौफ कि CG से 5 राज्यों की बार्डर सील, यात्री बसों पर बैन, बिना जांच रिपोर्ट नो एंट्री
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कोरोना के तेजी से फैल रहे संक्रमण और मौत का खौफ ऐसा है, दूसरे राज्यों से आने वाली यात्री बसों को न सिर्फ बैन कर दिया गया है, बल्कि पांच पड़ोसी राज्यों से छग की सीमा को सील कर दिया गया है। बार्डर पर पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई है। चौबीस घंटे बार्डर की निगरानी की जा रही है।

मनोज सिंह. रायपुर. कोरोना के तेजी से फैल रहे संक्रमण और मौत का खौफ ऐसा है, दूसरे राज्यों से आने वाली यात्री बसों को न सिर्फ बैन कर दिया गया है, बल्कि पांच पड़ोसी राज्यों से छग की सीमा को सील कर दिया गया है। बार्डर पर पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई है। चौबीस घंटे बार्डर की निगरानी की जा रही है।

छग की सीमा के घुसने से पहले लोगों को अग्नि परीक्षा यानी काेविड जांच से गुजरना पड़ता है। 72 घंटे के भीतर की रटीपीसीआर जांच रिपोर्ट दिखानी पड़ रही है। वहीं, जिनके पास रिपोर्ट नहीं है, उनकी रेंडम जांच की जा रही है। रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही छग में प्रवेश मिल रहा और पॉजिटिव होने पर तत्काल मुसाफिरों को कोविड सेंटर भेज दिया जा रहा है। यही नहीं, बार्डर में घुसने के लिए कलेक्टर की अनुमति भी देखी जा रही है। हरिभूमि टीम छग के पड़ोसी राज्यों के बार्डर पर पहुंची, जहां बार्डर पर बांस-बल्ली या स्टापर का बैरिकेड्स लगाकर हाईवे ब्लॉक मिला। कार और बाइक से छग में घुसने की अनुमति मिल रही है, लेकिन जांच रिपोर्ट दिखाने पर ही लोग आगे बढ़ पा रहे हैं।

दिन-रात बार्डर की निगरानी

छग के पेंड्रा मरवाही से मध्यप्रदेश के बार्डर काे सील कर दिया गया है। मातिनदाई, खैरझीटी और कारिआम बैरियर पर 15 से 20 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। डॉक्टर के साथ मजिस्ट्रेट की भी ड्यूटी लग रही है। यही नहीं, जशपुर में दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों की भी जांच की जा रही है। रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद ही उन्हें जिले में प्रवेश दिया जा रहा है।

अंतरराज्यीय बसों पर टोटल बैन

कोरोना संक्रमण फैलने के बाद मई में छग से महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्यप्रदेश, झारखंड और आंध्रप्रदेश से यात्री बस सेवा को बंद कर दिया गया है। इन राज्यों से छग में अंतरराज्यीय बसों को प्रवेश नहीं दिया रहा और न ही छग की बसों को दूसरे राज्यों में जाने दिया जा रहा है। अप्रैल से अंतरराज्यीय यात्री बस सेवा टोटल बंद है। जून में यात्री बसों के चालू होने की संभावना बहुत कम है।

इन राज्यों की सीमा की आंखों देखी

हरिभूमि टीम छग से सटे महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश और झारखंड बार्डर पर पहुंची। पांचों राज्यों की सीमाओं पर बैरियर लगाकर ब्लॉक कर दिया गया है। यही नहीं, जशपुर बार्डर पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम करने अंतरराज्यीय बसों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने का बोर्ड लगा दिया गया है। प्रत्येक राज्य की सीमा पर 15 से 20 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। यहां से एक-एक कार और बाइक की जांच करने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।

पुलिस के साथ मेडिकल टीम तैनात

छग से सटे महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश की सीमाओं पर हरिभूमि टीम के पहुंचने पर वहां कोरोना की जांच करने मेडिकल टीम मौजूद मिली। दूसरे राज्यों से आने वालों को बार्डर पर रोक दिया जा रहा है। आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट नहीं होने पर कोरोना की रेंडम जांच की जा रही है। रोज करीब 8 से 10 की बार्डर पर जांच हो रही है। आरटीपीसीआर और जांच नहीं होने पर छग की सीमा में प्रवेश नहीं मिल रहा।

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