कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या : सुसाइड नोट में लिखा- ना बीमा का पैसा मिला ना ही मिली कोई छूट

कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या : सुसाइड नोट में लिखा- ना बीमा का पैसा मिला ना ही मिली कोई छूट
X
किसान ने सुसाइड नोट में लिखा है- खेती किसानी में पिछले 8-9 वर्षों से कभी पानी, कभी कीट प्रकोप से नुकसान हो रहा है। मुझे हर साल घाटा हो रहा है। इस वर्ष रबी फसल में 4 एकड़ में लो-वोल्टेज के कारण फसल बर्बाद हो गई है। पढ़िए पूरी खबर .....

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक किसान कन्हैयालाल सिन्हा ने अपने खेत में ही आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक किसान के जेब से एक सुसाइड नोट भी पुलिस ने बरामद किया है।

सुसाइड नोट में किसान ने लिखा है कि, मैं एक छोटा सा किसान हूं। खेती किसानी में पिछले 8-9 वर्षो से कभी पानी, कभी कीट प्रकोप से नुकसान हो रहा है। मुझे हर साल घाटा हो रहा है। इस वर्ष रबी फसल में 4 एकड़ में लो-वोल्टेज के कारण फसल बर्बाद हो गई है। मुझे एक भी पैसा नहीं मिला और ना ही शासन से कोई मदद मिली। पैसे की काफी तकलीफ हो रही है।मुझे न तो बीमा का लाभ मिला और न ही 2 लाख की छूट मिली, जिससे मेरे पास कोई चारा नहीं बसा और मेरे चारों ओर अंधकार हो गया है। किसान बागबाहरा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत छुईया का रहने वाला था। फिलहाल पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

प्रशासन ने 20 हजार की दी आर्थिक सहायता

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक किसान के पास 4.5 एकड़ और पुत्र भागीरथी के पास 1.5 एकड़ खेती की जमीन है। जिस पर ये खेती किसानी करते थे। वर्ष 21-22 मे 50 क्विंटल और 22-23 मे 64 क्विंटल धान सोसायटी में बेचकर पैसा प्राप्त किया है। साथ ही बोनस का लाभ भी उठाया, मृतक किसान ने एक्सिस बैक से 4 लाख रुपये का लोन लिया था। मृतक के फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने की सूचना पर तेन्दूकोना थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है। वहीं प्रशासनिक अधिकारीयों ने मौके पर पहुंचकर मृतक के परिजन को 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराई है। वहीं किसान के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

Tags

Next Story