दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने मांगी भीख: सड़क पर उतरे और बोले-10 दिन में नियमित करने का वादा था, 4 साल बीत गए, जिसकी वजह से आंदोलन जारी है आगे भी रहेगा

दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने मांगी भीख: सड़क पर उतरे और बोले-10 दिन में नियमित करने का वादा था, 4 साल बीत गए, जिसकी वजह से आंदोलन जारी है आगे भी रहेगा
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16 दिनों से दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी रायपुर में धरना दे रहें है। 6000 से ज्यादा कर्मचारियों वाले इस संगठन के धरने में प्रदेशभर से कर्मचारी रायपुर पहुंचे हैं। बूढ़ा तालाब के किनारे इन कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है। नज़ारा यह है कि, यहां मौजूद कर्मचारियों ने भीख मांग कर अपना विरोध किया। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। छत्तीसगढ़ के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारीयों का गुस्सा फूटा अब वह हड़ताल पर भीख मांग रहे हैं। कारण यही है कि, प्रशासन ने नियमित अधिकारी कर्मचारियों की बात सुनकर महंगाई भत्ता भी बढ़ा दिया। लेकिन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सुनवाई नहीं की जा रहीं हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, 16 दिनों से दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी रायपुर में धरना दे रहें है। 6000 से ज्यादा कर्मचारियों वाले इस संगठन के धरने में प्रदेशभर से कर्मचारी रायपुर पहुंचे हैं। बूढ़ा तालाब के किनारे इन कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है। नज़ारा यह है कि, यहां मौजूद कर्मचारियों ने भीख मांग कर अपना विरोध किया। कर्मचारी प्लास्टिक के डिब्बे लेकर सड़क पर बैठ गए और राहगीरों से भीख मांगने लगे। कर्मचारियों का कहाना है कि, परिवार आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है। जिसकी वजह से यह बेहद परेशान है। बहुत से कर्मचारियों को 10-15 साल अपनी सेवा देते समय बीत गया। उसके बाद भी नियमित नहीं किया गया। इस वजह से भीख मांग कर गुजारा करने को मजबूर हुये।

कांग्रेस के बड़े नेता ने मंच पर आकर किया था वादा

प्रदेश अध्यक्ष कमल जो दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी है उन्होंने बताया कि, अलग-अलग विभागों में प्रदेश में 18000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी काम करते हैं। 2018 के चुनावों के समय दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने अपना आंदोलन की शुरूवात की तो कांग्रेस के बड़े नेता हमारे मंच पर आकर सरकार बन जाने के 10 दिन बाद नियमित कर देने का वादा किया था। 4 साल गुजरने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसकी वजह से यह आंदोलन जारी है और आगे भी जारी रहेगा।

फिर से हड़ताल पर जाने की रणनीति बनाई जा रही

इधर कर्मचारी फेडरेशन ने अपनी हड़ताल को रोका है। हर विभाग का नियमित कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल थे। जिसमें कर्मचारी महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता देने की मांग कर रहे थे। हाल ही में सरकार से हुए समझौते में इस हड़ताल को समाप्त किया गया है। इसके बाद सोमवार से सारे सरकारी दफ्तर नियमित रूप से खुलेंगे। उसके बाद इस हड़ताल के अचानक खत्म हो जाने का विरोध कई कर्मचारी कर रहे हैं।

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