Cyber Fraud : सायबर ठगी के केस में दो करोड़ से ज्यादा की रिकवरी रुकी

रायपुर। प्रदेश में सायबर ठगी (cyber fraud)के केस (cases)बढ़ने के साथ ही ठगों से रिकवरी के मामले ने पुलिस (Police)की चिंता बढ़ा दी है। खासकर ठगों द्वारा फर्जी खातों ( fake accounts)का इस्तेमाल करने के बाद उनसे अब रुपयों की वसूली मुश्किल हो गई है। स्टेट सायबर थाना पीएचक्यू (State Cyber Police Station PHQ)और फिर जिलों से ही सायबर ठगी के केस में दो करोड़ रुपये से ज्यादा की रिकवरी अभी भी रुकी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ( police )ने ई-वालेट (e-wallet) में ट्रांजेक्शन को रुकवा दिया है, लेकिन खाते होल्ड होने के बाद रुपयों की बरामदगी नहीं हो सकी है। सायबर ठगी के मामले में अब पीड़ितों की तरफ से अर्जियां बढ़ने लगी हैं। पुलिस मुख्यालय स्थित स्टेट सायबर थाना में ही हर महीने सायबर ठगी के लगभग 200 मामले पहुंच रहे हैं । सूचना के आधार पर पुलिस सायबर ठगों के खातों में ट्रांजेक्शन रोकने कार्रवाई कर रही है, लेकिन रिकवरी के मामले में पुलिस को सफलता नहीं मिल रही है। एक करीबी सूत्र के मुताबिक अभी तक सायबर ठगी के केस में तीन सालों के अंदर लगभग दो करोड़ रुपये से ज्यादा की रिकवरी बताई जा रही है।
स्टेट सायबर थाना के साथ ही जिले में सायबर सेल के लिए बढ़ी चुनौती
ऑनलाइन सायबर फ्रॉड करने वालों से यह रकम वसूल करना बाकी है। कई केस में फर्जी खाते होने की वजह से पुलिस के लिए मुश्किल बढ़ रही है। ठगों से रकम वसूलने के मामले में रायपुर पुलिस ने 25 लोगों के पक्ष में कोर्ट में याचिका दायर की है, जहां सुनवाई की प्रक्रिया विचाराधी है। रायपुर जिले में 20 लाख रुपये से ज्यादा की रिकवरी हो चुकी है। स्टेट सायबर थाना पीएचक्यू एएसपी कवि गुप्ता के बताए अनुसार शिकायत के आधार पर ठगी करने वालों के बैंक खातों में ट्रांजेक्शन रोकने के लिए प्रक्रिया तेज की गई है।
रेंज सायबर थाना खुलने के बाद अपग्रेड साफ्टवेयर
प्रदेश के सभी पांचों संभाग में अब नए रेंज सायबर थाना खुलने के साथ ही अपग्रेड साफ्टवेयर के सिस्टम के लिए तैयारी भी तेज हो गई है। नए थानों में डाटा रिकवरी के लिए नए तरह के साफ्टवेयर का इस्तेमाल करने की तैयारी है। सोशल मीडिया में होने वाले चैट से संबंधित डाटा रिकवर करने के लिए नए तरह के साफ्टवेयर का सिस्टम बनाया जा रहा है।
2 हजार बैंक खातों का ट्रांजेक्शन रोकने कवायद
रायपुर जिले में पुलिस ने जहां पिछले तीन सालों में जहां पर 200 बैंक खातों में ट्रांजेक्शन रुकवाया है, वहीं पूरे प्रदेश में लगभग 2000 बैंक खातों में ट्रांजेक्शन रुकवाकर रुपयों की वापसी के लिए प्रक्रि तेज की गई है। स्टेट सायबर थाना से ही बड़ी संख्या में पीड़ितों ऑन लाइन शिकायत करने पर ही बैंक खातों के ट्रांजेक्शन को रुकवाने के लिए पत्र जारी किया गया है।
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