DGP ने 500 से अधिक पुलिसकर्मियों को अवार्ड्स से नवाजा, कहा- जान की परवाह किये बगैर की ड्यूटी

DGP ने 500 से अधिक पुलिसकर्मियों को अवार्ड्स से नवाजा, कहा- जान की परवाह किये बगैर की ड्यूटी
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छत्तीसगढ़ पुलिस के करीब 500 अधिकारियों, कर्मचारियों को वर्चुअल मीटिंग में डीजीपी डीएम अवस्थी द्वारा कोरोना वारियर्स सम्मान से नवाजा गया. डीजीपी अवस्थी ने कहा कि पुलिस ने लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान न केवल कानून व्यवस्था संभाली बल्कि धैर्य का परिचय भी दिया. संक्रमण के दौरान पुलिस और नगारिकों के मध्य नया विश्वास विकसित हुआ है. पढ़िए पूरी खबर-

रायपुर. कठिन और विषम परिस्थितियों में जब जान जाने का खतरा था, तब छत्तीसगढ़ पुलिस ने जान की परवाह किये बगैर फ्रंट लाईन पर ड्यूटी की. पुलिस ने लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान न केवल कानून व्यवस्था संभाली बल्कि धैर्य का परिचय भी दिया. डीजीपी डीएम अवस्थी ने छत्तीसगढ़ पुलिस को कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मानित करते हुए ये बातें कहीं.

डीजीपी डीएम अवस्थी ने आज पुलिस ट्रांजिट मेस में छत्तीसगढ़ पुलिस के जांबाज कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस के करीब 500 अधिकारियों, कर्मचारियों को वर्चुअल मीटिंग में कोरोना वारियर्स सम्मान से नवाजा गया.

कार्यक्रम में दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा, रायपुर आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा, रायपुर एसएसपी अजय यादव, उप निदेशक पुलिस अकादमी डॉ संजीव शुक्ला, दुर्ग एसपी प्रशांत ठाकुर, और एआईजी राजेश अग्रवाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस दौरान वर्चुअली बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी, बस्तर आईजी सुंदरराज पी, सरगुजा आईजी आर पी साय एवं सभी एसपी और कमांडेंट्स को भी सम्मानित किया गया.

डीजीपी अवस्थी ने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस लोक कल्याणकारी की भूमिका में रहते हुए संवेदनशीलता के साथ कार्य करें. उनकी मंशा के अनुरूप संक्रमण के दौरान पुलिस और नागरिकों के मध्य नया विश्वास विकसित हुआ है. मुख्यमंत्री कई अवसरों पर छत्तीसगढ़ पुलिस के कार्य की प्रशंसा कर चुके हैं. इससे हमारे पुलिस जवानों के मनोबल में वृद्धि हुई है और वे लगातार उत्साह के साथ कार्य कर रहे हैं.

जांबाज कोरोना वारियर्स की सराहना करते हुए डीजीपी अवस्थी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान सिपाही से लेकर एसपी और कमांडेंट तक ने बहादुरी से कार्य किया है. पुलिस ने हर एक की जान की कीमत को समझा और लोगों की मदद की.

उन्होंने कहा कि हमेशा देखा गया है कि पुलिस की नकारात्मक छवि सामने आती है लेकिन संक्रमण के दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली को नागरिकों द्वारा भी बहुत सराहना मिली. यहां तक कि लोगों ने ड्यूटी कर रहे कर्मियों को चाय पानी से लेकर अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध भी करायीं. यही पुलिस की असल उपलब्धि है. नागरिकों और पुलिस का ये संबंध हमेशा ऐसे ही बना रहना चाहिये. पुलिस मानवीय मूल्यों को ध्यान में रखते हुये इसी प्रकार नागरिकों के प्रति समर्पित होकर कार्य करती रहेगी और समाज में बेहतर छवि पेश करेगी.

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