परलोक सिधारे लोगों को भी नही छोड़ रहे साइबर ठग : 5 महीने पहले मृत व्यक्ति के खाते से ठगी

पीएम आवास के लिए मिले थे 75 हजार रुपए, ठगों ने उसी पैसे से ऑनलाइन गोल्ड खरीद लिए
गरियाबंद। साइबर ठगों का चारों ओर आतंक व्याप्त है। ये जीते जी तो लोगों को इगते ही हैं, लेकिन अब परलोक सिधार चुके लोगों के नाम पर भी इगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी तरह के एक मामले में एक व्यक्ति की मौत के 5 माह बाद उसके खाते से ट्रांजेक्शन कर 75 हजार रुपए का ऑनलाइन सोना खरीद लिया गया। ये रुपए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत व्यक्ति के खाते में आए थे। जब मकान नहीं बना तो नोटिस आने लगा, तब इस ठगी का पता चला। पुलिस को इस मामले में शातिर ठग 'टिल्लू' की तलाश है। सिटी कोतवाली क्षेत्र के हरदी गांव निवासी देवी सिंह ने खाते में पीएम आवास योजना के तहत खाते में 75 हजार रुपए आए थे। इस बीच अप्रैल 2020 में देवी सिंह की मौत हो गई। आवास योजना में आवेदन की जानकारी परिजनों को नहीं थी। जब कई नोटिस आए तो वे पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि UPI ट्रांजेक्शन के जरिए ऑनलाइन खरीदारी की गई है। यह खरीदारी सितंबर 2021 में की गई। जांच में पता चला कि देवी सिंह के नाम एक और सिम रजिस्टर्ड है, जो कि उनकी मौत से पहले ही जारी करा लिया गया था। इसका पहले भी इस्तेमाल हो रहा था।
दो बार सोना खरीदा और बेचकर रुपए हड़पे
एडिशनल एसपी ने बताया कि जांच के दौरान एक आरोपी टीकम कमार गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि उसने टीलेश्वर ध्रुव 'टिल्लू' के साथ मिलकर ठगी को अंजाम दिया है। टिल्लू ही इसका मास्टरमाइंड है। दोनों ने MMCTM और सेप गोल्डलाइन वेबसाइट से सोने की खरीदारी की। फिर उसे दूसरी जगह बेचकर रकम अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया। फिलहाल उसकी तलाश की जा रही है।
बेटा बोला- हम कहां से लाएंगे आवास बनाने की रकम
देवी सिंह के बेटे रोहित ध्रुव ने कहा कि पिताजी ने प्रधानमंत्री आवास बनवाने के लिए रकम ली थी। अब वह कहां से बनेगा। ऑफिस वाले बार-बार नोटिस भेज रहे हैं। हम गरीब लोग हैं। मुश्किल से ही परिवार का गुजारा होता है। पिता जी के खाते से रकम निकाली गई, इसका भी पता नहीं था। उनके नाम से सिम कार्ड कैसे जारी हुआ, इसकी भी जानकारी नहीं है
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