12 दिन बाद राजधानी पहुंची कोविशील्ड की खेप

12 दिन बाद राजधानी पहुंची कोविशील्ड की खेप
X
कोविशील्ड वैक्सीन की कमी की वजह से प्रदेश में वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने वालों को हो रही दिक्कत से शनिवार से राहत मिलने की संभावना है। बारह दिन इंतजार के बाद प्रदेश में कोविशील्ड वैक्सीन की लगभग 2 लाख 39 हजार डोज की सप्लाई की गई है।

रायपुर. कोविशील्ड वैक्सीन की कमी की वजह से प्रदेश में वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने वालों को हो रही दिक्कत से शनिवार से राहत मिलने की संभावना है। बारह दिन इंतजार के बाद प्रदेश में कोविशील्ड वैक्सीन की लगभग 2 लाख 39 हजार डोज की सप्लाई की गई है।

प्रदेश में 21 जून से टीकाकरण अभियान का एकीकरण कर दिया गया है और केंद्र सरकार द्वारा सबके लिए वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है। 19 जून को अंतिम बार सीरम इंस्टिट्यूट पुणे द्वारा 33 हजार वैक्सीन की सप्लाई की गई थी। 21 जून से दोनों श्रेणी के लिए स्टाक में मौजूद वैक्सीन का उपयोग शुरू किया था और बड़ी संख्या में उपयोग के बाद कोविशील्ड की दिक्कत आने लगी थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीन दिन पहले केंद्र सरकार से एक करोड़ वैक्सीन की मांग की थी, मगर जुलाई में लगभग 20 लाख वैक्सीन ही दिए जाने के संकेत वैक्सीन कंपनियों द्वारा दिए गए थे। शुक्रवार को 2 लाख 39 हजार कोविशील्ड वैक्सीन की सप्लाई की गई है। एयरपोर्ट के डायरेक्टर राकेश रंजन सहाय ने बताया कि दोपहर मुंबई से आने वाली 6ई5733 के माध्यम से वैक्सीन रायपुर एयरपोर्ट पहुंची। 672 किलो वजन वैक्सीन के 21 पैकेट को स्वास्थ्य विभाग के हवाले कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक वैक्सीन का उपयोग दूसरी खुराक वालों के लिए किए जाने की संभावना है। वर्तमान में 45 प्लस के लोगों को बड़ी संख्या में वैक्सीन की दूसरी डोज का इंतजार है। वैक्सीन नहीं होने की वजह से वर्तमान में बड़ी संख्या में लोग टीका केंद्रों के चक्कर काट रहे थे

ज्यादा केंद्रों में होगा उपयोग

रायपुर जिले में को-वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में है, मगर कोविशील्ड नहीं होने की वजह से 45 प्लस वालों के सेकेंड डोज के लिए इसका उपयोग सीमित स्थानों में किया जा रहा है। शुक्रवार को जिले के छह केंद्रों में इसके आवंटित किया गया था। कल से ज्यादा टीका केंद्रों में इसका उपयोग किए जाने की संभावना है।

दो लाख वैक्सीन से शुरुआत

शुक्रवार की सुबह प्रदेश के पास लगभग दो लाख वैक्सीन थी। टीका कम होने की वजह से प्रदेश में केंद्रों की संख्या में भी कटौती की जा चुकी है। पहले जहां औसतन दो से ढाई लाख टीके लगाए जा रहे थे, वहां गुरुवार को एक लाख से कम लोगोंं को टीका लगाया गया था। वहीं आज भी आंकड़ा इससे कम रहने की संभावना है।

Tags

Next Story