Naxalite : नक्सलियों के डिप्टी कमांडर को किया गिरफ्तार...बड़ी घटना को देने वाला था अंजाम...नक्सल ऑपरेशन के दौरान पकड़ा गया...

एनिशपुरी गोस्वामी/मोहला- महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में एंटी नक्सल यूनिट को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है । बस्तर और महाराष्ट्र में नक्सल वारदात को अंजाम देने वाले नारायणपुर निवासी डिप्टी कमांडर को महाराष्ट्र की गढ़चिरौली पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है।
महाराष्ट्र पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के सीमा से सटे गढचिरौली को माओवादी प्रभावित जिले के रूप में जाना जाता है। माओवादी यहां सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। साथ ही पुलिस बलों पर हमला भी करते हैं। पुलिस के हथियार लूटने से लेकर सड़क और अन्य सरकारी कार्यों में बाधा डालने के साथ-साथ भीषण आगजनी जैसे घटनाओं को अंजाम देते आ रहे हैं। माओवादी संगठन को गढ़चिरौली पुलिस बल लगातार शिकस्त दे रही है। इसी क्रम में नक्सल ऑपरेशन के दौरान डिप्टी कमांडर चैनूराम उर्फ सुक्कू वत्ते नारायणपूर जिले का रहने वाले को पुलिस ने पकड़ लिया है।
नक्सली हमला करने की तैयारी में...
नक्सलियों की दो थानों के अंदर घात लगाकर हमला करने की साजिश की जा रही थी। इसको लेकर महाराष्ट्र पुलिस ने अपने प्रेस नोट में बताया है कि, गढचिरौली जिले के सीमावर्ती क्षेत्र और कांकेर सीमा के पुलिस चौकी जारावंडी और पेंढरी इन दोनों पुलिस थानों पर घात लगाकर नक्सली हमला करने के तैयारी मे थे। जिसकी रेकी कर डिप्टी कमांडर चैनू पुलिस के हर गतिविधियों पर नजर रख रहा था। गोपनीय खबर महाराष्ट्र पुलिस के पास पहुंची, गढचिरौली पुलिस के जवानों ने मौजा जारावंडी से सोहगांव जाने वाले मार्ग पर कुरमावड़ा मोड के पास नक्सल विरोधी अभियान चलाकर उसे गिरफ्तार किया है।
इन धाराओं के तहत किया गिरफ्तार...
धारा 307, 353, 143, 148, 149, 120 (बी) भादवि, 3/25, 5/27 भारतीय शस्त्र अधिनियम, 3, 4 भारतीय विस्फोटक अधिनियम, 135 महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम एवं 13, 16, 18 (ए) यूएपीए एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।
नक्सली सदस्य से डिप्टी कमांडर तक का सफर...
चैनूराम उर्फ सुक्कू वत्ते 26 जून 2000 को पर्लकोट दलम में सदस्य के रूप में शामिल हुआ था। साल 2002 तक नक्सली संगठन में काम करने के दौरान उसे एसीएम पद पर पदोन्नत किया गया। 2003 में उसे डिप्टी सीएम के पद पर पदोन्नत कर 2014 तक उसे माड डिवीजन में भेजा गया। वहीं साल 2014 में नक्सली संगठन ने उसे सप्लायर टीम और स्टाफ टीम का एसीएम बनाया, 2016 में फिर से पदोन्नत किया गया, इस वक्त नक्सली संगठन में डिप्टी कमांडर के रूप में वह काम कर रहा था।
16 लाख का रखा गया था इनाम...
महाराष्ट्र सरकार ने डिप्टी कमांडर की तलाश के लिए 16 लाख का इनाम रखा था। क्योंकि 2009 से अब तक हिरासत में लिए गए डिप्टी कमांडर ने नारायणपुर, कांकेर और महाराष्ट्र के कई वारदातों में अंजाम दिया है। गढ़चिरौली पुलिस बल के प्रभावी अभियान के चलते गढ़चिरौली पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल के नेतृत्व में जनवरी 2022 से अब तक कुल 71 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
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