संगणक को हटाने की मांग : स्वास्थ्य कर्मचारियों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, बीएमओ ने संगणक को लेखापाल के पद से हटाया

संगणक को हटाने की मांग : स्वास्थ्य कर्मचारियों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, बीएमओ ने संगणक को लेखापाल के पद से हटाया
X
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों ने संगणक पर अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर कर्मचारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। पढ़िए पूरी खबर...

आशीष कुमार गुप्ता-बतौली/सेदम। छत्तीसगढ़ के सरगुजा में स्थित बतौली के सीएचसी के कर्मचारियों ने संगणक पर गंभीर आरोप लगाए हैं और हटाने की मांग की है। दरअसल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों ने संगणक पर अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर कर्मचारियों ने सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार को ज्ञापन सौंपा है। साथ ही इस मामले में कलेक्टर से जल्द कार्यवाही की मांग की है। सौंपे गए शिकायत पत्र में 32 कर्मचारियों सहित बीएमओ ने भी दस्तखत किए हैं। इधर बीएमओ ने आदेश जारी कर संगणक को लेखापाल के पद से भारमुक्त कर दिया है।

सरकारी काम में लापरवाही बरतने और मनमानी करने का आरोप

गौरतलब है कि, प्रभु नारायण सिंह संगणक के पद पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में पदस्थ है। पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इनसे असंतुष्ट बताए जा रहे हैं। एक शिकायत पत्र सरगुजा कलेक्टर को सौंपा गया है, जिसमें संगणक के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निवेदन किया गया है। जो शिकायत पत्र सौंपा गया है, उसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि संगणक की ओर से शासकीय कार्य में घोर लापरवाही बरतते हुए मनमानी रूप से कार्य किया जा रहा है। साथ ही इनका कर्मचारियों से कभी भी मधुर संबंध नहीं रहा।किसी भी कार्य के लिए हमेशा परेशान किया जाता है। इस संस्था में पदस्थ लेखापाल की नियुक्ति के बाद बार-बार लेखा शाखा का प्रभार बदलने के लिए बीएमओ की ओर से आदेशित किया जा चुका है, उसके बावजूद मनमाने रूप से अपने पास संगणक ने लेखा शाखा का दायित्व संभाले रखा है। नारायण सिंह की ओर से 2 वर्षों से बिल रजिस्टर में लेखों का संधारण नहीं किया जा रहा और न ही कर्मचारियों के पास बुक का संधारण किया जा रहा है। इस वजह से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।

कर्मचारी परेशान, कर सकते हैं आंदोलन

शिकायत पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि संस्था में पदस्थ कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद उनके स्वत्वों के भुगतान के लिए बार-बार परेशान करते हुए समय सीमा में कार्य नहीं किया जाता। अंत में कर्मचारियों ने लिखा है कि संगणक के इन कार्यों से सभी कर्मचारी काफी परेशान है और नियत समय में दिया कारण नहीं हो पाने और शासकीय कार्य नहीं हो पाने के कारण उनकी ओर से लिए गए लोन राशि में अनावश्यक ब्याज बढ़ रहा है। स्वास्थ्य कर्मचारी इतना परेशान हो चुके हैं कि कभी भी कर्मचारियों की ओर से उग्र आंदोलन किया जा सकता है। आवेदन में 32 कर्मचारियों ने दस्तखत किए हैं और सरगुजा कलेक्टर से जल्द कार्रवाई की मांग की गई है। शिकायत पत्र में जिन कर्मचारियों ने दस्तखत किए हैं, उनमें महेंद्र कुमार पाल, अकुंता तिर्की, जलिता केरकेट्टा, कैथरीन केरकेट्टा, जेवियर केरकेट्टा, सुधीर मिंज, सरोज सिंह, सरदाकर भोए सहित 32 कर्मचारी शामिल है।

लेखापाल के पद से हटाए गए नारायण सिंह

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत अधिकारियों-कर्मचारियों की ओर से कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद बीएमओ डॉ. संतोष सिंह ने तत्काल आदेश जारी कर संगणक प्रभु नारायण सिंह को लेखापाल के पद से भार मुक्त कर दिया है। साथ ही स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ दयाल राम को 24 घंटे के भीतर लेखापाल के पद पर कार्यभार के लिए आदेशित किया है।

Tags

Next Story